Mystery Of Disappearance – तकदीर भी कई बार इंसान को ऐसे मुकाम पर ला कर खड़ा कर देती है कि उसे समझ ही नहीं आता कि वो हंसे या फिर रोए। ये कहानी है यूपी के उन्नाव के रहने वाले 56 साल के एक वेल्डर राकेश कुमार की, जिसकी पत्नी शांति उसे बिना बताए अचानक अपने घर से कहीं गायब हो गई। शांति कहां गई, क्यों गई, इन सवालों का उसके पास कोई जवाब नहीं था। कुछ था तो शांति का लगातार लंबा होता इंतजार। (Mystery Of Disappearance)

जब रहस्यमय तरीके से गायब हो गई पत्नी
करीब 20 दिनों तक उन्नाव, कानपुर, लखनऊ, कन्नौज जैसे अलग-अलग शहरों में ढूंढने और नाते रिश्तेदारों से पूछने के बाद जब राकेश की सारी उम्मीदें टूटने लगी, तो फिर उसने पुलिस थाने का रुख किया और अपनी पत्नी की गुमशुदगी की रिपोर्ट लिखवाई। राकेश ने रिपोर्ट तो लिखवा दी थी, लेकिन सच्चाई यही है कि उसे नहीं लगता था कि उसकी पत्नी उसे कभी वापस मिलेगी।
जब पत्नी के वियोग में अस्पताल पहुंचा पति
पत्नी के वियोग में अब राकेश की तबीयत भी खराब रहने लगी थी। इस बीच उसे अपनी आंखों से कम दिखने की भी शिकायत हुई और वो इलाज के लिए उन्नाव के जिला अस्पताल में पहुंचा। डॉक्टरों ने उसकी आंखों की जांच की और कहा कि उसे मोतियाबिंद की शिकायत है, जिसके लिए उसे ऑपरेशन करवाना होगा।
पास के बिस्तर में सुनी जानी-पहचानी सी आवाज़
राकेश अस्पताल में भर्ती हो गया। उसकी आंखों का ऑपरेशन हुआ। ऑपरेशन के बाद अभी उसकी आंखों से पट्टी हटने ही वाली थी कि उसने एक बेहद जानी-पहचानी सी आवाज सुनी। ये एक महिला की आवाज थी जो पानी मांग रही थी। ये आवाज उसकी खोई हुई पत्नी शांति देवी की लग रही थी। हड़बड़ाहट में उसने अपनी आंखों पर लगा बैंडेज हटाते हुए उधर देखा जिधर से ये आवाज आ रही थी। इसके बाद तो उसने जो कुछ देखा उस पर राकेश को पहली बार में यकीन ही नहीं हुआ।
20 दिन बाद यूं अस्पताल में मिली पत्नी
ये वाकई शांति ही थी। राकेश की पत्नी शांति। जो करीब 20 दिन पहले उसे छोड़ कर अचानक घर से चली गई थी। लेकिन शांति को ये क्या हुआ? वो अस्पताल के बिस्तर पर कैसे पहुंची? यहां वो किसके साथ थी? बेचैन राकेश ने अब तुरंत डॉक्टरों से बात की। डॉक्टरों ने बताया कि शांति एक भयानक हादसे का शिकार होकर कुछ रोज पहले यहां लाई गई थी। उसके सिर में गहरी चोट लगी, जिससे उसकी याददाश्त भी चली गई है। अब राकेश एक दम से सदमे में आ गया। शांति अब वाकई राकेश को भी नहीं पहचान रही थी।
वापस आने लगी हादसे का शिकार पत्नी की याददाश्त
मगर राकेश फिलहाल इस बात से खुश था कि उसे उसकी खोई हुई पत्नी अस्पताल के बिस्तर पर ही सही, फिर से मिल गई। राकेश अपना हाल भूल कर शांति की सेवा में लग गया। पति के प्यार और तिमारदारी ने रंग दिखाना शुरू किया और शांति की याददाश्त अब फिर से धीरे-धीरे वापस आने लगी है। लेकिन शांति के साथ ये हादसा कैसे हुआ, ये अब भी एक राज़ है। उम्मीद है कि कल को जब शांति पूरी तरह ठीक हो जाएगी, तो शायद इस कहानी पर से भी पर्दा हट जाए।
Python In Residential Area – इस शहर में मिली अजगर की सुरंग, रह-रह बाहर निकल रहे हैं विशालकाय सांप