Rabies Suicide Case : कुत्तों के काटने से होने वाली बीमारी रेबीज कितनी खतरनाक है, इसका अंदाजा आप इसी बात से लगा सकते हैं कि रेबीज का शिकार इंसान मौत से पहले क्या करेगा, खुद उसे भी पता नहीं होता। वो बुरी तरह तड़पता है और उसका व्यवहार बिल्कुल बदल जाता है। तामिलनाडु के कोयंबटूर सरकारी अस्पताल में रेबीज के शिकार एक मरीज ने जो कुछ किया,उसके बारे में कोई सोच भी नहीं सकता था। उसने पहले अस्पताल के वार्ड में लगी खिड़की का शीशा तोड़ा और फिर उसके कांच से उसने ही खुद अपना गला काट कर जान दे दी। जी हां, अस्पताल में अपना ही गला रेत कर वो मारा गया। (Rabies Suicide Case)

Rabies Suicide Case : खिड़की के शीशे से खुद को किया घायल
मरने वाले शख्स की पहचान रामचंद्र के तौर पर हुई है, जो मूल रूप से ओडिशा का रहने वाला था। कुछ रोज़ पहले उसे एक आवारा कुत्ते ने काट किया था और उसने ठीक से अपना इलाज नहीं करवाया। नतीजा ये हुआ कि उसके शरीर में रेबीज के लक्षण दिखाई देने लगे और फिर देखते ही देखते उसकी हालत इतनी बिगड़ गई कि उसे संभालना डॉक्टरों के लिए भी मुश्किल होने लगा। इन हालात में रामचंद्र को अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में शिफ्ट किया गया था। ताकि वो किसी दूसरे मरीज को नुकसान न पहुंचाए। लेकिन वहां रामचंद्र ने जो कुछ किया वो भयानक था। उसने पहले चिल्लाते हुए कांच की खिड़की तोड़ी और फिर तेज धार शीशे से अपना गला रेत लिया।
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Rabies Suicide Case : वो मरता रहा लोग वीडियो बनाते रहे
अस्पताल के कर्मचारी ये सब देखते रहे लेकिन पास जाने की हिम्मत नहीं जुटा सके। बाद में लोगों ने पुलिस को इत्तिला दी और जब तक पुलिस मौके पर पहुंची, तब तक रामचंद्र का काफी खून बह चुका था और उसी अस्पताल के बिस्तर पर उसकी मौत हो गई। मरीज के खुद को नुकसान पहुंचने के इस भयानक मंजर को कुछ लोगों ने अपने मोबाइल फोन में भी कैद किया। वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन की मानें तो समय पर वैक्सीन लेकर इंसान इस खतरनाक बीमारी से बच सकता है। ये वायरस से फैलने वाली एक बीमारी है, जिसमें 99 फीसदी मामलों में वायरस कुत्तों से इंसान के शरीर में पहुंचता है।