Shocking News – मेट्रो के पुराने टिकटों से पुलिस कैसे पहुंची बच्चा चोर तक, जबरदस्त इनवेस्टिगेशन

Shocking News – बिहार के मधुबनी की रहने वाली एक महिला सुजाता अपने पति के साथ 29 जनवरी की सुबह दिल्ली के सफदरजंग पुलिस स्टेशन पहुंची। पति-पत्नी दोनों बुरी तरह रो रहे थे। वजह थी कि उनके चार महीने के बच्चे को किसी महिला ने सफदरंजग अस्पताल से चुरा लिया था। असल में पति-पत्नी दोनों इलाज के लिए सफदरजंग अस्पताल पहुंचे थे और पिछले कई दिनों से अस्पताल के वेटिंग रूम में ही रुके हुए थे। (Shocking News)

दोस्ती के नाम ग़द्दारी करने वाली गुमनाम औरत

29 जनवरी की सुबह सुजाता ने अपने चार महीने के बेटे को इलाज के लिए अस्पताल में आई एक दूसरी महिला के हवाले कर अस्पताल के गेट तक दूध लेने के लिए गई। लेकिन जब तक सुजाता दूध लेकर वापस लौटी, वो दूसरी महिला उसके बच्चे को लेकर फरार हो चुकी थी। सुजाता पर आसमान टूट पड़ा। अपने पति के साथ मिल कर उसने आस-पास उस महिला और अपने बच्चे को काफी ढूंढा और आखिर में दोनों पुलिस के पार पहुंचे। असल में ये दूसरी महिला भी पिछले कई दिनों से वेटिंग रूम में रुकी हुई थी। इस बीच सुजाता से उसकी बातचीत होने लगी और दोस्ती भी हो गई। सुजाता ने उस नई दोस्त पर यकीन कर लिया, लेकिन नई दोस्त असल में एक बच्चा चोर निकली।

एक ब्लाइंड केस.. जिसमें कोई शुरुआती सुराग़ नहीं

अब पुलिस के सामने इस ब्लाइंड केस को सुलझाने की बड़ी चुनौती थी। दिक्कत ये थी कि सुजाता ना तो अपनी नई दोस्त का नाम जानती थी, न पता जानती थी, ना उसका मोबाइल नंबर ही उसके पास था। ऐसे में दिल्ली जैसे बड़े शहर में एक गुमनाम महिला को ढूंढना आसान काम नहीं था। जांच के लिए सफदरजंग अस्पताल पहुंची पुलिस को वेटिंग रूम में ही एक लावारिस बैग मिला। असल में ये बैग बच्चा लेकर भागने की वाली महिला का ही था। जो शायद अफरातफरी में इसे छोड़ गई थी।

लावारिस बैग की तलाशी में मिला पहला क्लू

पुलिस ने बैग की तलाशी ली और कई घंटों के बाद पहला क्लू मिला। बैग में मेट्रो और डीटीसी बस के कुछ टिकट मिले। पता चला कि महिला ने पिछले दिनों जहांगीरपुरी से एम्स और एम्स से जहांगीरपुरी के बीच कई बार सफर किया है। अब पुलिस ने अस्पताल के आस-पास की सीसीटीवी फुटेज की जांच की तो पता चला कि महिला चुराए गए बच्चे के साथ एक ऑटो में सवार होकर अरबिंदो मार्ग के रास्ते धौला कुआं की तरफ गई है। अब पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज से ही पहले ऑटो वाले का पता लगाया और उससे पूछा कि उसने बच्चे के साथ जा रही महिला को कहां ड्रॉप किया था? जवाब मिला रोहिणी इलाके में मौजूद डॉ. भीम राव अंबेडकर अस्पताल के गेट नंबर 1 पर।

सीसीटीवी ने दिया बच्चा चोर महिला का पता

अब पुलिस सीधे डॉ. अंबेडकर अस्पताल पहुंची। वहां के सीसीटीवी फुटेज निकाले गए। जांच हुई और पता चला कि महिला अस्पताल के गेट से बच्चे को लेकर एक स्विफ्ट कार में कहीं चली गई। स्विफ्ट का नंबर सीसीटीवी कैमरे में साफ-साफ दिख रहा था। पुलिस ने नंबर से कार के मालिक का पता लगा लिया। वो बाहरी दिल्ली के गांव अलीपुर का रहने वाला राजीव नाम का एक शख्स था। अब पुलिस ने बिना देर किए राजीव के घर छापेमारी की और पुलिस की मेहनत का नतीजा अच्छा निकला। राजीव के घर में महिला चुराए गए बच्चे के साथ मिल गई। असल में ये महिला कोई और नहीं बल्कि राजीव की ही पत्नी थी।

प्रेगनेंसी का नाटक और बच्चा चोरी की हरकत

कहानी कुछ यूं कि राजीव और इस बच्चा चुराने वाली महिला की शादी को 7 साल से ज्यादा हो चुके थे। उन्हें कोई बच्चा नहीं था। ऐसे में ससुरालवालों के दबाव में एक रोज महिला ने खुद के प्रेगनेंट होने का दावा किया और घर से निकल कर सफदरजंग अस्पताल पहुंच गई। घरवालों से झूठ बोला कि वो भर्ती हो गई है। मगर वो प्रेगनेंट नहीं थी, बल्कि किसी बच्चे को चुराने के फिराक में  अस्पताल पहुंची थी। वहां मौका मिलते ही उसने मधुबनी की सुजाता का चार महीने का बच्चा चुरा लिया और भाग निकली।

ससुराल पहुंच कर उसने बच्चे को अपना बताया था। लेकिन इससे पहले कि घर वाले नए बच्चे के जन्म की खुशी मनाते या फिर बच्चे को लेकर सवाल जवाब करते, घर में पुलिस आ गई। फिलहाल, पुलिस ने महिला को तो गिरफ्तार कर लिया। लेकिन ससुराल वालों की भूमिका भी जांच चल रही है। उधर, सुजाता और उसके पति को मानों खोया हुआ बच्चा वापस मिलने से नई जिंदगी मिली है।

(सुरक्षा कारणों से पीड़ित महिला का नाम बदल दिया गया है)

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