
Sant Premanand Ji Maharaj in a controversy.
Sant Premanand : वृंदावन के मशहूर संत स्वामी प्रेमानंद की लोग बहुत इज्जत करते हैं। उनके अनुयायियों की भी कोई कमी नहीं है। लोग उन्हें भगवान की तरह पूजते हैं। उनका दर्शन पाने और उनसे एक बार मिलने के लिए लालायित रहते हैं। लेकिन इन्हीं संत प्रेमानंद ने अब एक ऐसा बयान दिया है, जिसके चलते उनका विरोध होने लगा है। स्वामी प्रेमानंद (Sant Premanand) ने रिश्तों की मर्यादा और शुचिता की चर्चा करते हुए कहा है कि आज कल की लड़कियां शादी से पहले ही अलग-अलग लोगों के संपर्क में आती हैं। एक को छोड़ कर दूसरे और दूसरे को छोड़ कर तीसरे के साथ रहती हैं। सौ में से बमुश्किल चार-पांच लड़कियां ही ऐसी होती हैं, जो पवित्र जीवन जीती हैं।
“प्रेमानंद का बयान स्वयं राधारानी का अपमान है”
ऐसे में संत प्रेमानंद (Sant Premanand) के इस बयान के खिलाफ समाज के कई वर्गों से विरोध के स्वर सुनाई दे रहे हैं। आम लोगों और राजनेताओं की छोड़िए, खुद कुछ संत महात्माओं ने भी स्वामी प्रेमानंद ने इस बयान को गलत बताया है और उनसे माफी मांगने को कहा है। तपस्वी छावनी, अयोध्या के पीठाधीश्वर जगतगुरु परमहंस आचार्य ने कहा है कि संत प्रेमानंद (Sant Premanand) की लड़कियों और महिलाओं को लेकर की गई टिप्पणी तर्कसंगत नहीं है। आचार्य का कहना था कि कन्या शब्द का इस्तेमाल श्री राधारानी के लिए होता है। हमारे यहां कन्या पूजन की परंपरा है। नारी को देवी के रूप में और श्रीजी के रूप में भी पूजा जाता है। ऐसे में संत प्रेमानंद ने कन्याओं के लिए जैसे शब्दों का इस्तेमाल किया है, वो सिर्फ मर्यादा के विरुद्ध है बल्कि राधारानी का भी अपमान है।
“संत प्रेमानंद माफी नहीं मांगेंगे तो उन्हें दंड मिलेगा”
जगतगुरु परमहंस आचार्य ने कहा कि जिस तरह संत प्रेमानंद ने ये बयान दिया, उस दिन स्वयं राधारानी के आंखों में भी आंसू आ गए। उन्होंने कहा कि राधारानी श्रीधाम वृंदावन की मालकिन हैं और उन्हीं के धाम में रहते हुए उन्हें आहत करने वाली ऐसी किसी बात को कैसे सही ठहराया जा सकता है? आचार्य ने कहा कि अगर संत प्रेमानंद अपने इस बयान पर माफी नहीं मांगते हैं, तो फिर उन्हें इसका भयानक दंड मिल सकता है।
संत प्रेमानंद जी महाराज के बयान पर लल्लन टॉप का वीडियो देखें-
जानिए संत प्रेमानंद ने युवाओं पर क्या कहा था?
दरअसल, कुछ रोज पहले लोगों से संवाद के दौरान किसी भक्त ने स्वामी प्रेमानंद ने ये पूछा था कि आजकल वो चाहे प्रेम विवाह हो या फिर अरेंज्ड मैरिज लोगों का वैवाहिक जीवन सुखमय क्यों नहीं होता है। इतने मतभेद और विवाद क्यों हैं? इस पर स्वामी प्रेमानंद जी ने कहा कि आज कल की युवा पीढ़ी जैसा स्वच्छंद जीवन ज रही है, उसके बाद ऐसा ही होना है। उन्होंने लड़कियों के लिए कहा कि लड़कियां शादी से पहले ही अलग-अलग लोगों से संबंध बना चुकी होती हैं। एक को छोड़ कर दूसरे और दूसरे को छोड़ कर तीसरे के पास जाती है। जब शादी से पहले ही ऐसा व्यभिचार पूर्ण जीवन होगा, तो फिर भला कोई लड़की अपने पति के साथ कैसे सुखी रह सकेगी?
“सौ में से दो-चार लड़कियां ही पवित्रतापूर्ण जीवन जीती हैं”
इसी तरह उन्होंने लड़कों के लिए भी कहा। उन्होंने कहा कि लड़के भी आज कर उसी रास्ते पर हैं। अगर कोई लड़का शादी से पहले या शादी के बाद भी अलग-अलग लड़कियों से संबंध बनाता है, व्यभिचार करता है, तो फिर वो अपनी पत्नी के साथ कैसे संतुष्ट रह सकता है? उन्होंने कहा कि जब तक व्यभिचार से बचते हुए युवा पीढ़ी एक पवित्र जीवनशैली को नहीं अपनाती है, ऐसी परेशानियां होती रहेंगी। लेकिन उन्होंने इसी बयान के दौरान ये भी कहा कि आज कल सौ में से मुश्किल से दो-चार लड़कियां ही ऐसी होती हैं, जो शुचितापूर्ण जीवन जीती हैं। संत प्रेमानंद के बयान में इसी लाइन पर लोगों का विरोध ज्यादा है।
अब यूपी के मंत्री ने भी संत प्रेमानंद के बयान को बताया गलत
साधु संतों के अलावा राजनीति से आने वाले ओम प्रकाश राजभर ने भी संत प्रेमानंद के बयान को गलत बताया है। राजभर उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री हैं। उन्होंने कहा कि संत प्रेमानंद की टिप्पणी महिलाओं के लिए अपमानजनक है। महिलाओं ने जिंदगी में बड़ी कमायाबी हासिल की है। राष्ट्रपति की कुर्सी पर द्रौपदी मुर्मू विराजमान हैं। इंदिरा गांधी पीएम रह चुकी हैं। मायावती सीएम रह चुकी हैं। महिलाओं के बारे में संत प्रेमानंद का ऐसा बयान देना उचित नहीं है।