
खिलाड़ियों पर सख्त हुआ बीसीसीआई
Team India – जो बात अब तक उड़ती उड़ती कानों में पड़ रही थी, अब वही बात खुल कर सामने आ गई है। टीम इंडिया को ऑस्ट्रेलिया में हुए बार्डर गावस्कर सीरीज में शिकस्त का सामना क्या करना पड़ा, बीसीसीआई टीम इंडिया के प्लेयर्स को लेकर काफी सख्त हो गई है। अब मैनेजमेंट ने भारतीय टीम के सभी खिलाड़ियों और स्टाफ के लिए दस नियम बना दिए हैं और कहा है कि अगर टीम के साथ बने रहना है, तो हर हाल में इन नियमों का पालन करना होगा।
भारतीय न्यूज चैनल आजतक http://www.aajtak.in ने बीसीसीआई के इसी नियमावली के हवाले से उन सारे दस प्वाइंट्स का जिक्र किया है, जिनका पालन करना टीम के खिलाड़ियों और स्टाफ के लिए आवश्यक करार दिया गया है। बीसीसीआई ने साफ कर दिया है कि जो भी इनसे बचने की कोशिश करेगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। अब आइए बिंदुवार तरीके से सारे नियमों पर एक नजर डालते हैं।
नंबर 1 – होम क्रिकेट खेलना है जरूरी

बीसीसीआई ने साफ कर दिया है कि अब टीम में कोई वीआईपी कल्चर नहीं चलेगा। चाहे वो खिलाड़ी कितना ही बड़ा क्यों ना हो, उसे घरेलू क्रिकेट खेलना ही होगा। घरेलू क्रिकेट में खिलाड़ियों के प्रदर्शन के आधार पर ही आगे उनका चयन भी टीम में होगा। आपको याद होगा कुछ रोज पहले ही कप्तान रोहित शर्मा मुंबई रणजी टीम के साथ प्रैक्टिस करते देखे गए थे और ये समझा जा रहा था कि अब रोहित और विराट जल्द ही रणजी मैच भी खेलेंगे। यकीनन रोहित को बीसीसीआई के इस फैसले की जानकारी पहले ही हो गई थी।
नंबर 2 – फैमिली नहीं, टीम के साथ ट्रैवल कीजिए
बीसीसीआई ने खिलाड़ियों से साफ कर दिया है कि वो फैमिली के साथ नहीं, बल्कि टीम के साथ ही यात्रा कर सकेंगे। इस तरह साथ रहने से खिलाड़ियों में बॉन्डिंग बेहतर होगी। बड़े छोटे का भेद खत्म होगा और टीम यूनाइटेड रहेगी। बोर्ड ने कहा है कि अगर किसी खिलाड़ियों को खास परिस्थिति में टीम से अलग ट्रैवल करना पड़े, तो इसके लिए टीम के हेड कोच या फिर मैनेजमेंट से अलग से इजाजत लेनी होगी।
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नंबर 3 – ज्यादा लगेज तो खुद पैसे दो
मैनेजमेंट ने साफ कर दिया है कि अब ट्रैवलिंग के दौरान खिलाड़ी भर-भर कर सामान नहीं ले जा सकेंगे। अगर किसी खिलाड़ियों के पास लगेज तय सीमा से ज्यादा होगा, उसके लिए किराये का भुगतान उसी खिलाड़ी को करना होगा, ना ही बोर्ड करेगा।
नंबर 4 – निजी स्टाफ की इजाजत नहीं
बीसीसीआई ने साफ कर दिया है कि अब ज्यादा रईसी नहीं चलेगी। कोई भी अपने साथ पर्सनल स्टाफ लेकर नहीं चल सकेगा। अगर किसी के लिए पर्सनल स्टाफ की मौजूदगी बहुत जरूरी हो, इसके लिए भी इजाजत लेनी होगी।
नंबर 5 – सेंटर ऑफ एक्सीलेंस में मनमानी नहीं
बीसीसीआई ने कह दिया है कि खिलाड़ी अलग से सेंटर ऑफ एक्सीलेंस बेंगलुरु में सामान नहीं मंगवा सकेंगे, अगर कोई ऐसा करता है, तो उसकी फीस वो खुद ही चुकाएगा।
नंबर 6 – प्रैक्टिस से अब बच नहीं सकते
पहले कई बार सीनियर खिलाड़ी प्रैक्टिस सेशन के दौरान खिसक लेते थे। अब बीसीसीआई ने साफ कर दिया है कि आगे से ऐसा नहीं चलेगा। बीसीसीआई ने कहा कि प्रैक्टिस करना बेहतर खेल के लिए और सबके साथ रहना बॉन्डिंग के लिए बहुत जरूरी है।
नंबर 7 – काम के बीच विज्ञापन नहीं
मैनेजमेंट ने साफ किया है कि जब तक खिलाड़ी कोई सीरीज खेल रहे होंगे या किसी टूर पर होंगे, तब वो पर्सनल लेवल पर कोई भी एडवर्टाइज्मेंट की शूटिंग नहीं कर सकेंगे। ऐसा करना अनुशासनहीनता माना जाएगा।
नंबर 8 – ऑफिशियल शूट में रहना जरूरी
बीसीसीआई ने साफ किया है कि बेशक खिलाड़ी निजी तौर पर विज्ञापन नहीं कर सकेंगे, लेकिन जब भी बीसीसीआई की ओर से कोई शूट प्लान होगा, खिलाड़ियों को उसमें हिस्सा लेना होगा। मैनेजमेंट के हर प्रोग्राम में खिलाड़ियों का हाजिर रहना जरूरी है।
नंबर 9 – फैमिली को लेकर भी गाइडलाइंस
बीसीसीआई ने खिलाड़ियों के परिवार को लेकर भी नियम कायदे बना दिए हैं। इसमें बताया गया है कि विदेशी दौरे के दरम्यान किसी भी खिलाड़ी का परिवार एक तय समय से ज्यादा उसके साथ नहीं रह सकेगा
नंबर 10 – सीरीज़ खत्म होने पर भी साथ रहना है जरूरी
मैनेजमेंट ने कहा है कि खिलाड़ी जब किसी दौरे पर जाएंगे, तो दौरा खत्म होने अलग से वहां से निकल नहीं सकेंगे, बल्कि सभी को टीम के साथ ही वहां से आना होगा।
बीसीसीआई इन दस नियमों को लेकर कितनी सख्त है, इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि बोर्ड ने कह दिया है कि इन नियमों को नहीं मानने वालों को नेशनल टीम से बाहर का रास्ता तो दिखाया ही जा सकता है, जरूरत पड़ने पर उसके लिए आईपीएल के दरवाज़े भी बंद कर दिए जाएंगे।