
Etawah News : यूपी के इटावा में दो कथावाचकों के साथ जातिगत भेदभाव और बर्बर अत्याचार की घटना से सनसनी फैल गई है। इल्जाम है कि जिले के दानरपुर गांव में कुछ लोगों ने भागवत कथा कहने आए दो लोगों के साथ सिर्फ इसलिए इंसानियत की सारी हदों से नीचे गिरकर बर्बर अत्याचार किया, क्योंकि वो कथित तौर पर नीची जाति के थे और ब्राह्मणों के गांव में भागवत कथा कहने आए थे।
पीटा, बाल मुंडवाए और महिला मूत्र छिड़का
पीड़ित कथावाचक संत सिंह यादव और मुकुटमणि ने बताया कि लोगों ने उन्हें बुरी तरह पीटा, बेइज्जत किया, सिर के बाल मुंडवा दिए, लूटपाट की और एक महिला का मूत्र छिड़का। ये सिलसिला घंटों तक चलता रहा। सारे गांव वालों के सामने दो लाचार और बेबस लोग लगातार अत्याचार सहते रहे। आखिरकार मारपीट कर दोनों को गांव से निकाल दिया गया।
पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू की, लोगों में आक्रोश
पीड़ित कथावाचकों की शिकायत पर पुलिस ने इस सिलसिले में केस दर्ज कर अब तक चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पीड़ितों ने बताया है कि वो मूल रूप से कानपुर के रहने वाले हैं। पहले वो स्कूल चलाया करते थे, मगर स्कूल बंद होने के बाद वो कथावाचक बन गए। लेकिन भागवत कथा करने पर उन्हें इतना सताया जाएगा, ये उन्होंने कभी नहीं सोचा था।
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पहले बुला कर ले गए, फिर जाति पूछी और तब ढाया जुल्म
हैरानी की बात ये है कि जिस दानरपुर गांव में उनके साथ ये जुल्म हुआ, उस गांव के लोग उन्हें खुद कथा सुनाने के लिए बुलाकर आए थे। फिलहाल इस घटना को लेकर अब सियासी माहौल भी गरम होने लगा है।