
WHO new warning: विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने हाल ही में एक चेतावनी जारी की है जिसमें कहा गया है कि दुनिया भर में लगभग 5 अरब लोग चिकनगुनिया की चपेट में आ सकते हैं। यह बीमारी मच्छरों के काटने से फैलती है और इसके लक्षण डेंगू और मलेरिया जैसे होते हैं।
चिकुनगुनिया है खतरे की घंटी
चिकनगुनिया के लक्षणों में तेज बुखार, जोड़ों और मांसपेशियों में दर्द, थकान और त्वचा पर लाल चकत्ते शामिल हैं। डब्ल्यूएचओ ने कहा है कि अगर बचाव नहीं किया गया तो चिकनगुनिया और इससे होने वाली मौत के मामले कई गुना तक बढ़ सकते हैं।
चिकनगुनिया से बचाव के लिए कुछ महत्वपूर्ण उपाय हैं:
- 1. अपने आसपास साफ-सफाई रखें और कहीं भी पानी जमा न होने दें।
2. मच्छरदानी का उपयोग करें और अपने शरीर को ढक कर रखें।
3. खाना खुला न छोड़ें और बर्तनों में पानी भरकर खुला न रखें।
डब्ल्यूएचओ ने कहा है कि चिकनगुनिया की कोई वैक्सीन नहीं है, इसलिए इसका बचाव ही इसका सबसे बड़ा उपाय है। हमें मच्छरों से बचाव के लिए आवश्यक कदम उठाने होंगे और स्वच्छता का ध्यान रखना होगा।
भारत में चिकुनगुनिया एक बड़ी समस्या है
भारत में पिछले साल चिकनगुनिया के लगभग 17,000 मामले दर्ज किए गए थे, और यह बीमारी अब वैश्विक स्तर पर एक बड़ा खतरा बनती जा रही है। तापमान और जलवायु में परिवर्तन के कारण यह वायरस तेजी से फैल रहा है, और डब्ल्यूएचओ ने सावधानी बरतने की सलाह दी है।
साफ सफाई और सावधानी है जरूरी
हमें अपने आसपास के वातावरण को साफ रखना होगा और मच्छरों के प्रकोप से बचने के लिए आवश्यक उपाय करने होंगे। इससे हम चिकनगुनिया और अन्य मच्छर जनित बीमारियों से बच सकते हैं।
(पलक गुप्ता का इनपुट)