
Kanwar Yatra 2025: ऊपरवाले से इंसान का रिश्ता भावनात्मक होता है और इसी भावना में आकर इंसान कई बार कुछ ऐसा काम कर जाता है, जैसा आम तौर पर सोचना भी मुश्किल होता है।
भक्त के फैसले से दुखी हो गए लोग
दिल्ली के नरेला के रहने वाले एक नौजवान ने हरिद्वार से 35 दिन में 125 लीटर गंगाजल लाने का प्रण लिया था। यात्रा शुरू भी हो चुकी थी, लेकिन बीच रास्ते में कुछ ऐसा हुआ कि लोग दुखी हो गए। उसने गुस्से में आकर अपनी यात्रा रोक दी।
गौमाता के लिए कांवड़ निकालने का वादा
असल में राहुल ने गौमाता को राष्ट्र माता का दर्जा दिलाने के महान उद्देश्य के साथ इस कांवड़ यात्रा की शुरुआत की थी, लेकिन मीडिया में उसके एक वीडियो के साथ उल्टी खबर छप गई।
गर्लफ्रेंड के लिए निकाली कांवड़?
लिखा गया कि सिविल सर्विसेज के इम्तेहान में अपनी गर्लफ्रेंड को पास करवाने की मन्नत के साथ नौजवान कांवड़ लेकर निकला है। बस, फिर क्या था? लोगों ने उसे सोशल मीडिया पर ट्रोल करना शुरू कर दिया।
ट्रोलिंग से आहट हो गया नौजवान
ये ट्रोल उसे इतनी नागवार गुजरी कि उसने अपनी कांवड़ यात्रा बीच में ही रोक दी। उसने कहा कि लोगों ने उसके कांवड़ के उद्देश्य को गलत तरीके से दुनिया के सामने रख कर उसका दिल तोड़ दिया। जबकि उसका इरादा देश सेवा और गौ सेवा का था।
हालांकि अब बहुत से लोग सोशल मीडिया पर ये भी सवाल पूछ रहे हैं कि किसी के कहने भर से राहुल को अपनी कांवड़ यात्रा बीच रास्ते में बंद नहीं करनी चाहिए थी। ये तो वही बात हुई कि कोई कुछ भी कह दे और आप अपने प्रण से डिग जाएं। ये अच्छी बात नहीं है।