
Patna News. गोपाल खेमका की हत्या का सुराग तलाश रही है पुलिस.
Patna News: पटना के नामी कारोबारी और मगध अस्पताल के मालिक गोपाल खेमका की हत्या को लेकर एक तरफ सियासत गर्म हो चुकी है, वहीं दूसरी तरफ पटना पुलिस के लिए इसके गुनहगारों को जल्द से जल्द पकड़ना एक बड़ी चुनौती है। सवाल ये है कि गोपाल खेमका की हत्या आखिर क्यों हुई? और शूटर्स कौन थे? हत्या के पैटर्न को देख कर एक बात तो पुलिस को क्लियर है, वो ये कि ये काम पेशेवर अपराधियों का है और हत्या के लिए सुपारी दी गई है। लेकिन ये सुपारी किसने दी, क्यों दी, इन सवालों पर से पर्दा हटना अभी बाकी है।
पुलिस ने बेऊर में बंद अपराधियों से की पूछताछ
पटना पुलिस ने कल ही इस सिलसिले में बेऊर जेल में दबिश दी। पुलिस को कुछ लीड मिली है। जिसके तहत उसने बेऊर जेल पहुंच कर कुछ अपराधियों से पूछताछ भी की है। पटना पुलिस का बेऊर जेल जाकर अपराधियों से पूछताछ करना इस बात की निशानी हो सकती है कि खेमका की हत्या की सुपारी जेल में बंद किसी छंटे हुए बदमाश ने ही दी हो। फिलहाल पुलिस को शक अजय वर्मा समेत कुछ और बदमाशों की तरफ है।
पुलिस को जमीन विवाद में कत्ल कराए जाने का शक
रही बात मोटिव की, तो पुलिस को वारदात के पीछे जमीन विवाद का शक है। असल में खेमका का कई लोगों के साथ प्रॉपर्टी को लेकर विवाद चला आ रहा था। वो पटना के पुराने और रसूखदार कारोबारी थे। ऐसे में शायद दूसरे पक्ष को ये लगता है कि खेमका को रास्ते से हटाए बगैर उनके लिए काम आसान नहीं होने वाला। हालांकि पटना पुलिस की यही आखिरी और फाइनल थ्योरी नहीं है। पुलिस की जांच फिलहाल सारे एंगल पर चल रही है।
गोपाल खेमका के भाई ने क्या कहा, आपको वो सुनना चाहिए-
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बेटे ने एफआईआर में किसी का नाम नहीं लिखवाया
खेमका के छोटे बेटे गौरव खेमका ने इस सिलसिले में जो एफआईआर दर्ज करवाई है, उसमें उन्होंने किसी का जिक्र नहीं किया है। ऐसे में फिलहाल पुलिस के पास कोई प्राइम सस्पेक्ट नहीं है। पटना के गांधी मैदान इलाके में पनाश होटल के करीब गोपाल खेमला को शूटर्स ने तब अपनी गोलियों का निशाना बनाया था, जब वो शुक्रवार रात को घर जाने के लिए गाड़ी से उतर रहे थे।
खेमका के बड़े बेटे की भी हुई थी ऐसे ही हत्या
खेमका परिवार के साथ ऐसी वारदात दूसरी बार हुई है। करीब छह साल पहले भी उनके एक बेटे गुंजन खेमका की इस तरह गोली मार कर वैशाली में हत्या कर दी गई थी। अब ये दूसरी वारदात हुई है। ऐसे में पुलिस के ऊपर दोहरा दबाव है। पहला तो यही है कि एक ही परिवार के लोग बार-बार टारगेट हो रहे हैं, तो पुलिस उनकी सुरक्षा सुनिश्चित क्यों नहीं करती? दूसरा ये कि इस मामले के पीछे कौन है, उसका पता लगाना।
Bihar News : पटना के नामी कारोबारी गोपाल खेमका की हत्या, 6 साल पहले बेटे का भी हुआ था मर्डर..