China automobile exports
चीन में ऑटोमोबाइल निर्यात की तेज वृद्धि
चीन की China automobile exports ने जुलाई में नई ऊंचाइयों को छुआ है, जहां कुल 575,000 यूनिट्स का निर्यात हुआ जो पिछले साल की तुलना में 22.6 प्रतिशत अधिक है। यह वृद्धि मुख्य रूप से new-energy vehicles (NEVs) की वजह से आई है, जो वैश्विक बाजार में चीनी वाहनों की प्रतिस्पर्धात्मकता को दर्शाती है। विशेषज्ञों का मानना है कि यह ट्रेंड आने वाले वर्षों में और मजबूत होगा, क्योंकि चीन की इंडस्ट्री innovation और तकनीकी उन्नति पर जोर दे रही है। इससे न केवल अर्थव्यवस्था को बल मिलता है बल्कि पर्यावरण संरक्षण के प्रयासों को भी समर्थन मिलता है।
पिछले सात महीनों में कुल shipments 3.68 मिलियन यूनिट्स तक पहुंच गईं, जो साल-दर-साल 12.8 प्रतिशत की बढ़ोतरी दिखाती है। NEVs ने इस दौरान growth engine की भूमिका निभाई है, जहां जुलाई में ही 225,000 यूनिट्स का निर्यात हुआ जो जून से 10 प्रतिशत अधिक है। यह आंकड़े China Association of Automobile Manufacturers (CAAM) से लिए गए हैं, जो इंडस्ट्री की मजबूती को प्रमाणित करते हैं। ऐसे में, चीनी वाहन निर्माता वैश्विक चुनौतियों का सामना करते हुए अपनी स्थिति को और मजबूत कर रहे हैं।
चीन की ऑटोमोबाइल निर्यात सफलता – संक्षिप्त विवरण
| कार्य | विशेषता |
|---|---|
| जुलाई निर्यात वृद्धि | 575,000 यूनिट्स का निर्यात, 22.6% की वार्षिक वृद्धि |
| NEVs का योगदान | 225,000 यूनिट्स निर्यात, जून से 10% अधिक |
| घरेलू उत्पादन | 1.24 मिलियन NEVs का उत्पादन, 26.3% वृद्धि |
| घरेलू बिक्री | 1.26 मिलियन NEVs की बिक्री, कुल का 48.7% हिस्सा |
| ट्रेड-इन प्रोग्राम | 300 बिलियन युआन बजट, 1.6 ट्रिलियन युआन की बिक्री |
| बाजार प्रतिस्पर्धा | 19 निर्माताओं ने 10,000+ यूनिट्स मासिक बिक्री दर्ज की |
| मूल्य समानता | इलेक्ट्रिक वाहन अक्सर पारंपरिक वाहनों से सस्ते |
| भविष्य की संभावना | NEVs का बाजार हिस्सा 50% से अधिक रहने की उम्मीद |
न्यू एनर्जी व्हीकल्स का घरेलू उत्पादन और बिक्री
जुलाई में चीन में NEV output लगभग 1.24 मिलियन यूनिट्स रहा, जो पिछले साल से 26.3 प्रतिशत अधिक है, जबकि sales 1.26 मिलियन यूनिट्स तक पहुंचीं जो 27.4 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाती हैं। ये आंकड़े कुल नई कार बिक्री का 48.7 प्रतिशत हिस्सा बनाते हैं, जो electric vehicles की बढ़ती लोकप्रियता को उजागर करते हैं। जनवरी से जुलाई तक कुल उत्पादन 8.23 मिलियन और बिक्री 8.22 मिलियन यूनिट्स रही, जो 39.2 और 38.5 प्रतिशत की वृद्धि दिखाती है। इससे साफ है कि NEVs अब चीनी बाजार का मुख्य हिस्सा बन चुके हैं। 
कुल वाहन production और बिक्री जुलाई में 2.59 मिलियन यूनिट्स से अधिक रही, जो साल-दर-साल 13.3 और 14.7 प्रतिशत की बढ़ोतरी है, हालांकि महीने-दर-महीने थोड़ी कमी आई। पहले सात महीनों में growth 12.7 और 12 प्रतिशत रही, जो बाजार की स्थिरता को दर्शाती है। CAAM के अनुसार, यह सफलता vehicle trade-in program और नए मॉडल्स की लॉन्चिंग से आई है। इससे उपभोक्ताओं को बेहतर विकल्प मिल रहे हैं और इंडस्ट्री का विस्तार हो रहा है।
ट्रेड-इन प्रोग्राम का बाजार पर प्रभाव
2024 में शुरू हुए trade-in program ने 150 बिलियन युआन के budget के साथ वाहनों, घरेलू उपकरणों और अन्य उत्पादों के प्रतिस्थापन को बढ़ावा दिया है, जो National Development and Reform Commission (NDRC) द्वारा संचालित है। 2025 में इसे दोगुना कर 300 बिलियन युआन किया गया, जिसमें पुराने वाहनों को स्क्रैप करने और नए डिजिटल उत्पादों की खरीद शामिल है। इस प्रोग्राम ने 2024 में 1.3 ट्रिलियन युआन की बिक्री उत्पन्न की, जो अर्थव्यवस्था को मजबूत करने में महत्वपूर्ण रहा। इससे उपभोक्ता पुराने वाहनों को बदलकर पर्यावरण-अनुकूल विकल्प चुन रहे हैं।
