Serial Killer Doctor Death – कहने को तो वो एक डॉक्टर था, लेकिन पैसों के लिए वो कुछ भी कर सकता था। कुछ भी मतलब कुछ भी। यानी वो इंसान की हत्या भी कर सकता था। तभी तो उसने सिर्फ 6 सालों में एक एक कर करीब 50 लोगों की हत्याएं की और देखते ही देखते देश के सबसे बड़े सीरियल किलर्स में से एक बन गया।
Serial Killer Doctor Death – लाशों को मगरमच्छों को खिलाने वाला डॉक्टर
उसके कत्ल करने की सबसे अजीब और खतरनाक बात ये थी कि वो लोगों की जान लेकर उनकी लाशों को मगरमच्छों को खिला देता था। ताकि कोई सबूत ही न बचे। पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया। उसे सात अलग अलग मामलों में उम्र कैद की सजा मिली और एक मामले में सजा ए मौत यानी फांसी हुई, लेकिन एक भी मामले में पुलिस अब तक उसके हाथों मारे गए किसी भी आदमी की लाश का पता नहीं लगा सकी, क्योंकि सारे के सारे लाशों को वो पहले ही मगरमच्छों को खिला चुका था।
Serial Killer Doctor Death – आश्रम में बाबा बन कर छुपा हुआ था सीरियल किलर
डॉक्टर डेथ के नाम से बदनाम देवेंद्र शर्मा को दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने अब एक बार फिर से करीब दो साल बाद गिरफ्तार किया है। आप पूछेंगे कि जिस आदमी को सात सात मामलों में उम्र कैद की सजा हुई हो, उसे दो साल बाद पुलिस ने कैसे गिरफ्तार किया? अब तक वो बाहर कैसे था? तो जवाब है, सजा मिलने से लेकर पकड़े जाने तक वो 2 बार जेल से पेरोल पर छूट कर भाग चुका है। यानी इस बार वो दूसरी बार पेरोल जंप कर दो सालों से फरार चल रहा था, जिसे दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने राजस्थान के दौसा से गिरफ्तार किया। वो यहां एक आश्रम में बाबा बन कर छुपा हुआ था।

Serial Killer Doctor Death – ऐसे शुरू हुई डॉक्टर डेथ की खूनी कहानी
मूल रूप से यूपी के अलीगढ़ का रहने वाले देवेंद्र शर्मा उर्फ डॉक्टर डेथ ने 1900 के दशक के आखिरी सालों में आयुर्वेद से डाक्टरी की पढ़ाई कर प्रैक्टिस शुरू की थी। लेकिन फिर ज्यादा कमाई के लिए गैस एजेंसी का कारोबार शुरू किया। इस काम में उसके साथ 11 लाख रुपए की ठगी हो गई और तब उसने ठाना कि वो जैसे भी हो पैसे कमाएगा। इसके बाद दिल्ली के एक डॉक्टर के साथ मिलकर उसने किडनी प्रत्यारोपण का एक रैकेट शुरू किया। जिससे उसकी अच्छी कमाई होती थी, लेकिन उसे डोनर कम मिलते थे, जो किसी को किडनी देने के लिए तैयार हों। और बस किडनियों की इसी कमी को पूरा करने के लिए वो कातिल बन बैठा।
सुहाग रात पर दुल्हन का बड़ा कांड. न्यूज क्रॉनिकल्स की रिपोर्ट पढ़ें-
https://newschronicles.in/agra-news-7884-2/
अब उसने अलीगढ़, दिल्ली, एटा, कासगंज और आस पास के इलाकों में ट्रक और टैक्सी ड्राइवरों को अगवा कर उनका कत्ल करना शुरू कर दिया। वो एक एक ड्राइवर को अगवा करता, उनकी किडनी निकालता और फिर उनकी हत्या कर लाश कासगंज से बहने वाले हजारा नदी में फेंक देता, जिसमें बहुत सारे मगरमच्छ हैं। यही मगरमच्छ सारे लाशों को चट कर जाते और इस तरह एक भी कत्ल का सबूत नहीं बचता।
डॉ डेथ पर आप इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट भी पढ़ सकते हैं-
https://indianexpress.com/article/cities
Serial Killer Doctor Death – उसे फांसी भी हुई और आजीवन कारावास भी, वो फिर भी छुट्टा घूमता रहा
इस खतरनाक सीरियल किलर को जयपुर पुलिस ने पहली बार साल 2004 में एक टैक्सी ड्राइवर के मर्डर के मामले में गिरफ्तार किया था। जिसके बाद इसकी सच्चाई सामने आई। उसने खुद कम से कम 50 कत्ल करने की बात स्वीकार की। जिसके बाद उस पर कई केस दर्ज हुए। सात मामलों में उसे आजीवन कारावास की सजा हुई। एक मामले में फांसी भी हुई। लेकिन कारावास की सजा काटते हुए वो पेरोल पर जेल से निकला और भाग गया। हालांकि अब पुलिस ने उसे फिर से पकड़ लिया है। मगर डर है वो कहीं तीसरी बार भी पेरोल जंप कर भाग न जाए।