Fake Heart Surgeon – हमारे आस-पास जालसाजी के कितने ही मामले अक्सर सामने आ जाते हैं। लेकिन क्या कभी आपने ऐसा भी कोई मामला देखा है, जिसमें कोई जालसाज खुद को विदेश से पढ़ा हुआ हार्ट सर्जन बता कर लोगों के दिलों का ऑपरेशन करने लगे और बेगुनाह बेमौत मारे जाएं? ऐसा ही एक अजीबोगरीब मामला मध्य प्रदेश के दमोह से सामने आया है, जहां एक शख्स दमोह के मिशन हॉस्पिटल में नकली डॉक्टर बन कर ताबड़तोड़ हार्ट सर्जरी कर रहा था और इससे लोगों की मौतें भी हो रही थीं। (Fake Heart Surgeon)
Fake Heart Surgeon – झोलाझाप की सर्जरी से चली गई 7 लोगों की जान
दमोह में इस फर्जी हार्ट सर्जन के हाथों 7 लोगों की मौत के बाद इस ओर लोगों का ध्यान गया और फिर दमोह के चाइल्ड वेलफेयर कमेटी के दीपक तिवारी ने इस सिलसिले में शिकायत की। उन्होंने बताया कि डॉ एम जॉन केम नाम का ये आदमी खुद को ब्रिटेन से पढ़ कर आया हुआ हार्ट स्पेशलिस्ट बता कर लोगों का ऑपरेशन रहा था, लेकिन उसका ब्रिटेन में पढ़ना तो दूर की बात, वो तो डॉक्टर भी नहीं है। अब इस शिकायत के बाद पूरे जिले में हड़कंप मच गया और राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने इसकी जांच के आदेश दिए हैं।

एमपी अजब है. चीता को पानी पिला कर नौकरी से हाथ धो बैठा शख्स-
https://newschronicles.in/kuno-cheetah-video/
सोशल मीडिया पर फेक हार्ट सर्जन के चर्चे हैं-
https://x.com/shashank_ssj/status/
Fake Heart Surgeon – दमोह का मिशन अस्पताल भी शक के घेरे में
शुरुआती छानबीन में पता चला है कि इस आदमी का नाम असल में नरेंद्र जॉन केम है। जो पहले नरेंद्र विक्रमादित्य यादव हुआ करता था। लेकिन पहले वो जॉन केम बना और फिर डॉ. एन जॉन केम बन गया। इसके बाद उसने हार्ट सर्जरी कर लोगों को लूटने का काम चालू कर दिया। खबरों के मुताबिक ये ठग अब तक 15 लोगों की सर्जरी कर चुका है। हैरानी की बात ये रही कि अस्पताल वालों ने भी उसे ऐसा करने की खुली छूट दे दी। दमोह का ये मिशन अस्पताल आयुष्मान योजना के तहत आता है। ऐसे में अस्पताल में सरकारी पैसों की हेराफेरी की शिकायत भी अब सामने आ रही है। सवाल ये भी है कि आखिर इस आदमी को अस्पताल वालों ने आंख मूंद कर नौकरी कैसे दे दी?