Delhi CM – सियासत की सुई घूम कर 360 डिग्री पर पहुंच चुकी है। दिल्ली के जिस रामलीला मैदान से कभी अन्ना हजारे की अगुवाई में आंदोलन की शुरुआत हुई थी और आम आदमी पार्टी का जन्म हुआ था, अब उसी रामलीला मैदान को विधान सभा चुनाव में जीत के बाद बीजेपी ने शपथ ग्रहण समारोह के लिए चुना है। (Delhi CM)
सीएम के नाम पर सस्पेंस है बरकरार
यहां 20 फरवरी की शाम को दिल्ली के नए मुख्यमंत्री के शपथ ग्रहण समारोह का आयोजन किया जाना है। जाहिर है, जीत बड़ी है, तो तैयारी भी जोरों पर चल रही है। अंबानी, अडानी से लेकर कई बड़ी हस्तियां यहां आने वाली हैं। लेकिन सबसे बड़ा सवाल इसी बात को लेकर है कि आखिर दिल्ली का सीएम कौन होगा? यानी सीएम के नाम को लेकर जीत के बाद जो सस्पेंस बना था, वो अब भी जस का तस है।
हवा में उछाले जा रहे हैं बड़े नाम
हालांकि राजनीतिक पर्यवेक्षक अपने-अपने हिसाब से कुछ बड़े नाम हवा में उछाल रहे हैं। मसलन परवेश वर्मा, विजेंद्र गुप्ता, मनोज तिवारी और वीरेंद्र सचदेवा। लेकिन ये भी सही है कि ये सिर्फ कयासबाजी है। अभी कुछ भी फाइनल नहीं है। जबकि बीजेपी के अंदरुनी सूत्रों की मानें तो मध्य प्रदेश और राजस्थान की तरह इस बार बीजेपी किसी ऐसे चेहरे को सीएम बना सकती है, जिसके बारे में या तो इतनी चर्चा नहीं है या फिर जिनके बारे में कोई सोच भी नहीं सकता।
पीएम मोदी और शाह लेंगे आखिरी फैसला
सूत्रों का दावा है कि सीएम के नाम पर आखिरी फैसला पीएम मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और जेपी नड्डा ही लेंगे। असल में बीजेपी को यहां जातीय समीकरण भी साधने हैं, तेजी से विकास भी करना है, यमुना साफ करनी है, आम आदमी पार्टी की पोल भी खोलनी है और तेज तर्रार छवि वाले चेहरे की भी तलाश है।
इन नामों में से किसी एक पर हो सकता है फैसला
इन चेहरों में नुपुर शर्मा, कपिल शर्मा, बांसुरी स्वराज, मनजिंदर सिरसा, आशीष सूद, शिखा रॉय, स्मृति ईरानी और रेखा गुप्ता जैसे नाम हैं। बीजेपी ऐसे अहम और चौंकाने वाले फैसले लेने के लिए शुरू से जानी जाती रही है। मगर फिलहाल के लिए तो बस इतना ही कह सकते हैं कि सीएम के नाम पर अभी सस्पेंस बरकरार है।