जल्द ही चाइनीज़ न्यू ईयर (Chinese New Year 2025) यानी चीनियों के नए साल की शुरुआत होने जा रही है। 29 जनवरी को चीनी नया साल है और चीन में नए साल का ये जश्न कम से कम 15 दिनों तक चलने वाला है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि भारत में चाइनीज़ न्यू ईयर को लेकर लोगों में जबरदस्त क्रेज़ है। सवाल है कि आखिर क्यों? तो आज चीनियों के इसी नए साल की खूबियों और भारत में इसे लेकर लोगों की जिज्ञासा की वजहों को जानने और समझने की कोशिश करेंगे।

Chinese New Year 2025 की जबरदस्त तैयारी
चीन ने नए साल के लिए पब्लिक हॉलीडे यानी अपनी छुट्टियों का भी ऐलान कर दिया है। ये छुट्टियां 28 जनवरी से 4 फरवरी तक होंगी। चाइनीज़ न्यू ईयर को स्प्रिंग फेस्टिवल के तौर पर भी चीन के साथ-साथ ईस्ट एशिया में मनाया जाता है। जिसमें रंगारंग परेड, अलग-अलग आयोजन, परंपराओं का पालन, फैमिली गेट-टुगेदर जैसी चीजें शामिल होती हैं।

Chinese New Year 2025 है ‘सांप का साल’
क्या आप जानते हैं कि हर चीनी साल किसी ना किसी जानवर को डिडेकेटेड होता है। या फिर यूं कहें कि चीनी लोग इसे किसी जानवर से जोड़ कर देखते हैं। असल में जो चीनी जोडिएक साइन यानी चीनी राशिफल हैं, उसके चिह्न जानवरों से जुड़े हैं। ऐसे कुल 12 जानवर यानी 12 चिह्न हैं। इस बार चीन के लिए ये साल ‘ईयर ऑफ स्नेक’ यानी सांप का साल है। सांप चीनी जोडिएक साइंस में छठे नंबर का जानवर है। सुनने में ये बात जरा अजीब सी लगती होगी, लेकिन स्नेक यानी सांप वाले साल को चीन में बुद्धि, वैभव और संस्थाओं के साल के तौर पर देखा या मनाया जाता है। यानी ये ईयर ऑफ स्नेक तो है, लेकिन पॉजिटिव है।

‘सी मॉन्स्टर’ से मुक़ाबले को तैयार है चीन
चीन के नए साल से कई लोक कथाएं भी जुड़ी हैं। कहानी के मुताबिक समंदर में रहने वाला एक दैत्य यानी सी मॉन्स्टर ‘नियान’ नए साल पर पानी से निकल ग्रामीणों पर हमला करता है। घबराए ग्रामीणों को जल्द ही ये अहसास होता है कि समंदर का ये दैत्य लाल रंग और तेज आवाज़ से डरता है। इसके बाद ग्रामीण लाल रंग के कपड़े पहन कर अपने इर्द गिर्द लाल रंग की सजावट करते हैं, लाल आतिशबाजी की जाती है और इस तरह वो सी मॉन्स्टर ‘नियान’ को डराने और भगाने में कामयाब होते हैं। आज भी चीन के लोग इस लोककथा के आधार पर नए साल का सेलिब्रेशन करते हैं और सेलिब्रेशन में लाल रंग का प्रमुखता से इस्तेमाल होता है।
Chinese New Year 2025 पर होंगे रंगारंग परेड
इसके लिए परेड आयोजित होते हैं। जिसमें शेर और ड्रैगन बने लोग नाचते गाते हुए चलते हैं। लाल रंग के कपड़े पहते हैं। एक दूसरे को लाल रंग के तोहफे भेंट करते हैं। लाल लिफाफों में रुपये भी गिफ्ट के तौर पर देते हैं। चीनी लोग इसे संपन्नता और शांति का प्रतीक मानते हैं। न्यू ईयर सेलिब्रेशन के 15वें आकाशदीप यानी लालटेन फेस्टिवल का आयोजन होता है। रंग बिरंगे फानूसों से आसमान भर जाता है। ये देखने में बेहद खूबसूरत लगता है।
चीनी राशिफल को लेकर है लोगों में कौतुहल
अब बात चीनी नए साल को लेकर भारतीयों के इंटरेस्ट की। तो जवाब है कि जब दुनिया ग्लोबल हो चुकी है, तो लोग एक दूसरे की परंपराओं को जानने और समझने की कोशिश भी ज्यादा करने लगे हैं। भारत का चीन से बड़ा कारोबारी संबंध हैं। हजारों लोग हर महीने चीन आते और जाते हैं। ऐसे में वहां के जोडिएक साइंस यानी राशिफल को लेकर भी लोगों में कौतुहल है। कुछ इन्हीं वजहों से भारत में लोग चाइनीज़ न्यू ईयर को सर्च कर रहे हैं।