
Khatu shyam ji: राजस्थान के सीकर जिले में मौजूद खाटू श्याम जी के मंदिर की अपनी खास महत्ता है। दुनिया भर से हर साल लाखों भक्त खाटू श्याम जी महाराज के दर्शन के पहुंचते हैं। लेकिन कुछ भक्त इतने अनोखे और नायाब होते हैं कि उनकी चर्चा होने लगती है। ऐसे ही एक भक्त हैं उत्तर प्रदेश के रामपुर जिले के निवासी केशव सक्सेना।
12 जंजीरों में जकड़ कर पूरा किया सफर
केशव ने खुद को 12 ज़ंजीरों में बांधकर रींगस से 18 किलोमीटर दूर खाटूश्याम की पैदल यात्रा केवल 27 घंटों में पूरी की। उन्होंने बताया कि यह उनके जीवन की दूसरी सबसे कठिन पैदल यात्रा रही। केशव कहते है कि उनके जीवन के संवरने की एक मात्र वजह खाटू श्याम ही हैं। खाटू श्याम ही मेरा जीवन हैं। फिलहाल ज़जीरों से बंधे केशव के उछल उछल कर चलते हुए खाटू श्याम जी के दरबार तक जाने का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।
हारे का सहारा माने जाते हैं खाटू श्याम जी
खाटू श्याम को हारे का सहारा माना जाता है। ऐसी मान्यता है कि बाबा खाटू से जो मांगो वह अपने भक्त को दे देते हैं। हर दिन अनेकों भक्त बाबा खाटू के दरबार में दर्शन के लिए पहुंचते हैं। श्याम बाबा को प्रसन्न करने के लिए केशव हर बार अलग-अलग तरह से पदयात्रा करते हैं।
पहले भी जंजीरों से बंध कर किया था सफर
अप्रैल में भी केशव ने ऐसी ही एक पद यात्रा की थी जहां उन्होंने अपने हाथों और पैरों को जंजीरों से बांध लिया था. उनकी आज की यात्रा पहली यात्रा से इस प्रकार भिन्न है कि पिछली बार उन्होंने हाथ और पर जंजीरों से बांधे थे मगर इस बार हाथ और पैर के साथ कमर भी 10 किलो जंजीरों से बांधी है और खाटू श्याम की पदयात्रा पूरी की है।
इंस्टा पर जंजीरों वाले श्याम भक्त का वीडियो देखें–
12 सालों से कर रहे हैं खाटू श्याम जी के दर्शन
केशव ने बताया कि वह लगातार 12 सालों से खाटू श्याम के दर्शन के लिए आ रहे हैं। वह कहते हैं कि जब वह 9 साल के थे तब वह पहली बार खाटू आए थे और उसके बाद खाटू श्याम के ऐसे दीवाने हुए कि बाबा से मिले बिना रह नहीं पाते। जब मन करता है वह बाबा से मिलने खाटू श्याम चले आते हैं। केशव ने बताया जब उनके पास खाटू श्याम आने के पैसे नहीं थे तो बिना किसी को बताएं साइकिल से अकेले ही खाटू श्याम निकल आए थे।
यात्रा पूरी करने के बाद खुद को बंधन मुक्त किया
केशव ने जंजीर वाली पदयात्रा पूरी करने के बाद केशव ने खुद को जंजीरों से मुक्त किया। इसके बाद उन्होंने बताया कि उन्होंने यह यात्रा खाटू श्याम को प्रसन्न करने के लिए की है। फिलहाल केशव नैनीताल में पानी की बोतल बनाने की एक फैक्ट्री में काम करते हैं। मीडिया से बातचीत करते समय वह बताते हैं कि बाबा की कृपा से अच्छी खासी कमाई हो जाती है इसीलिए जब मन करता है तब खाटू आ जाता हूं।
(पलक गुप्ता का इनपुट)