
North India floods 2025. उत्तर भारत का एक बड़ा इलाका बाढ़ और बारिश से प्रभावित है.
North India floods 2025 – इस बार उत्तर भारत में तगड़ी बारिश हुई है और हो रही है। ऐसे में सिर्फ उत्तर भारत ही नहीं बल्कि मध्य भारत से लेकर दक्षिण पूर्वी भारत तक, जगह-जगह बाढ़ और बारिश का कहर अब लोगों को बुरी तरह परेशान करने लगा है। हालत ये है कि कई इलाके पूरी तरह से जलमग्न हो गया है और लोगों का जीना मुहाल हो रहा है। कई राज्यों के बड़े इलाके में लोग बाढ़ के चलते घर-बार छोड़ कर भागने यानी पलायन करने को मजबूर हो गए हैं।
उत्तराखंड में बारिश से जन-जीवन हुआ अस्त-व्यस्त
अब आइए सिलसिलेवार तरीके से एक-एक राज्य का हाल जानते हैं। सबसे पहले बात पहाड़ी राज्य उत्तराखंड की। पहाड़ खूबसूरत तो होते हैं, लेकिन पहाड़ी राज्यों में इंसान का जन-जीवन वैसे भी भी मुश्किलों से भरा होता है। इसके ऊपर अगर भयानक बारिश हो, नदियां उफान पर हों, लैंड स्लाइड हो रही हो, तो सोचिए दिक्कत कितनी ज्यादा होगी। उत्तराखंड में रेबड़ा नदी में बाढ़ के हालात हैं। इससे उधम सिंह नगर और आस-पास का बड़ा इलाका प्रभावित है। लोगों के घर जलमग्न हो चुके हैं और नैनीताल की कनेक्ट करने वाला रोड बंद हो चुका है। राहत और बचाव का काम चल रहा है। लेकिन दुखद ये है कि 11 साल का एक मासूम पानी में डूबने की वजह से अपनी जान से हाथ धो बैठा। एसडीआरएफ, सिविल डिफेंस, सब राहत और बचाव में लगे हैं।
सोशल मीडिया पर प्रयागराज का एक वायरल वीडियो देखें-
https://x.com/pawanks1997/status/1951590561796051433
कानपुर और प्रयागराज के इलाके बुरी तरह प्रभावित
अब बात यूपी की। कानपुर, प्रयागराज समेत कई जिलों में बारिश की वजह से जन जीवन प्रभावित हो चुका है। कई लो-लाइंग एरिया में पानी भरने की वजह से लोगों को नुकसान उठाना पड़ रहा है। सोशल मीडिया पर प्रयागराज का एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें एक पुलिस ऑफिसर अपने घर में घुस आए पानी में पूजन अर्चन करते दिखाई दे रहे हैं। ये बता रहे हैं कि मां गंगा उनके घर तक पहुंच गई है। हालांकि न्यूज क्रॉनिकल्स इस वीडियो की पुष्टि नहीं करता है। उधर, कानपुर में रामगोपाल चौराहे से आनंद साउथ सिटी के बीच टूटी सड़क की समस्या से ऊब कर समाजवादी पार्टी के सांसद अर्पित ने रोड पर धान ही रोप दिया।
प्रयागराज में गंगा का रौद्र रूप, कई इलाके डूबे
प्रयागराज में बाढ़ की समस्या बढ़ गई है। बदरा, सोनौटी, पुरवा, ढोलबजवा जैसे गांव अलग-थलग पड़ गए हैं। प्रशासन ने प्रभावित इलाकों में 23 नाव लगाए हैं। ताकि लोगों को रेसक्यू किया जा सके। घर-बार, दुकान-बाजार, मंदिर सब पानी में डूब चुका है। इसी बीच सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें लोग एक नवजात शिशु को बचाते हुए दिख रहे हैं।
मणिकर्णिका घाट पर शवों का अंतिम संस्कार रुका
वाराणसी में भी गंगा नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। घाटों पर बने मंदिर, 84 पक्के घाट सब पानी में डूबे हुए हैं। वरुणा नदी का पानी भी कैचमेंट एरिया में घुस चुका है। हालात क्या हैं आप इसी से समझिए कि मणिकर्णिका घाट में शवों का अंतिम संस्कार तक रुक गया है।
गाजीपुर में 400 से ज्यादा गांव पानी में डूबे
वाराणसी के बाद गाजीपुर की बात करते हैं। यहां 400 से ज्यादा गांव पानी में डूब चुके हैं। पांच तहसीलों में लोग प्रभावित हैं। बांदा और आस-पास के इलाकों में यमुना नदी कहर ढा रही है। बलिया जिले में दर्जनों मकान डूब चुके हैं और लोग बेघर हो गए हैं। कौशांबी, झांसी, भहोदी, हापुड़, ग्वालियर हर तरफ से जल प्रलय की कहानियां सामने आ रही हैं।
बाढ़ और बारिश की समस्या पर आप आजतक की ये रिपोर्ट देख सकते हैं-
राजस्थान, बिहार, बंगाल, झारखंड.. हर तरफ पानी ही पानी
राजस्थान में सवाई माधोपुर, भरतपुर का इलाका प्रभावित है, बिहार में बगहा में बाढ़ जैसे हालात हैं। पश्चिम बंगाल और झारखंड में डीवीसी के डैमों से पानी छोड़े जाने की वजह से लोगों को अलर्ट कर दिया गया है। अब बस लोग इंद्र देव से दया की भीख मांग रहे हैं।