Gujrat Biker Death : इस दुनिया में किसी इंसान के भावनाओं की जो कीमत होती है, वो शायद दूसरी किसी चीज की नहीं होती। बस इसे समझने के लिए इंसान का संवेदनशील होना जरूरी है। ये मामला गुजरात के खेड़ा जिले का है, जहां एक परिवार ने अपने लाडले बेटे की मौत के बाद उसकी भावनाओं को समझते हुए उसके अंतिम संस्कार में कुछ ऐसा किया, जैसा आम तौर पर देखने को नहीं मिलता।
बेटे के लगाव के देखते हुए किया अनोखा फैसला
असल में 18 साल के कृष परमार की एक बाइक एक्सीडेंट में दर्दनाक मौत हो गई थी। वो उत्तरसंडा गांव के क्रिश्चियन कॉलोनी का रहने वाला था। चूंकि उसे बाइक का बहुत शौक था और उसकी मौत भी बाइक एक्सीडेंट में हुई थी, बेटे के बाइक के प्रति लगाव को देखते हुए घर वालों ने एक अनोखा फैसला किया। उन्होंने अपने बेटे की रॉयल एनफील्ड मोटर साइकिल उसके शव के साथ कब्रिस्तान में ही दफना देने का तय किया। इसके अलावा उन्होंने उसकी कुछ और पसंदीदा चीजें भी कब्रिस्तान में उसके शव के साथ दफना दी।
एक्सीडेंट के 12 दिन बाद अस्पताल में तोड़ा दम
वैसे तो किसी के भी अंतिम संस्कार में माहौल हमेशा गमगीन होता है, लेकिन एक नौजवान की मौत के बाद उसके घरवालों के इस इरादे ने मानों लोगों को थोड़ा और इमोशनल कर दिया। कृष एक कॉलेज गोइंग स्टूडेंट था। लेकिन उसे बाइकिंग बहुत पसंद थी। दुर्भाग्य से उसकी बाइक एक ट्रैक्टर से टकरा गई। जिसके बाद उसने 12 दिन अस्पताल में मौत से दो–दो हाथ करने के बाद आखिरकार दम तोड़ दिया।