Sitapur Murder : मंदिर में मासूम से कुकर्म.. फोटोग्राफ्स और ब्लैकमेलिंग, सामने आया पत्रकार की हत्या का सच

Sitapur Murder – सीतापुर के पत्रकार राघवेंद्र तिवारी की हत्या के मामले में ऐसी हैरान करने वाली कहानी सामने आएगी, ये किसी ने नहीं सोचा था। पुलिस ने 33 दिन बाद जब इस केस का खुलासा किया तो बताया कि पत्रकार की हत्या एक मंदिर के पुजारी ने इसलिए करवा दी थी, क्योंकि पुजारी मंदिर परिसर में ही किसी मासूम के साथ कुकर्म कर रहा था और उसकी इस आपत्तिजनक हरकत की तस्वीरें पत्रकार ने अपने मोबाइल फोन में कैद कर ली थी। जिसके बाद पत्रकार तिवारी उसे ब्लैकमेल कर रहा था। (Sitapur Murder)

Sitapur Murder – ऐसे शुरू हुई क़त्ल की कहानी

हालांकि पुलिस ने खुलासे की जो भी कहानी सुनाई हो, पत्रकार के घरवालों ने पुलिस की थ्योरी को सिरे से खारिज कर दिया है और इसे राघवेंद्र तिवारी को बदनाम करने की साजिश बताया है। पुलिस की तफ्तीश की मानें तो पत्रकार राघवेंद्र तिवारी कारेदेव बाबा मंदिर में नियमित रूप से जाया करते थे। इसी मंदिर में एक पुजारी था बाबा शिवानंद उर्फ विकास राठौर। एक रोज जब पत्रकार मंदिर में पहुंचा तो उसने बाबा शिवानंद को एक बच्चे के साथ कुकर्म करते हुए देख लिया। जिसके बाद उसकी कुछ तस्वीरें भी क्लिक लीं।

पुलिस की मानें तो इसके बाद राघवेंद्र तिवारी ने बाबा शिवानंद को ब्लैक मेल करना चालू कर दिया था। वो बाबा शिवानंद से 20 लाख रुपये मांग रहा था। जिससे घबरा कर पुजारी ने उसकी हत्या करा देने की साजिश रची। इस पूरी साजिश का एक-एक सच अब सामने आ चुका है। आपको वो बताएंगे, लेकिन पहले जल्दी से ये जान लीजिए कि ये हत्या कब और कैसे हुई? राघवेंद्र तिवारी को 8 मार्च की दोपहर को हेमपुर ओवरब्रिज पर चार गोलियां मारी गई थी। जिससे मौके पर ही उनकी जान चली गई। वो बाइक से कहीं जा रहे थे।

Sitapur Murder – पहले पुलिस दूसरी दिशा में भटकती रही

इस बीच शुरू में पुलिस को लगा कि उन्होंने धान खरीद में हो रहे घोटाले को लेकर हाल ही में कुछ खबरें लिखी थीं, तो हो सकता है कि उन घोटालेबाजों में से किसी ने ये काम किया हो। लेकिन धान खरीद से लेकर जमीन घोटाले से जुड़े सारे एंगल को खंगालने के बावजूद पुलिस को कुछ नहीं मिला। इधर पुलिस करीब ढाई सौ सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली और एक हजार से ज्यादा नंबरों की मूवमेंट चेक की और कम से कम सौ लोगों से पूछताछ की। तब जाकर पुलिस को इस केस का पहला क्लू मिला।

पुलिस ने कत्ल के आरोपी बाबा का वीडियो जारी किया-

https://x.com/SachinGuptaUP/status/

एक अजीब कौए की ये खबर आपको जरूर पढ़नी चाहिए-

https://newschronicles.in/maharashtra-crow-story/

सीसीटीवी फुटेज में दो लोग कोरेदेव मंदिर के पास और पत्रकार राघवेंद्र तिवारी के घर के पास रहस्यमयी तरीके से घूमते दिख रहे थे। पुलिस ने जब इन लोगों का पता लगाया तो पुलिस को शक गहरा गया। इनका क्रिमिनल रिकॉर्ड भी था। इसके बाद पुलिस ने इन संदिग्धों निर्मल सिंह और असलम गाजी को पकड़ा और तब असली कहानी सामने आ गई। इन्हें कोरेदेव मंदिर के पुजारी ने पत्रकार तिवारी के कत्ल के लिए हायर किया था। जिसके लिए करीब 4 लाख रुपये की सुपारी दी गई थी। इस सिलसिले में पुलिस को दो और शूटरों की अभी तलाश है।

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