Patna Hospital Murder – शनिवार, 22 मार्च को भी पटना के एशिया हॉस्पिटल में रोज की तरह काम-काज जारी था। अस्पताल में स्टाफ के लिए आज एक ट्रेनिंग प्रोग्राम था। ट्रेनिंग के बाद करीब 15 से 20 कर्मचारी आपस में बातचीत कर रहे थे। इसी दौरान एक कर्मचारी ने ट्रेनिंग वाली जगह के ठीक बगल वाले कमरे में मौजूद हॉस्पिटल की डायरेक्टर सुरभि राज के चेंबर में जाकर उनसे मिलने की बात सोची। लेकिन जैसे ही उसने कमरे का दरवाजा खोला, डर के मारे चीखता हुआ बाहर आ गया। सुरभि राज अपने कमरे में लहूलुहान पड़ी थी। देखते ही देखते अस्पताल में शोर मच गया। उनकी हालत को देखते हुए उन्हें तुरंत आईसीयू में ले जाया गया। अब तक लोगों को लग रहा था कि शायद उन्हें किसी वजह से खून की उल्टी हुई है। लेकिन जब डॉक्टरों ने उनकी जांच की, तो पता चला कि मामला खून की उल्टी का नहीं बल्कि गोली का है। (Patna Hospital Murder)
Patna Hospital Murder – हत्या की और धो-पोंछ कर सबूत मिटा डाले
सुरभि राज को किसी ने उनके चेंबर में घुस कर पांच से छह गोलियां मारी थी। जिससे उनका पूरा जिस्म छलनी हो चुका था। उनकी हालत बेहद नाजुक थी। इसलिए अपने ही अस्पताल से रेफर करके उन्हें पटना के एम्स भिजवाया गया। लेकिन लाख कोशिश के बावजूद उनकी जान नहीं बचाई जा सकी। यानी सुरभि राज का कत्ल हो गया। अब मामला पटना के ही अगमकुआं पुलिस के पास पहुंचा। पुलिस को करीब 2 घंटे देर से खबर मिली। लेकिन पुलिस जब मौके पर पहुंची, तो सीन ऑफ क्राइम की हालत देख कर चौंक गई। जिस कमरे में सुरभि राज का कत्ल हुआ, वो कमरा अब शीशे की तरह चमक रहा था। वहां फर्श पर मौजूद खून की धार को धो-पोंछ कर साफ कर दिया गया था।

जब पुलिस ने सवाल जवाब किया, तो पता चला कि अस्पताल के ही किसी कर्मचारी ने सुरभि राज के खून की उल्टी करने की कहानी सुना कर अस्पताल की महिला सफाई कर्मचारी से उनके चैंबर की सफाई करवा दी थी। यानी पूरे सीन ऑफ क्राइम को खराब कर दिया था। यहां तक कि कमरे में पड़े गोलियों के खोखे भी अस्पताले कर्मचारियों ने बीन कर रख लिए थे। जांच आगे बढ़ी तो पता चला कि अस्पताल के ज्यादातर सीसीटीवी कैमरे भी वारदात के वक्त काम नहीं कर रहे थे। ऊपर से जब पुलिस अस्पताल के लोगों से पूछताछ की, तो सबने एक सुर में यही कहा कि उन्होंने ना तो कोई गोली की आवाज सुनी और ना ही किसी कातिल को सुरभि राज के चैंबर तक आते या जाते हुए देखा। यानी हत्या के ये मामला पूरी तरह रहस्यमयी था।
इस वारदात से जुड़ा एक सोशल मीडिया लिंक भी देखें-
https://x.com/INCMumbai/status/1903823341150261705
Patna Hospital Murder – किसी अंदरुनी साजिश के मिल रहे थे संकेत
जाहिर है ये सारी बातें यही ईशारा कर रही थी कि कत्ल के इस मामले में कोई ना कोई इनसाइडर यानी अस्पताल से जुड़ा आदमी ही शामिल है। वरना आखिर कोई पूरे सीन ऑफ क्राइम को खराब करने से लेकर, कैमरों को बंद करने, कर्मचारियों को कुछ भी सुनाई या दिखाई न देने जैसी साजिश कैसे रचता? अब पुलिस ने सुरभि राज के पति राकेश रौशन के बारे में पता करना शुरू किया और तीन दिन गुजरते-गुजरते आखिरकार राकेश रौशन और अस्पताल की एक महिला कर्मी समेत पांच लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया। सुरभि राज की हत्या की साजिश किसी और ने नहीं बल्कि खुद उनके पति ने रची थी। आपको याद होगा ‘न्यूज क्रॉनिकल्स’ ने पहले ही इस सिलसिले में तैयार की गई एक रिपोर्ट में ये बता दिया था कि जल्द ही इस मामले का खुलासा हो सकता है और कातिल कोई बाहर का नहीं बल्कि अस्पताल से ही जुड़ा कोई शख्स है। और अब वही बात निकली। आप सबसे नीचे ‘न्यूज क्रॉनिकल्स’ की वो खबर भी देख सकते हैं।

इस केस से जुड़ी पहली खबर पर भी नजर डालिए-
https://newschronicles.in/patna-doctor-murder-5652-2/
Patna Hospital Murder – कातिल पकड़े गए मगर गोली किसने मारी पता नहीं!
पटना के एसएसपी अवकाश कुमार ने कहा है, “सुरभि राज के पति राकेश रौशन का अस्पताल में ही काम करने वाली एक महिला से अफेयर था और इन्हीं दोनों ने मिल कर इस मर्डर की साजिश रची। जिसमें अस्पताल के कर्मचारियों ने भी साथ दिया।” यानी तीन दिन बाद पुलिस ने इस मामले का खुलासा तो कर दिया है। ये भी क्लीयर कर दिया है कि कत्ल का मोटिव लव अफेयर है। लेकिन इतना होने के बावजूद पुलिस को अब तक ये नहीं पता है कि आखिर सुरभि राज को 6-6 गोलियों से छलनी किसने किया? यानी देखा जाए तो ये मामला अभी सुलझ कर भी नहीं सुलझा है।