
MP news: अभी कुछ समय पहले ही यूपी के नामी स्नेक रेस्क्यूअर मुरलीवाले हौसला को कोबरा सांप ने डस लिया था और उनकी जिंदगी बाल बाल बची थी, जिसके बाद उन्होंने माना भी था कि कोबरा को हैंडल करने में उनसे लापरवाही हुई थी। लेकिन अब एमपी के एक स्नेक रेस्क्यूअर के द्वारा की गई उससे भी बड़ी लापरवाही उनकी जिंदगी पर भारी पड़ गई।
पहले मां की हुई थी मौत अब पिता चले गए
उन्हें कोबरा ने काट लिया और उनकी जान चली गई। इस घटना का एक और भी दुखद पहलू ये है कि हम जिस स्नेक रेस्क्यूअर की बात कर रहे हैं, उनकी पत्नी की पहले ही मौत हो चुकी है और उनके दो छोटे छोटे बच्चे भी हैं। जिनके सिर से मां के बाद अब पिता का भी साया उठ गया। मामला मध्य प्रदेश के गुना शहर का है, जहां के रहने वाले स्नेक रेस्क्यूअर दीपक माहवर के साथ ये घटना हुई।
डिब्बे से निकाल सांप को टांगा गले
हुआ यूं कि बरबतपुरा गांव में दीपक सोमवार को एक सांप को रेस्क्यू करने पहुंचे थे। ये एक ब्लैक कोबरा यानी काला नाग था। दीपक ने स्नेक को रेस्क्यू किया और उससे डब्बे में भर लिया। लेकिन इससे पहले कि वो इस सांप को किसी जंगल में छोड़ कर आते, उनके बच्चों के स्कूल से फोन आ गया कि वो अपने बच्चों को लेने आ जाएं क्योंकि स्कूल में छुट्टी हो चुकी है। बस, इसके बाद दीपक को न जाने क्या सुझा उन्होंने उस सांप को अपने गले में लपेट लिया और बाइक चलाते हुए बच्चे के स्कूल पहुंच गए। यहां तक कि उन्होंने ऐसा करते हुए तस्वीरें खिंचवाई और वीडियो भी बनवाए।
सांप के दस्ते ही बिगड़ी तबीयत
उन्होंने इसी हाल में बच्चे को अपनी बाइक पर बिठा लिया और घर लौटने लगे। लेकिन तभी सांप ने दीपक के हाथ पर डस लिया। इसके बाद दीपक ने अपने एक दोस्त की मदद ली। पहले राघौगढ़ के अस्पताल पहुंचे और फिर उन्हें गुना के सरकारी अस्पताल में रेफर किया गया। उनकी तबीयत में सुधार भी आया और वो जल्दी ठीक भी हो गए। उन्हें अस्पताल से छुट्टी भी मिल गई। लेकिन रात को उनकी तबीयत एक बार फिर से बिगड़ गई और इस बार डाक्टरों को उनका इलाज करने का भी वक्त नहीं मिला। दीपक की दोबारा अस्पताल पहुंचते ही जान चली गई।