Plane Crash News Update : प्लेन का Black Box मिला.. अब ऐसे सुलझेगा हादसे का असली रहस्य..

Plane Crash News Update : दुनिया में कहीं भी किसी भी कोने में जब भी कोई हवाई हादसा होता है, ब्लैक बॉक्स का जिक्र जरूर होता है। असल में ब्लैक बॉक्स ही वो चीज है, जिसमें प्लेन हादसे का असली राज कैद होता है। फिलहाल अहमदाबाद विमान हादसे में भी बोइंग ड्रीमलाइनर का ब्लैक बॉक्स बरामद कर लिया गया है। जिससे उम्मीद की जा सकती है कि जल्द ही इस विमान हादसे की असली वजह भी दुनिया के सामने होगी।

आखिर क्या होता है ब्लैक बॉक्स? कैसे करता है काम?

लेकिन आखिर ये ब्लैक बॉक्स काम कैसे करता है? आखिर इसमें ऐसा क्या होता है, जिससे हादसे की सही सही वजहों का पता चलने की उम्मीद होती है? आखिर इसे ब्लैक बॉक्स ही क्यों कहते हैं? तो आज आपको इस आर्टिकल में इन सवालों का जवाब देने की कोशिश करेंगे। लेकिन पहले जानिए इस प्लेन का ब्लैक बॉक्स कहां और कैसे मिला?

AI 171 के ब्लैक बॉक्स की तलाश गुरुवार को हादसे के फौरन बाद ही शुरू हो गई थी, लेकिन ये 24 घंटे से भी ज्यादा का समय गुजरने के बाद शुक्रवार की शाम करीब 4 बजे मिला। ये उसकी बीजी हॉस्टल की छत पर जिससे विमान की टक्कर हुई थी।

ब्लैक बॉक्स में रिकॉर्ड होती है लास्ट मोमेंट की सारी हलचल

अब जानिए ब्लैक बॉक्स के बारे में। तो ब्लैक बॉक्स असल में विमान में मौजूद वो डिवाइस होती है, जिसमें फ्लाइट के अंदर हो रही सारी गतिविधियों और पायलट्स के बीच हो रही बातचीत रिकॉर्ड होती है। इसके मोटे तौर पर दो सेगमेंट होते हैं। एक फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर और दूसरा ऑडियो रिकॉर्डर। फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर में हादसे से पहले हवाई जहाज के अंदर का सारा ब्यौरा मसलन हादसे के वक्त ऊंचाई, रफ्तार, ईंधन की स्थिति और दूसरी चीजें दर्ज ही जाती हैं और इससे हादसे के बाद उसकी वजहों को समझने में मदद मिलती है।

जबकि इसके दूसरे हिस्से में ऑडियो रिकॉर्डर होता है, जो कॉकपिट के अंदर आखिरी वक्त पर दोनों पायलट्स के बीच में हो रही बातचीत के साथ साथ सारी आवाजों को रिकॉर्ड करता है। इससे भी हादसे की असली वजह को समझने में मदद मिलती है।

प्लेन के पिछले हिस्से में फिट होता है ब्लैक बॉक्स

ब्लैक बॉक्स प्लेन के पिछले हिस्से में ही होता है। क्योंकि ये देखा गया है कि ज्यादातर हादसों में प्लेन का पिछला हिस्सा उतनी बुरी तरह क्षतिग्रस्त नहीं होता, जितना बाकी हिस्से होते हैं। लेकिन इसके अलावा भी ब्लैक बॉक्स पर न तो आग का असर होता है और न पानी का। बल्कि हादसे के बाद भी वो एक सिग्नल छोड़ता रहता है, जिससे उसे ढूंढने में मदद मिलती है।

वैसे ब्लैक बॉक्स सिर्फ नाम का ही ब्लैक बॉक्स है। असल में ये गहरे भगवे रंग का होता है, ताकि हादसे वाली जगह पर इसे आसानी से लॉकेट किया जा सके।

फिलहाल एयर इंडिया के प्लेन का ब्लैक बॉक्स भी बरामद कर लिया गया है और उम्मीद की जा सकती है कि जल्द ही इस विमान के हादसे की असली वजह सबके सामने होगी।

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