Palamu elephant theft case. प्रतीकात्मक तस्वीर.
Palamu elephant theft case: आपने रुपये-पैसे, धन दौलत और दूसरी बेशकीमती चीजों की चोरी के बारे में तो सुना होगा, लेकिन अगर कोई कहे कि उसकी पालतू हथनी ही किसी ने चुरा ली, तो इसे आप क्या कहेंगे? ये कहानी है झारखंड के पलामू की, जहां एक पालतू हथनी को उसका महावत ही कथित तौर पर चुरा ले गया। हथनी की कीमत करीब 1 करोड़ रुपये बताई गई है। इस सिलसिले में हाथी के मालिक ने जिले के मेदिनीनगर सदर थाने में बाकायदा एफआईआर दर्ज करवाई है।
यूपी में हथनी को खाने-पीने की दिक्कत हो रही थी
यूपी के मिर्जापुर के रहने वाले नरेंद्र कुमार शुक्ला ने इस हथनी को किसी से एग्रिमेंट के तहत हासिल किया था। लेकिन चूंकि मिर्जापुर में हथनी के लिए खाने-पीने की चीजों का सही तरीके से इंतजाम नहीं हो पा रहा था, उसने हथनी को झारखंड ले जाने का फैसला किया। इसके बाद उन्होंने हथनी की देखभाल का जिम्मा दो महावतों को दिया। मुन्ना पाठक और मुन्ना पांडेय।
हथनी रातों-रात हो गई गायब.. महावतों के फोन भी हो गए ऑफ
दोनों हथनी को लेकर झारखंड के पलामू जिले के मेदिनीनगर इलाके में पहुंचे। नरेंद्र शुक्ला कुछ रोज पहले दोनों से मिल कर भी गए। वहीं उनके साथ मौजूद थी। हरी-हरी पत्तियां चबा रही थी। लेकिन इसके चंद दिन बाद असली खेल हो गया। 13 अगस्त को जब नरेंद्र कुमार शुक्ला दोबारा मेदिनीनगर आए, तो ना तो 1 करोड़ी हथनी मिली और ना ही दोनों महावत मिले। यहां तक कि दोनों महावतों का मोबाइल फोन भी ऑफ हो चुका था।
अब जीपीएस चिप के सहारे चालू हुई 1 करोड़ी हथनी की तलाश
खास बात ये है कि हथनी में जीपीएस चिप लगी है और अब उसी चिप के आधार पर पुलिस और वन विभाग के लोग हथनी की तलाश में जुटे हैं। शक है कि दोनों महावत हथनी को लेकर कहीं फरार हो गए हैं। वरना दोनों के मोबाइल फोन का यूं स्विच्ड ऑफ हो जाना मुमकिन नहीं है। पुलिस ने मामले की तफ्तीश शुरू कर दी है। पुलिस को शक है कि इसके पीछे जानवर की तस्करी का गैंग का हो सकता है। संभव के महावत भी उसी गैंग से जुड़े हुए हों।
