
Ranya Rao Gold Smuggling Case.
Ranya Rao Gold Smuggling : खूबसूरत कन्नड़ हीरोइन रान्या राव ने गोल्ड स्मगलिंग को लेकर जो खुलासा किया है, वो हैरान करने वाला है। रान्या राव ने कहा है कि उसने गोल्ड स्मगलिंग का तरीका यूट्यूब देख कर सीखा और इस काम के लिए उसे गुमनाम नंबरों से कॉल्स आए। जिसके बाद उसने दुबई की ट्रिप की, वहां से सोना लिया और इंडिया में आकर उसे डिलिवर करने वाली थी। लेकिन इससे पहले ही पकड़ ली गई।
अब तक की छानबीन में पता चला है कि रान्या राव ने ना सिर्फ गोल्ड स्मगलिंग के लिए एक खास किस्म की बेल्ट और ड्रेस तैयार करवाई थी, बल्कि वो अपनी जांघों मेें भी गोल्ड बिस्किस्ट चिपका कर लाया करती थी। (Ranya Rao Gold Smuggling)
Ranya Rao Gold Smuggling – अपनी जांघों में ऐसे छुपाती थी सोना
डीआरआई के सूत्रों ने खुलासा किया है कि इस बार जब रान्या राव को 3 मार्च को पकड़ा गया, तब उसने अपनी जांघों और कमर के इर्द गिर्द टेप और बेल्ट लगा कर 14 किलो से ज्यादा सोने की खेप छुपा रखी थी। हालांकि जब उसकी तलाशी ली गई, तो शुरू में तो वो अंजान बनने का नाटक करने लगी, लेकिन बाद में उसने माना कि वो एक बड़े गोल्ड रैकेट के लिए काम कर रही थी। इसके बाद उसने बताया कि कैसे उसने यूट्यूब देख कर अपने शरीर के आंतरिक हिस्सों में सोना छिपाने की ट्रिक सीखी।
Ranya Rao Gold Smuggling – रान्या के DGP पिता को छुट्टी पर भेजा गया
उधर अब रान्या राव के पिता और कर्नाटक के डीजीपी रैंक के लिए ऑफिसर रामचंद्र राव पर बेटी की करतूत की गाज गिरी है। कर्नाटक सरकार ने डीजीपी राव को फोर्स लीव यानी बाध्यकारी छुट्टी पर भेज दिया है। असल में रामचंद्र राव ने बेटी के तस्करी में गिरफ्तार होते ही खुद को इस केस से अलग करने की कोशिश की थी। उन्होंने बताया था कि उनकी बेटी की चार महीने पहले शादी हो चुकी है और वो अलग रहती है। इसलिए उसका और उसकी करतूतों का उनसे कोई लेना-देना नहीं है।
रान्या राव पर न्यूज क्रॉनिकल्स की ये रिपोर्ट भी देखें-
https://newschronicles.in/ranya-rao-case-5183-2/
Ranya Rao Gold Smuggling – आखिर पिता के प्रोटोकॉल ऑफिसर का यूज कैसे?
लेकिन बाद में जांच में पता चला कि रान्या राव अक्सर अपने पिता के रसूख और दबदबे का इस्तेमाल करके ही गोल्ड स्मगलिंग करती थी। उसने डीजीपी प्रोटोकॉल ऑफिसर की मदद से काम कई बार किया। वो हर बार जब भी सोना छुपा कर लाती, सरकारी प्रोटोकॉल ऑफिसर उसे रिसीव करने एयरपोर्ट पहुंच जाया करता और उसे बगैर तलाशी के ही वीआईपी एग्जिट से बाहर निकलवा लेता। इसके बाद वो अपने पिता की सरकारी गाड़ी में ही सुरक्षित अपनी मंजिल तक का सफर पूरा करती।
अब सवाल ये है कि ये सबकुछ रामचंद्र राव की जानकारी के बगैर हो रहा था या नहीं? फिलहाल डीआरआई के साथ-साथ सीबीआई भी इस मामले की जांच कर रही है।
Ranya Rao पर इंडियन एक्सप्रेस की खबर पढ़नी चाहिए-
https://indianexpress.com/article/
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