Pahalgam Attack – तो क्या 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले को टाला जा सकता था? इस वारदात से महज दो दिन पहले पहलगाम घूमने गई एक महिला पर्यटक की बातों को सुन कर तो कुछ ऐसा ही लगता है। महिला पर्यटक ने खुलासा किया है कि पहलगाम घूमने के दौरान उन्हें एक ऐसा खच्चर वाला मिला था, जो संदिग्ध बातें कर रहा था। महिला ने उसकी संदिग्ध बातों का ब्यौरा अब सार्वजनिक किया है। (Pahalgam Attack )
जिसके बाद सुरक्षा एजेंसियों ने तत्परता दिखाते हुए उस संदिग्ध खच्चर वाले को गिरफ्तार कर लिया है। अब सवाल ये है कि क्या ये खच्चर वाला वाकई आतंकी साजिश का हिस्सा था? अगर हां, तो उसकी संदिग्ध बातचीत का खुलासा अगर महिला पर्यटक ने उसी रोज यानी 20 अप्रैल को ही कर दिया होता, तो शायद इस हमले को टाला जा सकता था।
Pahalgam Attack – सामने आया पहलगाम हमले का चौंकाने वाला सच
कश्मीर के गांदरबल पुलिस ने एक ऐसे खच्चर वाले को गिरफ्तार किया है, जो पहलगाम में हुए भयानक आतंकी हमले से पहले कुछ संदिग्ध बातें कर रहा था। कश्मीर घूमने गई एक महिला ने उसकी ये बातें सुनी थी और अब जब ये बड़ा हमला हो गया, उस महिला ने एक सोशल मीडिया पर एक वीडियो बना कर इस खच्चर वाले के बारे में खुलासा किया।

जिसके बाद जम्मू-कश्मीर पुलिस ने फौरन एक्शन में आते हुए उस खच्चर वाले को धर दबोचा और अब उससे पूछताछ चल रही है। खच्चर वाले की पहचान अयाज अहमद के तौर पर हुई है, जो गांदरबल के गोहिनपुरा रीजन का रहने वाला है।
Pahalgam Attack – महिला सैलानी ने वीडियो बना कर किया बड़ा खुलासा
इस खच्चर वाले की तस्वीर दिखाए हुए महिला ने एक वीडियो बनाया था। महिला ने वीडियो में बताया कि जब वो 20 अप्रैल को पहलगाम के बैसरन घाटी में घूमने गई थी, तब खच्चर वाले ने ही उसे वहां घुमाया था। लेकिन उस खच्चर राइड के दौरान उसने कई अजीबोगरीब सवाल किए। मसलन उसने महिला से पूछा कि उसका धर्म क्या है, उसके धार्मिक स्थल कौन-कौन से हैं, वो कहां-कहां जा चुकी है, उसके दोस्त कौन-कौन हैं.. वगैरह।
तब तो महिला को इस बात के पीछे का मतलब इतना समझ में नहीं आया, लेकिन जब 22 अप्रैल को पहलगाम में इतना बड़ा आतंकी हमला हो गया, वो उस खच्चर वाले की बातों को रिलेट कर पा रही है।
Pahalgam Attack – कोड लैंग्वेज में क्या बात कर रहा था खच्चर वाला?
कहानी इसके आगे भी है। महिला ने बताया है कि वो शख्स को कोड लैंग्वेज में भी बातचीत कर रहा था। मसलन वो किसी से फोन पर प्लान ए और प्लान बी डिस्कस कर रहा था। साथ ही बंदूक भेजने और छुपाने जैसी बातचीत भी की थी। महिला का कहना है कि ये बातचीत वो तब कर रहा था, जब उसके पास किसी का फोन आया। हालांकि जब उस शख्स को एहसास हुआ कि सैलानी उसकी ये बातचीत सुन रहे हैं, उस खच्चर वाले ने लोकल लैंग्वेज में बातचीत करने की शुरुआत कर दी थी।
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खच्चर वाले के संदिग्ध आतंकी कनेक्शन पर आजतक ने भी खबर प्रकाशित की है-
अब इस महिला के खुलासे को सुन कर यही लग रहा है कि काश इस महिला पर्यटक ने 20 अप्रैल को जब ये संदिग्ध बातचीत सुनी थी, अगर तभी वो इस मामले में सक्रियता दिखा कर एजेंसियों को सूचित करती, तो शायद इतने बड़े आतंकवादी हमले को टाला जा सकता था।