
Iran Vs Israel War Update. दोनों नेता एक दूसरे के खून के प्यासे हैं.
Iran Israel War Update : दुनिया इस वक्त एक खतरनाक मोड़ पर खड़ी है। इजरायल और ईरान के बीच चल रही जंग लगातार खतरनाक होती जा रही है। दुनिया भर के देशों के बीच में गोलबंदी भी हो रही है। ऐसे में आने वाले दिनों में इस जंग का नतीजा क्या होगा, ये पक्के तौर पर कोई भी नहीं बता सकता। लेकिन इस बीच इजरायल ने ईरान के 9 परमाणु वैज्ञानिकों को ठिकाने लगा दिया है। लेकिन आखिर चुन-चुन कर ईरान के टॉप परमाणु साइंटिस्ट को इजरायल ने कैसे ठिकाने लगाया? ये अपने-आप में एक ऐसा रहस्य है, जिसके बारे में हर कोई जानना चाहता है।
ऑपरेशन नार्निया के तहत ऐसे मारे गए ईरानी परमाणु वैज्ञानिक
तो आइए समझते हैं कि आखिर इजरायल ने ये काम कैसे किया? उसकी क्या तैयारी की? पिछले 13 जून को इजरायल ने ईरान पर धावा बोला था। इस ऑपरेशन का नाम दिया गया- ऑपरेशन राइजिंग लायन। लेकिन इसके पहले से इजरायल एक और खुफिया ऑपरेशन चला रहा था, जिसका नाम है- ऑपरेशन नार्निया। जिसका मतलब है- असंभव दिखने वाला। इजरायल ने भी इसी असंभव दिखने वाले काम को संभव कर दिखाने का टार्गेट लिया और इसी ऑपरेशन नार्निया की बदौलत ईरानी परमाणु वैज्ञानिकों को मारने का काम पूरा हो सका।
परमाणु वैज्ञानिक, कमांड सेंटर, रडार सेंटर.. सब थे निशाने पर
आईडीएफ के सूत्रों ने बताया है कि सटीक खुफिया जानकारी और व्यापक तैयारी की बदौलत उन्होंने ज्यादातर परमाणु वैज्ञानिकों को उसी दौरान मार किया, जब वो रात को सो रहे थे। इसके लिए इजरायली एयरफोर्स के 120 लोगों को चुना गया था। जिन्हें बिल्कुल प्रिसाइज जिम्मेदारी सौंपी गई। सबसे पहले टार्गेट बैंक बनाने का काम पूरा किया गया। इस कड़ी में ईरानी के खुफिया ठिकानों को लोकेट किया गया। असल में लक्ष्य सिर्फ परमाणु वैज्ञानिक ही नहीं, बल्कि उनके कमांड और रडार सेंटर को भी निशाना बनाना था।
एक-एक वैज्ञानिक के नाम के साथ ऑपरेशन से जुड़े लोगों को सौंपी हिट-लिस्ट
इजरायल ने ईरान के एक-एक परमाणु वैज्ञानिक के नाम की हिट-लिस्ट तैयार की। उनके बारे में जानकारी दी और फिर उनके सफाये के लिए बिल्कुल सटीक कमांड दिए। इजरायल का कहना है कि उसने ईरान के जिन परमाणु वैज्ञानिकों को मार गिराया, वो ईरान के परमाणु कार्यक्रम की रीढ़ की हड्डी थे और परमाणु हथियार बनाने में लगे थे। इनमें कई तो ईरान के सबसे बड़े परमाणु वैज्ञानिक मोहसिन फखरीजादेह के जूनियर थे।
ऑपरेशन नार्निया पर येरुशलम पोस्ट की रिपोर्ट देखें-
https://www.jpost.com/middle-east/iran-news/article-858406
फिलहाल, अपने टॉप परमाणु वैज्ञानिकों को खो कर अब ईरान इजरायल पर ताबड़तोड़ हमले कर रहा है। देखा जाए, तो इजरायल इस बार बुरी तरह घिर चुका है और वो कैसे इस संकट से बाहर निकलता है, ये भी एक देखने वाली बात है। लेकिन इतना जरूर है कि उसने ईरान के परमाणु कार्यक्रम को दशकों पीछे धकेल दिया है।