
Jhansi News: जरा सोचिए आप बाइक से कहीं जा रहे हों और आपको पता चले कि आपकी बाइक की सीट के नीचे कोई लंबा सा सांप छुपा बैठा है, तो आपकी हालत क्या होगी? इसका नतीजा कुछ भी हो सकता है। कुछ ऐसा ही एक मामला उत्तर प्रदेश के झांसी में तब देखने को मिला, जब एक नौजवान की बाइक की सीट के नीचे करीब पांच फीट लंबा एक सांप छुप कर बैठ गया। वो तो गनीमत थी कि लोगों की नजर वक्त रहते सांप पर पड़ गई और उसे बाहर निकाल लिया गया।
बाइक की सीट के नीचे सांप देख कर घबराए लोग
मामला झांसी के सारमऊ गांव का है, जहां का रहने वाला सौरभ साहू अपनी एजुकेशन के रिलेटेडेट पेपर लेकर पंचायत भवन के जनसेवा केंद्र तक जा रहे थे। इस बीच रास्ते में किसी ने उन्हें फोन किया। वो बाइक सड़क किनारे रोक कर किसी से बात करने लगे। इस बीच एक लंबा सा सांप उनकी बाइक की सीट के नीचे छुप कर बैठ गया। हालांकि वहां से गुजर रहे एक दूसरे शख्स ने ये मंजर देख लिया और फौरन सौरभ को वहां से हट जाने को कहा।
अफसोस ये कि लोगों न सांप को मार डाला
सौरभ ने जल्द बाजी में अपनी बाइक से दूरी बनाई और किसी तरह खुद को सुरक्षित किया। उधर, गांव वालों ने बड़ी मशक्कत से सांप को निकाला। लेकिन अफसोस की बात ये रही कि लोगों ने सांप को मार डाला। असल में लोगों को शक था कि ये सांप जहरीला हो सकता है। हालांकि तस्वीरों में देख कर ये लग रहा है कि शायद ये सांप जहरीला नहीं, बल्कि कॉमन रैट स्नेक यानी धामन था। जो काफी पतला और लंबा होता है। ये देखने में डरावना तो लगता है, मगर जानलेवा नहीं होता।
सोशल मीडिया पर बाइक में घुसे सांप का वीडियो देख सकते हैं-
https://x.com/SurajBh24055814/status/
पर्यावरण में सांपों की भूमिका भी है बेहद अहम
ये देखा गया कि लोग अक्सर सांपों को देखते ही उन्हें मार देते हैं। लेकिन ये सही नहीं है। पर्यावरण का संतुलन बनाए रखने में सांपों की भी अहम भूमिका है। दूसरे जीव जंतुओं की तरह उन्हें भी जीने का हक है। भारत में पाए जाने वाले सांपों में ज्यादातर बिना जहर वाले होते हैं। जहरीले सांपों की संख्या कम है। मसलन कोबरा, रसेल वाइपर, कॉमन करैत और पिट वाइपर की गिनती ही भारत के बिग फोर सांपों में होती है, जिन्हें सबसे ज्यादा जहरीला माना जाता है, क्योंकि इन सापों के काटने से लोगों की सबसे ज्यादा मौत होती है। सांप काटने से घबराने की जरूरत नहीं है, बल्कि जल्द से जल्द अस्पताल पहुंचना ही जिंदगी बचाने का इकलौता रास्ता है।