Hardoi News : उत्तर प्रदेश के हरदोई में एक पेट्रोल पंप के कर्मचारी के सीने पर रिवॉल्वर लगा कर उसे जान से मारने की धमकी देने वाली लड़की को कांग्रेस पार्टी और AIMIM ने सम्मानित किया है।
दोनों पार्टियों का कहना है कि ये लड़ाई अन्याय के खिलाफ है और वो इस लड़ाई में अरीबा और उसके घर वालों के साथ खड़े हैं। सीने पर रिवॉल्वर लगा कर उसे जान से मारने की धमकी देने वाली और किसी की जिंदगी खतरे में डालने वाली ये लड़की और उसका परिवार फिलहाल उसी मामले में जमानत पर है।

न्यूज क्रॉनिकल्स ने अरीबा की खबर प्रकाशित की थी
आपको याद होगा हमने न्यूज क्रॉनिकल्स में कुछ दिन पहले ही अरीबा की खबर प्रकाशित की थी, साथ ही सोशल मीडिया का वो वीडियो भी शेयर किया था, जिसमें वो पंप कर्मी के सीने पर रिवॉल्वर लगाती दिख रही थी।
हरदोई के एक पेट्रोल पंप में ये विवाद तब हुआ था जब अरीबा अपने माता पिता के साथ गाड़ी में गैस भरवाने पहुंची थी। पंप वालों से उन्हें खतरे के मद्देनजर कार से उतरने को कहा था, जिससे इनकार करने पर दोनों पक्षों में कहा सुनी और धक्का मुक्की हुई थी।
पिता से बदसलूकी के नाम पर जानलेवा दुस्साहस
लेकिन इस कहानी में तब ट्विस्ट आ गया जब अरीबा नाम की लड़की गाड़ी से रिवॉल्वर निकाल कर ले आई और उसने रिवॉल्वर पंप कर्मी के सीने में रख कर उसे धमकाया।
फिलहाल जमानत पर हैं अरीबा और उसके घर वाले
हालांकि बाद में इस मामले में अरीबा और उसके घरवालों पर केस हुआ, रिवॉल्वर जब्त हुआ और उन्हें कानून तोड़ने पर जमानत लेनी पड़ी।
लेकिन मामूली बात पर पंप कर्मी के सीने पर रिवॉल्वर लगाने वाली लड़की को अब कांग्रेस और AIMIM ने सम्मानित किया है। इसे महिला स्वाभिमान और पिता के लिए बेटी के प्रतिकार से जोड़ कर उसके कानून तोड़ने के कृत्य को सही ठहराया है।
अब सवाल उठता है कि क्या उस रोज वाकई पंप कर्मी इतने हिंसक हो गए थे कि अरीबा के पास दूसरा कोई विकल्प नहीं था? सीसीटीवी फुटेज से तो ऐसा नहीं लगता। अगर उस रोज अरीबा के रिवॉल्वर से गोली चलने से रजनीश नाम के पंप कर्मी की जान ही चली जाती, तो क्या इसे भी सही ठहराया जाता?
सवाल ये भी है कि अगर अरीबा ने इतना सही काम किया तो फिर ये कानून तोड़ने की श्रेणी में कैसे आया? क्यों केस हुआ? क्यों जमानत लेनी पड़ी? क्यों हथियार जब्त हुआ?
नीट की पढ़ाई कर रही अरीबा खुद मान रही है कि उससे गलती हुई। मगर सियासत उस दुस्साहस और गलती को न्याय संगत ठहराने में जुटी है।