
Gopal Khemka Murder Case: पटना के नामी बिजनेसमैन गोपाल खेमका की हत्या के मामले में पुलिस आहिस्ता आहिस्ता आगे बढ़ रही है। इस मामले में पुलिस ने अब तक एक शूटर को गिरफ्तार किया है, जबकि शूटर के एक मददगार को एनकाउंटर में मार गिराया है। लेकिन इस एनकाउंटर की साजिश किसने रची, क्यों रची ये सवाल अब भी जा का तस है। हालांकि डीजीपी ने कहा है कि जल्द ही इस मामले का पूरी तरह खुलासा कर दिया जाएगा।
पुलिस को जमीन विवाद में हत्या का शक
नामी कारोबारी और मगध अस्पताल के मालिक गोपाल खेमका की शुक्रवार रात करीब साढ़े ग्यारह बजे तब गोली मार कर हत्या कर दी गई थी, जब वो क्लब से अपने घर लौट रहे थे। इसके बाद पुलिस ने इस मामले की जांच करते हुए बताया कि इस मामले की साजिश जमीन विवाद से जुड़ी हो सकती है।
गन प्रोवाइडर एनकाउंटर में ढेर
सोमवार को पटना पुलिस ने इस सिलसिले में एक शूटर उमेश यादव को गिरफ्तार किया। लेकिन इसके बाद पटना की मालसलामी पुलिस ने एक सुनसान ईंट भट्ठे के पास मंगलवार की सुबह 4 बजे के आज पास विकास उर्फ राजा नाम के एक कुख्यात बदमाश को एनकाउंटर में मौत की नींद सुला दिया। पुलिस का कहना है कि ये राजा ही था, जिसने शूट आउट के लिए हथियार मुहैया करवाया था।
गुंजन केस में भी रहस्य है बाकी
सात साल पहले गोपाल खेमका के बड़े बेटे गुंजन खेमका की भी बदमाशों ने इसी तरह वैशाली में गोली मार कर हत्या कर दी थी। तब पुलिस ने 3-4 अपराधियों को पकड़ा जरूर था, लेकिन मामले की साजिश किसने रची, ये पूरी तरह साफ नहीं हो सका। अब गोपाल खेमका की हत्या में भी पुलिस के हाथ शूटरों तक तो पहुंचे हैं, लेकिन मास्टरमाइंड अभी पर्दे में है।