
City killer Asteroid. Symbolic Image. Credit- Pexels.
City killer Asteroid – हाल के दिनों में सबसे खतरनाक एस्टोरॉयड यानी क्षुद्र ग्रह ने दुनिया भर में ख़ौफ़ मचा रखा है। ये 32,000 मील प्रति घंटे की रफ्तार से दुनिया की तरफ बढ़ रहा है और इसके साल 2032 तक धरती से टकराने की आशंका है। जाहिर है अगर ये एस्टेरॉयड धरती से टकरा जाता है, तो भारी तबाही मचेगी। लेकिन वो तबाही कैसी होगी? उसका असर कैसा होगा? क्या इस तबाही से बचने का कोई उपाय है? वैज्ञानिक इसके लिए क्या कर रहे हैं? ये तमाम सवाल फिलहाल दुनिया भर में लोगों की जुबान पर हैं। (City killer Asteroid)
ब्रिटिश अखबार मेल ऑनलाइन ने अपने साइंस एडिटर शिवाली बेस्ट के हवाले से 2024 YR4 नाम के इस क्षुद्र ग्रह को लेकर एक बेहद दिलचस्प खबर पब्लिश की है और बताया है कि सिटी डेस्ट्रॉयर नाम का ये क्षुद्र ग्रह धरती के लि इतना खतरनाक क्यों है।
क्यों इतना खतरनाक है ये क्षुद्र ग्रह?
सबसे पहले तो यही जान लीजिए कि आखिर इस क्षुद्र ग्रह का आकार कितना है और क्यों इसे इतना खतरनाक माना जा रहा है। 27 दिसंबर 2024 को वैज्ञानिकों की जानकारी में आने वाले इस क्षुद्र ग्रह का आकार 40 से 90 मीटर के बीच हो सकता है। यानी 130 से 300 फीट तक। जबकि ये क्षुद्र ग्रह या तो 22 दिसंबर 2032 को धरती से टकरा सकता है या फिर धरती के बेहद करीब से गुजर सकता है।
टकराने पर 30 मेगा टन विस्फोटक जैसा धमाका
अब सवाल ये है कि अगर ये वाकई धरती से टकरा गया तो उसका अंजाम क्या होगा? तो जवाब है इस टक्कर से करीब 15 से 30 मेगा टन टीएनटी विस्फोट के जैसी उर्जा पैदा होगी, जो भयानक तबाही मचा देगी। खास कर अगर ये एस्टेरॉयड धरती पर किसी घनी आबादी वाले शहर से टकरा गया, तो फिर जो प्रलय आएगा, उसका सही-सही अंदाज़ा लगाना भी कठिन है। बस इतना समझ लीजिए कि इसकी टक्कर से धरती पर 30,000 फीट चौड़ा गड्ढा बन सकता है। जो एक बड़े इलाके को अपनी चपेट में ले लेगा।
आप क्षुद्र ग्रह पर मेल ऑन लाइन की रिपोर्ट पढ़ सकते हैं-
https://www.msn.com/en-in/news/
पूरे शहर को चंद सेकंड में कर सकता है खाक
अगर ये क्षुद्र ग्रह किसी शहर पर गिरा, तो समझिए शहर की सारी की सारी इमारतें जमीन पे गिर जाएंगी यानी धराशाई हो जाएंगी। पूरे के पूरे शहर का नामो-निशान मिट जाएगा। क्षुद्र ग्रह तो बड़ी बात है अगर इसके एयरब्रस्ट यानी टुकड़े ही धरती पर आकर गिरने लगे तो इमारतें टूट जाएंगी, शीशे चकनाचूर हो जाएंगे।
क्षुद्र ग्रह के टुकड़े भी इमारतों को कर सकते हैं जमींदोज
अब सवाल ये है कि ये एयरब्रस्ट क्या है? असल में क्षुद्र ग्रह जब तक धरती की कक्षा से बाहर है, तब तक अपने वजूद में है। लेकिन धरती के वायु मंडल में समाते ही उसमें इतनी तेज रगड़ पैदा होगी कि ये क्षुद्र ग्रह टूट कर बिखरने लगेगा। अगर तब क्षुद्र ग्रह का आकार इतना बड़ा हुआ कि टूट कर बिखरने के बावजूद उसमें से बड़े बड़े एयरब्रस्ट टुकड़ों में बंट कर जमीन पर गिरने लगे, तो तबाही काफी बड़ी हो जाएगी।
हां, अमेरिकी स्पेस एजेंसी का मानना है कि अगर एयरब्रस्ट के टुकड़े समंदर में गिरते हैं, तो सुनामी जैसी किसी तबाही की संभावना नहीं के बराबर है। चाहे वो बीच समंदर में हो या फिर समंदर के सतही और किनारे वाले इलाकों में।
क्षुद्र ग्रह के 1.5 फीसदी चांस है धरती से टकराने के
अब ये भी जान लीजिए कि इस क्षुद्र ग्रह के धरती से टकराने की आशंका कितनी ज्यादा है। तो नासा के वैज्ञानिकों ने जवाब दिया है कि इसकी आशंका 67 में 1 के बराबर है। यानी 1.5% के बराबर। फिलहाल तो हालत ये है कि ये क्षुद्र ग्रह धरती से दूर जा रहा है और जल्द ही नासा के टेलीस्कोप से भी ओझल हो जाएगा और अगली बार साल 2028 में इसे फिर से देखा जा सकेगा।
मुंबई और कोलकाता जैसे शहर हैं खतरे की जद में
वैज्ञानिकों के अध्ययन के मुताबिक ये क्षुद्र ग्रह भारत, पाकिस्तान, बांग्लादेश, सूडान, इथोपिया, नाईजीरिया, वेनेजुएला, कोलंबिया और इक्वेडोर जैसे देशों में से किसी एक बर गिर सकता है। और जिन शहरों से टकरा जा सकता है, उनमें से 8 शहर दुनिया के सबसे ज्यादा आबादी वाले शहरों में से एक हैं। ये शहर हैं मुंबई, कोलकाता, बोगोटा, अबिदजान, खारटौम और ढाका।
वैज्ञानिक इसकी टक्कर टाल नहीं सकते
अब सवाल ये है कि क्या नासा के वैज्ञानिक धरती पर इस क्षुद्र ग्रह को टकराने से रोक सकते हैं? क्या इसे टकराने से पहले ही बर्बाद कर सकते हैं? साल 2022 में नासा ने एक ऐसे ही मिशन को अंजाम दिया था, जब नासा ने अपने डार्ट मिशन के तहत एक स्पेसक्राफ्ट को एक क्षुद्र ग्रह से टकरा दिया था। लेकिन इस बार इसकी संभावना कम है। क्योंकि इस क्षुद्र ग्रह से टकराने के लिए जैसे संसाधन और स्पेस क्राफ्ट की जरूरत है, वो अभी धरती पर नहीं है। ऊपर से इस काम में कम से कम दस साल लग सकते हैं। जबकि खतरा सातवें साल में क्षुद्र ग्रह के धरती से टकराने का है।
इस क्षुद्र ग्रह के बारे में पहले प्राप्त जानकारी के मुताबिक पूर्व प्रकाशित रिपोर्ट देखें-
City Destroyer – 32,000 मील प्रति घंटे की स्पीड से धरती की तरफ़ आता क्षुद्र ग्रह, भारत भी निशाने पर