Israel Iran War : होर्मुज जलडमरूमध्य को बंद कर सकता है ईरान.. तो क्या भारत में फिर से बढ़ेंगी पेट्रोल और डीजल की कीमतें? जानिए जवाब..

Israel Iran War – ईरान और इजरायल के बीच चली आ रही जंग में अब अमेरिका की भी एंट्री हो चुकी है। जिससे ईरान बुरी तरह भिन्नाया हुआ है। ईरान के संसद ने इस हमले के प्रतिकार के तौर पर ईरान के नजदीक मौजूद स्ट्रेट ऑफ होर्मुज यानी होर्मुज जलडमरूमध्य को बंद करने की मंजूरी दी है। ये जलडमरूमध्य दरअसल समंदर में मौजूद करीब 2 मील की चौड़ाई वाला एक ऐसा संकरा रास्ता है, जहां से होकर दुनिया भर में 26 फीसदी कच्चे तेल का कारोबार होता है। ऐसे में सवाल उठता है कि क्या इसका असर भारत पर भी पड़ेगा?

कच्चे तेल की आवक कम होने से महंगाई तेजी से बढ़ेगी

भारत में लोग पहले ही पेट्रोल और डीजल की बढ़ती कीमतों से परेशान हैं। ऐसे में अलग होर्मुज जलडमरूमध्य के बंद होने से भारत में भी कच्चे तेल की आवक कम हो गई, तो क्या यहां फिर से पेट्रोल, डीजल जैसे ईंधनों की कीमत ज्यादा हो जाएगी? कहने की जरूरत नहीं है कि अगर पेट्रोल और डीजल की कीमतें और बढ़ीं, तो महंगाई और बढ़ेगी, जिससे आम लोगों का जनजीवन अस्त व्यस्त हो जाएगा। ऐसे में ईरान और इजरायल के बीच चलती जंग को लेकर अब भारत में आम लोगों के मन में चिंताएं शुरू हो गई हैं।

मंत्री का दावा – हम सिर्फ होर्मुज से आने वाले ईंधन के भरोसे नहीं

तो आइए आपको इस सवाल का जवाब देते हैं। पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा है कि होर्मुज जलडमरूमध्य के बंद होने से भारत पर कोई खास असर नहीं पड़ेगा, क्योंकि भारत अब सिर्फ एक ही स्रोत से तेल का आयात नहीं करता और ना ही भारत उस रास्ते पर बहुत ज्यादा डिपेंडेंट है। एक्स पर इस सिलसिले में एक पोस्ट लिख कर मंत्री ने जानकारी दी है कि भारत ने अपने तेल खरीदने में पहले मुकाबले काफी विविधता लाई है, जिसके चलते भारत सिर्फ होर्मुज स्ट्रेट वाले रास्ते के भरोसे नहीं है। उन्होंने जानकारी दी है कि भारत की ऑयल कंपनियां कई दूसरे रास्तों से तेल का कारोबार करती हैं।

पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी का पोस्ट देखें-

https://x.com/HardeepSPuri/status/1936816174236418202?

अब भी भारत में 40 फीसदी तेल होर्मुज से होकर ही आता है

हालांकि हरदीप सिंह पुरी का कहना था कि क्रूड ऑयल कीमतों पर तेज की कीमतें निर्भर करती हैं और इसके बारे में सही-सही अनुमान लगा पाना मुश्किल है। उन्होंने कहा है कि पहले ये 65 से 70 डॉलर प्रति बैरल था लेकिन अब ये 70 से 75 डॉलर प्रति बैरल पहुंच गई है। यानी इसमें इजाफा ही हुआ है। ऐसे में होर्मुज ट्रेट के बंद होने की अटकलों का असर भी क्रूड ऑयल की कीमतों पर पड़ना तय है। हालांकि ये भी एक चल है कि भारत में तेल का 40 फीसदी हिस्सा होर्मुज स्ट्रेट से होकर ही आता है। लेकिन अब भारत ने मध्य पूर्व के मुकाबले रूस और अमेरिका से तेल का आयात बढ़ा दिया है।

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