
Saif Ali Khan's attacker arrsted
फिल्म स्टार सैफ अली खान (Saif Ali Khan) पर उनके घर में घुस कर चाकुओं से जानलेवा हमला करने वाले शख्स शरीफुल इस्लाम उर्फ विजय दास को मुंबई पुलिस ने गिरफ्तार तो कर लिया, लेकिन उसकी गिरफ्तारी के साथ ही उसे लेकर जो कहानी सामने आई, उसने आम लोगों के साथ-साथ पुलिस वालों को भी चौंका दिया है। बंदा इंडियन है ही नहीं। बांग्लादेशी है। लेकिन बात इतनी सी नहीं है। इस वारदात को अंजाम देने से पहले और अंजाम देने के बाद उसने पुलिस से बचने के लिए जो-जो किया, वो हैरान करता है। ये और बात है कि उसका इससे पहले का कोई क्रिमिनल रिकॉर्ड नहीं है।

बंद घर के अंदर ऐसा घुसा चोर
16 जनवरी की रात को उसने करीब दो बजे सैफ अली खान के घर में घुस कर चोरी करने की कोशिश की, लेकिन जब घर के लोगों ने उसे पकड़ लिया, तो शरीफुल ने लोगों पर चाकुओं से हमला कर दिया। इस हमले में सबसे ज्यादा चोटें सैफ अली खान (Saif Ali Khan) को आई। अब गिरफ्तारी के बाद उसने बताया है कि वो उस रात सिक्योरिटी गार्ड को सोता देख कर चुपके से अपार्टमेंट में घुस गया था। इसके बाद सातवीं-आठवीं मंजिल तक वो सीढ़ियों से गया और फिर डक्ट यानी पाइपलाइन के सहारे 12वीं मंजिल तक गया और फिर बाथरूम की खिड़की से सैफ के डुप्लेक्स के अंदर। इसके बाद जो कुछ हुआ, वो आपको पता है।

बांग्लादेशी घुसपैठिए को कैसे मिली नौकरी?
शरीफुल पिछले पांच छह महीने पहले ही मुंबई आया था। वो एक हाउसकिपिंग कंपनी में जॉब करता है। लेकिन फिर उसे अचानक चोरी कर अमीर बनने का ख्याल आया। इसके लिए वो 9 जनवरी को अपने साथी के साथ उसकी बाइक पर बांद्रा स्टेशन तक पहुंचा था। इसके बाद वो अलग-अलग जगहों पर रहा और उसने 16 जनवरी को सैफ अली खान (Saif Ali Khan) के घर पर हमला किया। हमले के बाद वो उस रात पास के ही एक बस स्टॉप पर सोया रहा और अगले दिन वो ट्रेन से वर्ली तक गया। फिर आगे वो ठाणे निकल गया। जहां वो रहता है।

एक बाइक के नंबर से मिला फ़ाइनल सुराग
इधर, इस वारदात के बाद पुलिस को उसकी कई सीसीटीवी तस्वीरें मिली थीं। लेकिन लास्ट लोकेशन ट्रैक करने में पुलिस को दिक्कत हो रही थी। छानबीन में पुलिस को 9 जनवरी का वो सीसीटीवी फुटेज मिला, जिसमें वो एक बाइक से बांद्रा रेलवे स्टेशन के बाहर उतर रहा था। बस, यही पुलिस के लिए सबसे बड़ी लीड साबित हुई। पुलिस ने बाइक के नंबर के सहारे पहले बाइक वाले को ढूंढ निकाल। शरीफुल इस्लाम की पहचान की और फिर उसकी तलाश शुरू कर दी गई। इसके लिए पुलिस ने फेस रिकॉग्निशन तकनीक का भी सहारा लिया।
पुलिस को पता चला कि वो ठाणे के कसारवाड़ी इलाके के जंगलों में छिपा है। इस जगह पर लैबर कैंप भी है। जहां वो रहा करता था। बस इसके बाद पुलिस ने व्यापक तलाशी अभियान की शुरुआत की और आखिरकार 72 घंटे के अंदर शरीफुल इस्लाम को दबोच लिया।
घुसपैठिए से क़ातिलाना हमलावर तक
पुलिस वो पुलिस रिमांड पर है। जहां उससे आगे की पूछताछ होनी है। मसलन, उसने सैफ (Saif Ali Khan) के घर को ही क्यों और कैसे टार्गेट किया? क्या वो जानता था कि वो जिस घर में जा रहा है, वो सैफ अली खान का घर है? बांग्लादेश से वो भारत आखिर कैसे पहुंचा? वो इतने दिनों से अवैध तरीके से यहां कैसे रह रहा था? वगैरह। बहरहाल, शरीफुल इस्लाम का इस वारदात को अंजाम देना जितना चौंकाने वाला था, उतना ही उसके पकड़े जाने की कहानी।
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