
Love Jihad News. Shocking Procession.
Love Jihad News – ऐसी झांकी ना तो इससे पहले कभी किसी ने निकाली और ना पहले कभी किसी ने देखी। इस झांकी में कोई पौराणिक घटना, कोई खूबसूरती या फिर किसी गौरव की झलक नहीं, बल्कि एक ऐसे विवादित विषय का विजुअलाइजेशन था, जिसे देखने के बाद लोगों का दिमाग घूम गया। मौका था शिव रात्रि के मौके पर निकाली गई शिवजी की बारात का था, जिसमें करीब 55 झाकियां शामिल थीं और इन 55 झांकियों में एक थी लव जिहाद की झांकी। हालांकि इस झांकी को लेकर अब बिहार में बवाल शुरू हो गया है। लेकिन बवाल सामाजिक कम और सियासी ज्यादा है। (Love Jihad News)
जानिए झांकी में आखिर क्या दिखाया गया?
सबसे पहले समझिए झांकी में क्या था? झांकी के बैकग्राउंड में अखबार के उन कतरनों का पोस्टर था, जिसमें लव जिहाद से जुड़ी खबरें छपी थीं। यानी ये दिखाया गया था कि किस तरह एक समुदाय विशेष के लड़के हिंदू लड़कियों को साजिशन प्रेम जाल में फंसाते हैं और जब उनका मन भर जाता है, वो उनकी हत्या कर देते हैं। लेकिन इससे भी आगे इस झांकी में कुछ ऐसा था, जिसे देखकर लोगों के रौंगटे खड़े हो गए। इसमें एक फ्रिज खुली हुई थी और फ्रिज के अंदर लड़कियों के खून से सने मानव अंग ठूंसे पड़े थे। इन मानव अंगों को कपड़ों की दुकान में रखे रहने वाले पुतलों के टुकड़ों के सहारे दर्शाया गया था।
सोशल मीडिया पर झांकी की एक झलक देखें-
https://x.com/MeghUpdates/status/
झांकी को किसने बताया सही.. किसे हुआ ऐतराज
मुंगेर बजरंग दल की ओर से निकाली गई ये झांकी संदेश दे रही थी। इसमें लिखा था कि अगर अपना धर्म छोड़ेंगे, तो फिर इसी हाल में मिलेंगे। इस झांकी तस्वीरें सामने आने के बाद राष्ट्रीय जनता दल के नेता मृत्युंजय तिवारी ने इस पर कड़ा ऐतराज जताया। उन्होंने कहा कि ये सूबे का माहौल बिगाड़ने की कोशिश है। शिव रात्रि के मौके पर ऐसी झांकी का क्या तुक बनता है? उधर, लोक जन शक्ति पार्टी (रामविलास) के नेता धीरेंद्र मुन्ना और हिंदुस्तान आवाम मोर्चा के श्याम सुंदर शरण ने इस झांकी का बचाव किया और कहा कि सबको अपनी भावनाएं अभिव्यक्त करने का अधिकार है।
सोशल मीडिया पर लोगों की प्रतिक्रिया जानिए
इस झांकी को लेकर सोशल मीडिया पर भी लोगों की अलग-अलग राय है। कुछ लोग इसे जागरूकता के लिए एक अच्छा कदम बता रहे हैं, वहीं ऐसे लोग भी कम नहीं हैं, जो इसे गैर जरूरी, भड़काऊ और बेकार करार दे रहे हैं। यानी इस झांकी को लेकर समाज में लोगों का अलग-अलग नजरिया है।