2025 में जून तक इस प्रोग्राम से sales 1.6 ट्रिलियन युआन से अधिक हो चुकी हैं, जो पिछले साल के पूरे आंकड़े से ज्यादा है। यह counter-cyclical measures का परिणाम है, जो बाहरी दबावों और घरेलू चुनौतियों के बीच बाजार को सहारा दे रही हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि इससे replacement demand बढ़ी है और वाहनों का नवीनीकरण तेज हुआ है। कुल मिलाकर, यह नीति NEVs की मांग को बढ़ावा दे रही है और लंबे समय में इंडस्ट्री को लाभ पहुंचाएगी।
चीनी ऑटोमेकर्स की रणनीति और बाजार विस्तार
चीनी automakers NEV सेक्टर में multi-track strategy अपना रहे हैं, जिससे बाजार का आधार विस्तारित हो रहा है। जुलाई में 19 निर्माताओं ने 10,000 से अधिक यूनिट्स की मासिक wholesale sales दर्ज की, जो पिछले साल से दो अधिक है। BYD जैसे ब्रांड्स battery-electric और प्लग-इन हाइब्रिड मॉडल्स पर फोकस कर अपनी लीडरशिप मजबूत कर रहे हैं। इससे प्रतिस्पर्धा बढ़ी है और उपभोक्ताओं को सस्ते, उन्नत विकल्प मिल रहे हैं।
Price parity के कारण ईंधन वाहनों से इलेक्ट्रिक वाहनों की ओर शिफ्ट तेज हो रहा है, जहां EVs अक्सर सस्ते पड़ते हैं। Industrial chain की मजबूती से चीन वैश्विक बाजार में स्थिर रहता है, भले यूरोप और अमेरिका में नीतियां अस्थिर हों। CPCA के अनुसार, यह रणनीति market acceptance को बढ़ा रही है और NEVs का हिस्सा 50 प्रतिशत से ऊपर रहने की उम्मीद है। इससे ड्राइविंग अनुभव और इंटेलिजेंट फीचर्स में सुधार हो रहा है।
विशेषज्ञों की राय और भविष्य की संभावनाएं
CPCA के सेक्रेटरी-जनरल कुई डोंगशु का मानना है कि subsidies और स्क्रैपेज प्रोग्राम्स ने NEV बाजार की मजबूती को बढ़ाया है, जो replacement demand को उत्तेजित कर रहा है। उन्होंने कहा कि मॉडल्स की competitiveness और कीमतों में कमी से बाजार की स्वीकार्यता बढ़ी है। वैश्विक स्तर पर, चीन की इंडस्ट्री durable advantage रखती है, जो अस्थिर नीतियों के बावजूद निर्यात को बढ़ावा दे रही है। इससे साफ है कि NEVs का ट्रेंड लंबे समय तक जारी रहेगा।
विशेषज्ञों के अनुसार, NEVs का घरेलू बाजार में हिस्सा आगामी वर्षों में आधे से अधिक रहेगा, जो driving experience और intelligent features की वजह से है। यह बदलाव ईंधन वाहनों से दूर जाने को तेज करेगा। कुल मिलाकर, चीन की automobile industry वैश्विक स्तर पर अपनी जगह मजबूत कर रही है, जो आर्थिक विकास और पर्यावरण संरक्षण दोनों के लिए फायदेमंद है। इससे अन्य देशों को भी प्रेरणा मिल सकती है।
निष्कर्ष
चीन की automobile exports और NEV सेक्टर की वृद्धि न केवल आर्थिक मजबूती का प्रतीक है बल्कि वैश्विक स्तर पर sustainable mobility की दिशा में एक बड़ा कदम है। ट्रेड-इन प्रोग्राम्स और सरकारी subsidies ने बाजार को नई ऊर्जा दी है, जिससे निर्यात और घरेलू बिक्री दोनों में उल्लेखनीय बढ़ोतरी हुई है। यह ट्रेंड दर्शाता है कि कैसे नवाचार और नीतिगत समर्थन से इंडस्ट्री चुनौतियों का सामना कर सकती है। क्या यह बदलाव भारत जैसे देशों के लिए सबक बन सकता है, जहां इलेक्ट्रिक वाहनों को बढ़ावा देने की जरूरत है?
इस सफलता से साफ है कि NEVs अब भविष्य की मुख्यधारा हैं, जो पर्यावरण और अर्थव्यवस्था दोनों को लाभ पहुंचाएंगी। पाठकों को सोचना चाहिए कि ऐसे वैश्विक ट्रेंड्स से कैसे अपने देश की इंडस्ट्री को मजबूत किया जा सकता है। Global market में चीन की यह स्थिति अन्य राष्ट्रों को प्रेरित करेगी और सतत विकास की राह दिखाएगी।
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