Jharkhand News: बच्चे जिंदा हों और मां बाप को अपने भरण पोषण के लिए बीच सड़क पर धरना देना पड़ जाए, तो इससे ज्यादा लानत, दुख और अफसोस की बात भला और क्या हो सकती है? वो भी तब जब बुजुर्ग मां पहले ही कैंसर जैसी घातक बीमारी से जूझ रही हो।
घर से निकाले गए बुजुर्ग दंपती का रोड पर धरना
ये मामला है झारखंड के चक्रधरपुर शहर का, जहां की रहने वाली एक बुजुर्ग दंपती ने अब इंसाफ के लिए बीच सड़क पर धरना देने की शुरुआत की है, ताकि उनके बेटे बहू उन्हें अपने ही घर में सम्मान से जीने दें। उनके साथ मारपीट न करें, भोजन दें, सम्मान दें और सोने को छत दें।
कैंसर पीड़ित मां और बुजुर्ग पिता का दर्द
अर्जुन प्रताप साव और शकुन्तला देवी शहर के झुमका मोहल्ले के रहने वाले हैं। लोगों ने जब इन दोनों को बीच सड़क पर धरना देते हुए देखा, तो उनका हाल चाल जाना और शासन प्रशासन को सूचित किया।
बेटे बहू की सारी संवेदना आखिर कैसे मर गई?
दोनों ने शिकायत की है कि बेटा आलोक साव और बहू सुषमा ने उन्हें घर से निकाल दिया है और अब इस बारिश के मौसम में उनके पास कोई ठिकाना नहीं है। फिलहाल प्रशासन ने उनकी परेशानी सुनी है और बीच का रास्ता निकालने की कोशिश जारी है।
