
Patna murder case. शेरू सिंह पर चंदन मिश्रा की हत्या करवाने का आरोप है.
Patna murder case : पटना के पारस अस्पताल में हुए चंदन मिश्रा हत्याकांड से जुड़े कुछ शूटरों को पटना पुलिस और बिहार एसटीएफ ने मिल कर पश्चिम बंगाल से गिरफ्तार कर लिया है। हालांंकि अभी पुलिस ने ऑफिशियली इसके बारे में कोई जानकारी नहीं दी है। गैंगस्टर चंदन मिश्रा का कत्ल उसके विरोधी गुट शेरू सिंह गैंग ने करवा दिया था और समझा जाता है कि इसके लिए तौसीफ बादशाह नाम के एक किराये के कातिल को शेरू सिंह गैंग ने सुपारी दी थी।
आखिर क्या थी शेरू और चंदन मिश्रा की दुश्मनी?
लेकिन अब लोग जानना चाहते हैं कि शेरू सिंह के साथ चंदन मिश्रा की क्या दुश्मनी थी? क्यों दोनों एक दूसरे से खून के प्यासे थे? तो आइए अब आपको सिलसिलेवार तरीके से वो कहानी बताते हैं। चंदन मिश्रा और शेरू सिंह दोनों बिहार के बक्सर जिले के रहने वाले हैं। जुर्म की दुनिया में चंदन मिश्रा की एंट्री एक इत्तेफाक से ही हुई। हुआ यूं कि एक रोज चंदन गांव के बच्चों के साथ क्रिकेट खेल रहा था और खेल के दौरान उसकी एक लड़के से लड़ाई हो गई। चंदन अपनी शिकायत लेकर उस लड़के के घर पहुंचा, लेकिन लड़के के घरवालों ने उल्टा चंदन को पीट दिया।
क्रिकेट मैच में हुई मारपीट से गैंगस्टर तक का सफर
इसके बाद गुस्साए चंदन मिश्रा ने अपने पिता की रिवॉल्वर निकाली और उस लड़के को गोली से उड़ा दिया, जिससे उसकी लड़ाई हुई थी। और बस इसी वाकये के साथ चंदन मिश्रा की जुर्म की दुनिया में एंट्री हो गई। उधर, शेरू भी बक्सर में गुंडागर्दी करने लगा था। दोनों की उम्र तकरीबन एक ही है। अब पहले रिमांड होम और तब जेल जाने के बाद दोनों ने बक्सर में रंगदारी वसूली का काम शुरू कर दिया। कहते हैं कि दोनों जिस कारोबारी से भी रंगदारी मांगते, उसे ऐलानिया बता देते कि अगर पैसे नहीं दिए तो फिर कब कहां और किस तारीख को उसे मारेंगे।
चंदन और शेरू कभी ऐलानिया कत्ल करते थे
इस तरह दोनों ने मिल कर बक्सर और आस-पास के इलाके में करीब 7 से 8 हत्याएं की। हत्या के कुछ मामलों में दोनों को आजीवन कारावास की सजा भी हुई। लेकिन चंदन और शेरू की दोस्ती एक दूसरे पर पैदा हुए अविश्वास के चलते टूट गई। दोनों को लगता था कि उसका पार्टनर रंगदारी के पैसों का गबन कर रहा है। फिर शेरू की चंदन के परिवार की एक लड़की से नजदीकियां भी हो गई। जिसने दोनों के बीच आग में घी का काम किया। और आखिरकार चंदन के कत्ल की प्लानिंग हुई।
तौसीफ बादशाह गैंग के पांच शूटर पकड़े गए
अपनी मौत से पहले भी चंदन पटना के बेऊर जेल में बंद था और वो पेरोल लेकर अपने इलाज के लिए पारस अस्पताल में भर्ती हुआ था। गुरुवार की सुबह इसी पारस अस्तला के कमरा नंबर 209 में शूटर तौसीफ बादशाह समेत पांच लोग घुसे और उन्होंने चंदन को गोली माकर उसकी हत्या कर दी और फरार हो गए। हालांकि इस शूटआउट में कुल 6 शूटर थे, जिनमें एक अस्पताल के बाहर था। अब खबरों के मुताबिक पुलिस ने पश्चिम बंगाल से इस केस के 5 शूटरों को पुलिस ने दबोचने में कामयाबी हासिल कर ली है।