IMF Loan To Pakistan – इंटरनेशनल मॉनिटरी फंड यानी आईएमएफ ने पाकिस्तान को 1 बिलियन अमेरिकी डॉलर (एक अरब डॉलर) का लोन दे दिया है। भारत ने इसके खिलाफ ऐतराज करते हुए कहा कि पाकिस्तान का ट्रैक रिकॉर्ड काफी खराब है और वो बार-बार ऐसे लोन का दुरुपयोग भी करता है। लेकिन इसके बावजूद आईएमएफ ने पाकिस्तान को लोन थमा दिया। जिसे लेकर अब अईएमएफ की काफी आलोचना हो रही है। भारत ने पाकिस्तान को ये लोन दिए जाने का विरोध तो किया, लेकिन इस बेलआउट पैकेज के खिलाफ वोटिंग नहीं कर सका। (IMF Loan To Pakistan)
IMF Loan To Pakistan – आखिर कैसे तय होता है किसे मिलेगा पैसा?
अब आइए जल्दी से समझते हैं कि आखिर आईएमएफ कैसे तय करता है कि किसे पैसे देने हैं और किसे नहीं? तो आईएमएफ के निदेशक मंडल में 25 निदेशक होते हैं, जो इस पर फैसला लेते हैं। संयुक्त राष्ट्र से अलग यहां सभी के पास वोटिंग राइट तो है, लेकिन आर्थिक रूप से मजबूत देशों के पास वोटिंग शेयर ज्यादा होता है। अक्सर आईएमएफ इसके लिए एक राय बनाने की कोशिश करता है, ताकि वोटिंग की जरूरत ना पड़े।
IMF Loan To Pakistan – आईएमएफ में नेगेटिव वोटिंग का कोई नियम नहीं
लेकिन जहां जरूरी होता है वहां वोटिंग तो होती है, लेकिन कोई भी देश नेगेटिव वोटिंग नहीं कर सकता। नियम के मुताबिक या तो वो हक में वोट डाल सकता है या फिर अनुपस्थित यानी गैर हाजिर रह सकता है। कुछ इसी वजह से भारत ने पाकिस्तान को दी जा रही इस राशि का विरोध तो किया, लेकिन वोट नहीं कर सका। भारत ने पाकिस्तान को दी जा रही आईएमएफ की मदद पर सवाल उठाते हुए कहा कि 35 में से 28 सालों तक मदद मिली। लेकिन पाकिस्तान इसका दुरुपयोग करता रहा। भारत ने अपनी बातों के हक में कई सबूत भी पेश किए।
न्यूज क्रॉनिकल्स की एक सॉफ्ट स्टोरी पढ़ें. कैसे दूर होगी गरीबी-
https://newschronicles.in/5-reasons-for-poverty-auto-draft/
पाकिस्तान को मिली आर्थिक मदद पर न्यूज18 की ये रिपोर्ट पढ़ें-
https://www.news18.com/world/imf-approves
IMF Loan To Pakistan – भारत ने अंतर्राष्ट्रीय मंच पर पाकिस्तान की बखिया उधेड़ दी
भारत ने कहा कि पाकिस्तान की हुकूमत पर सेना का प्रभाव ज्यादा है और वो इन पैसों का सीमा पार आतंकवाद के लिए इस्तेमाल करता है। ऐसे में आईएमएफ जैसी संस्थाएं अगर बगैर इन बातों की परवाह किए पाकिस्तान को लोन देती है, तो फिर इससे ऐसी अंतर्राष्ट्रीय संस्थाओं की छवि भी खराब होती है। जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर उब्दुल्ला ने पाक को दी गई इस मदद का विरोध किया। उन्होंने कहा कि जब पाकिस्तान इन्हीं पैसों से हथियार और गोला बारुद खरीद रहा है, तो उसे ये पैसे का क्या औचित्य है?