CM Of Delhi – दिल्ली में इस नए चेहरे पर दांव खेल सकती है BJP, जानिए वो नाम जो चर्चे में भी नहीं

CM Of Delhi – BJP में दिल्ली में चुनाव तो जीत गई। 70 में से 48 सीटों पर कब्जा भी कर लिया। लेकिन अब पार्टी के सामने सबसे बड़ा सवाल यही है कि आखिर दिल्ली का मुख्यमंत्री कौन होगा? इसमें कोई दो राय नहीं है कि इस जीत के बाद दिल्ली BJP के कई नेताओं के मन में लड्डू फूट रहे होंगे, दिल्ली धड़क रहा होगा, लेकिन BJP उसी को दिल्ली का मुख्यमंत्री (CM Of Delhi) बनाना चाहेगी, जो दिल्ली के जातीय और क्षेत्रीय  समीकरणों को साधने के साथ-साथ सूबे में सरकार चलाने जैसा माद्दा भी रखता है। कहने का मतलब ये कि जिसे गवर्नेंस की बारीकियां भी पता हो। हालांकि ये सभी सही है कि BJP अक्सर ऐसे मामलों में अप्रत्याशित फैसले के लिए जानी जाती है।

तो आज उन चेहरों की बात तो करेंगे ही, जो चर्चे में हैं। लेकिन बात उन चेहरों की भी करेंगे, जिनके बारे में कोई बात नहीं कर रहा। मगर बीजेपी जिन चेहरों पर अपना दांव खेल सकती है।

परवेश वर्मा का नाम है सबसे ऊपर

पहले एक-एक कर बात करते हैं दिल्ली BJP के उन नेताओं की, जो इस रेस में आगे माने जा रहे हैं। सबसे पहले पहला नाम तो दिल्ली के पूर्व सीएम रहे साहिब सिंह वर्मा के बेटे परवेश वर्मा का ही है। अव्वल तो परवेश वर्मा के साथ सियासी विरासत है। जनाधार है और इस चुनाव में वो केजरीवाल को हरा कर एक जायंट किलर के तौर पर उभरे हैं। इस चुनाव में उन्हें 5 लाख से भी ज्यादा वोट मिले हैं। हालांकि कुछ बातें उनके खिलाफ भी जाती हैं। मसलन वो अपने तीखे अंदाज के लिए जाने जाते हैं। कई बार आपे से बाहर हो जाते हैं। उन पर चुनाव के दौरान वोटरों को रुपये बांटने के भी इल्जाम लग चुके हैं।

वीरेंद्र सचदेवा की भी ख़ास छवि है

दिल्ली BJP के अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा का नाम भी इस लिस्ट में है। वो दिल्ली के एक मैच्योर नेता हैं। जिनकी छवि साफ सुथरी है। दिल्ली BJP अध्यक्ष होने के नाते सबको साथ लेकर चलना जानते हैं। शोर-शराबे से दूर अपना काम करते रहे हैं। चूंकि अब दिल्ली में उन्हीं की अगुवाई में BJP ने किला फतह किया है, तो बहुत मुमकिन है कि उन्हें इस बात का इनाम भी मिले।

सिखों के क़रीब जाने को सिरसा हैं बेहतर

तीसरा नाम मनजिंदर सिंह सिरसा का है। सिरसा सिख हैं, तो BJP सिखों से पींगे बढ़ाने के लिए सिरसा को भी सीएम बना सकती है। सिरसा ने इस बार भी रजौरी गार्डन सीट से ही बाजी मारी है। इससे पहले वो इस सीट पर दो बार एमएलए रह चुके हैं। जनता के बीच काम करने का उन्हें तजुर्बा है। ऐसे में उन्हें बड़े चेहरे के तौर पर BJP सामने ला सकती है।

वैश्य बिरादरी के पुराने नेता हैं विजेंद्र गुप्ता

भावी मुख्यमंत्री के तौर पर दिल्ली में नेता विपक्ष रहे विजेंद्र गुप्ता को भी देखा जा रहा है। चूंकि दिल्ली में वैश्यों की एक बड़ी तादाद है, गुप्ता को सीएम बना कर BJP वैश्य बिरादरी को भी खुश कर सकती है। दिल्ली की रोहिणी सीट से वो लगातार चुनाव जीतते आ रहे हैं। इस बार उन्हें 38 हजार से ज्यादा वोटों की मार्जिन से जीत मिली है।

रेखा गुप्ता.. महिला भी, वैश्य भी

रेखा गुप्ता। ये नाम भी फिजा में है। दिल्ली BJP इनके नाम पर भी दांव खेल सकती है। चूंकि इन दिनों चुनाव में महिलाओं को लुभाने में सारी पार्टियां जोर लगा रही हैं। इस बार महिलाओं का दिल जीतने के लिए BJP रेखा गुप्ता को आगे कर सकती है। रेखा गुप्ता भी वैश्य समुदाय से आती हैं। ऐसे में रेखा को सीएम बनाने से महिलाओं के साथ-साथ वैश्य समाज को भी साधा जा सकता है।

पूर्वांचल से होने का मनोज तिवारी को मिलेगा इनाम?

मनोज तिवारी दिल्ली BJP के पुराने नेता हैं। चूंकि मनोज खुद पूर्वांचल से आते हैं और एक अच्छे कलाकार भी हैं, तो उनकी पूर्वांचल समाज में काफी पैठ है। दिल्ली में भी पूर्वांचलियों की बड़ी तादाद है। ऐसे में यूपी बिहार के लोगों का दिल जीतने के लिए मनोज तिवारी भी एक अच्छा चुनाव हो सकते हैं।

वो नाम जो रेस में नहीं, मगर चौंका सकते हैं

रही बात चौंकाने की, तो दुष्यंत कुमार गौतम, कपिल मिश्रा, मीनाक्षी लेखी, स्मृति ईरानी, नुपुर शर्मा, डॉ हर्षवर्धन, बांसुरी स्वराज, आशीष सूद, सतीश उपाध्याय जैसे कई नाम हैं।

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