PMGSY-3. AI से ली गई प्रतीकात्मक तस्वीर.
PMGSY‑3 : उत्तर प्रदेश में 2,565 नई सड़क परियोजनाओं को मंजूरी दी गई है, जिनकी कुल लंबाई लगभग 13,374 किलोमीटर होगी। यह सड़कें न केवल मौजूदा मार्गों को मजबूत करेंगी, बल्कि कई नई सड़कें भी बनेंगी, जिससे ग्रामीण इलाकों में आवागमन तेज़ और सुरक्षित होगा।
जानिए क्या है योजना का उद्देश्य और इसका महत्व
प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना (PMGSY-III) ग्रामीण इलाकों में सड़क नेटवर्क को मजबूत करने और गाँवों को शहरों, मंडियों, स्कूलों और अस्पतालों से जोड़ने का एक महत्वाकांक्षी कदम है। ग्रामीण विकास मंत्रालय की रिपोर्ट के अनुसार, इस योजना का मकसद है सभी मौसम में चलने योग्य सड़कों के जरिए ग्रामीण जीवन को आसान बनाना।
उत्तर प्रदेश में इस योजना पर 1000 करोड़ रुपये खर्च होंगे
केंद्र सरकार द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, इस योजना पर उत्तर प्रदेश में अनुमानित खर्च ₹1,000 करोड़ रखा गया है।
- औसत लागत प्रति किलोमीटर: ₹7.5 लाख
- निर्माण समय: 6 से 12 महीने प्रति सड़क
इन आंकड़ों के आधार पर यह साफ है कि योजना न केवल लंबी दूरी की सड़कें प्रदान करेगी, बल्कि वित्तीय संसाधनों का कुशल उपयोग भी सुनिश्चित करेगी।
रोजगार और स्थानीय विकास में तेजी की है उम्मीद
सड़कों के निर्माण से स्थानीय श्रमिकों को रोजगार मिलेगा और निर्माण सामग्री का स्थानीय स्तर पर उपयोग किया जाएगा। ग्रामीण विकास मंत्रालय की रिपोर्ट बताती है कि इस परियोजना से लगभग 10,000 लोगों को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे। इस पहल से ग्रामीण अर्थव्यवस्था को भी गति मिलने के उम्मीद है।
टेक्नोलॉजी के मामले में ये योजना साबित होगी एक मील का पत्थर
निर्माण की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए स्मार्ट रोड डिजाइन, डिजिटल निगरानी और जियो-टैगिंग सिस्टम का उपयोग किया जाएगा। इसका मतलब है कि सड़कें टिकाऊ, मजबूत और समयबद्ध तरीके से तैयार होंगी।
रखरखाव और दीर्घकालिक प्रभाव के मद्देनजर की गई है तैयारी
निर्मित सड़कों का रखरखाव पहले 5 साल निर्माण एजेंसी द्वारा किया जाएगा और उसके बाद राज्य सरकार जिम्मेदारी संभालेगी। ग्रामीण विकास मंत्रालय के अनुसार, इन सड़कों के पूरी तरह तैयार होने पर ग्रामीण क्षेत्रों की तस्वीर बदल जाएगी और प्रदेश के समग्र विकास में महत्वपूर्ण योगदान होगा। लगे हाथ इसके मुख्य बिंदुओं पर भी गौर फरमाइए।
- 2,565 परियोजनाएं
- 13,374 किलोमीटर लंबाई
- ₹1,000 करोड़ अनुमानित बजट
- औसत लागत ₹7.5 लाख प्रति किलोमीटर
- निर्माण समय 6-12 महीने
- 10,000 से अधिक रोजगार अवसर
इस रिपोर्ट से स्पष्ट है कि PMGSY-III योजना उत्तर प्रदेश के ग्रामीण इलाकों के लिए जीवन बदलने वाली पहल है, जो कनेक्टिविटी, रोजगार और स्थानीय विकास तीनों को एक साथ बढ़ावा दे रही है।
