Nick Maddock – अमेरिकी ट्रैवल ब्लॉगर निक मेडॉक को भारत में लगातार 15 घंटे तक ट्रेन में सफर करना भारी पड़ा। निक मेडॉक ने सोशल मीडिया पर अपना एक वीडियो शेयर करते हुए कुछ ऐसी ही बातें कही हैं, जिसके बाद अब लोगों ने निक को आड़े हाथों लेना शुरू कर दिया है। इंडियन यूजर्स ने इसे भारत को बदनाम करने के उनके प्रोपेगैंडा का हिस्सा बताया है। (Nick Maddock)
निक मेडॉक पिछले करीब 8 सालों से दुनिया भर में घूमते रहे हैं। इस दौरान उन्होंने कई मुश्किल जगहों की भी दूरियां नापी हैं। वो सोशल मीडिया पर लगातार अपने एक्सपीरिएंसेज शेयर करते रहते हैं। लेकिन लगता है कि भारत में किए गए 15 घंटों के नॉन स्टॉप ट्रेन राइड उनके लिए सबसे भारी साबित हुई है। उन्होंने इसे एक हॉरोइंग ट्रेन राइड यानी भयानक ट्रेन सफर करार दिया है।
Nick Maddock – अक्सीजन मास्क के सात यूट्यूबर का वीडियो देख चौंके लोग
इंस्टाग्राम पर ऑक्सीजन मास्क के साथ अपना एक वीडियो शेयर करते हुए उन्होंने बताया है कि वो सांस से जुड़ी गंभीर बीमारी का शिकार हो गए हैं और अस्पताल में भर्ती हैं। इस वीडियो के साथ उन्होंने कैप्शन में लिखा है- मुझे ठीक से पता नहीं है कि ये 15 घंटे के ट्रेन के सफर का नतीजा है या फिर हफ्ते भर तक बनारस में जलती लाशों के बीच सांस लेने का असर?
निक मेडॉक की ओर से सोशल मीडिया पर पोस्ट किया गया वीडियो देखें-
वीडियो में निक मेडॉक ने बताया है कि उन्होंने वाराणसी से न्यू जलपाईगुड़ी तक की दूरी सेकंड एसी स्लिपर में तय की, जिसमें उन्हें 15 घंटे लगे। हालांकि इसे उन्होंने एक खतरनाक तजुर्बा करार दिया। दूसरे वीडियो में उन्होंने ट्रेन के गंदे टॉयलेट के कुछ क्लिप्स भी सोशल मीडिया पर पोस्ट किए हैं। हालांकि अपने इसी पोस्ट के नीचे निक मेडॉक ने भारत के बारे में कई अच्छी बातें लिखी हैं। भारत के गौरवशाली इतिहास, परंपरा और यहां के मिलनसार लोगों का जिक्र भी किया है।
निक मेडॉक ने सोशल मीडिया पर इस सिलसिले में एक और पोस्ट किया. इसमें ट्रेन के गंदे टॉयलेट दिखाए-
आप इस सिलसिले में इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट देखें-
https://indianexpress.com/article/trending/
इसलिए कहते हैं बाकी कोई क्रिकेटर धोनी के आस-पास भी नहीं टिकता-
https://newschronicles.in/ms-dhoni-on-defeat-auto-draft/
मेडॉक के इस वीडियो के बाद लोगों ने उस पर तरह-तरह के कमेंट्स करने की शुरुआत कर दी है। कई यूजर्स ने लिखा है कि उन्होंने स्लिपर ट्रेन में अनगिनत बार सफर किया है, लेकिन उनके साथ ऐसा कभी नहीं हुआ। एक यूजर ने तो लिखा है कि मेडॉक को ऐसे डॉक्टर भी मिल गए, जिन्होंने डायग्नोसिस करके ये बता दिया सांस की बीमारी के पीछे ट्रेन का सफर है। हो सकता है कि वो डायग्नोसिस करके ट्रेन नंबर और सीट के बारे में भी बता दें।