Champions Trophy Final – कोई नहीं है टक्कर में.. अब कीवी फंसे चौकड़ी के चक्कर में.. इंडिया का X फैक्टर

Champions Trophy Final – चैपियंस ट्रॉफी के फाइनल मुकाबले में अब बस कुछ ही घंटे बाकी बचे हैं। रविवार दोपहर ढाई बजे भारत और न्यूजीलैंड के बीच दुबई में ट्रॉफी का खिताबी मुकाबला खेला जाएगा। भारत ने अब तक अपने जितने भी मैच खेले हैं, दुबई में ही खेले हैं। और दुबई में टीम इंडिया के बैटर्स और बॉलर्स के कॉम्बिनेशन को लेकर काफी चर्चा रही है। वजह ये है कि भारत मैदान पर एक नहीं, दो नहीं, तीन नहीं… बल्कि चार-चार स्पिनर्स के साथ उतर रहा है और आम तौर पर ऐसा देखने को नहीं मिलता है। मगर सवाल ये है कि आखिर टीम इंडिया क्यों कर रही है ऐसा? और कैसे इस दांव पर रोहित एंड कंपनी को बार-बार मिल रही है कामयाबी? फाइनल से पहले प्री मैच एनालिसिस में आज बात टीम इंडिया के इसी यूनिक फैक्टर की। (Champions Trophy Final)

चैंपियंस ट्रॉफी के स्क्वायड में हैं 5 धांसू स्पिनर्स

आपको पता है कि चैंपियंस ट्रॉफी के लिए जिस टीम का चुनाव हुआ उसमें रवींद्र जडेजा, अक्षर पटेल, वॉशिंगटन सुंदर, कुलदीप यादव और वरुण चक्रवर्ती का नाम शामिल था। टीम ट्रॉफी के ग्रुप स्टेज के एक और सेमीफाइनल के मुकाबले इनमें से चार स्पिनर्स के साथ उतरी। मैदान पर पटेल, जडेजा, यादव और चक्रवर्ती नजर आए और सबने मिल कर विरोधी टीम की नाक में दम कर दिया। खास कर जिस तरह सेमीफाइनल मुकाबले में वरुण चक्रवर्ती ने ऑस्ट्रेलिया के बैटर ट्रैविस हेड को 39 रनों के निजी स्कोर पर पैवेलियन का रास्ता दिखाया, उससे एक बार फिर ये साबित हो गया कि इतने स्पिनर्स के साथ मैदान पर उतरने का कप्तान रोहित और कोच गंभीर का फैसला बिल्कुल था।

बैटिंग लाइन अप को लंबा करने वाले स्पिनर्स

ऐसे में अब नामी क्रिकेट एक्सपर्ट्स भी चार स्पिनर्स के इस फॉर्मूले को सही ठहरा रहे हैं और ज्यादातर लोगों को लगता है कि विपक्षी टीम के पास भारत के इस दांव का कोई काट नहीं है। वैसे भी अपने फैसले के बैक करते हुए कुछ समय पहले रोहित ने कहा था, “मैं इस कॉम्बिनेशन को चार स्पिनर्स के तौर पर नहीं देखता क्योंकि जडेजा, अक्षर और सुंदर तीनों हमारे बैटिंग लाइन अप को लंबा करते हैं।” यानी कप्तान रोहित ये कहना चाहते थे कि वो चार में सिर्फ दो स्पिनर्स को ही स्पेशलिस्ट स्पिनर के तौर पर लेकर चल रहे हैं, बाकी दो को वो मैचों में स्पिन ऑलराउंड के तौर पर ही इस्तेमाल करने वाले हैं। अब जिस तरह भारत को इस रणनीति से अब तक फायदा मिलता रहा है, उससे उम्मीद की जा सकती है कि फाइनल में भी टीम इंडिया इसी फलसफे के साथ मैदान में उतरेगी।

फाइनल में भी चौकड़ी के दिखने की उम्मीद

वैसे भी आप जानते हैं कि आम तौर पर कप्तान रोहित शर्मा विनिंग टीम कॉम्बिनेशन के साथ ज्यादा छेड़छाड़ नहीं करते और यही उनका ट्रेडमार्क स्टाइल भी है। अब आइए देखते हैं कि भारत के ये चार हीरो कैसे टीम को कॉन्ट्रीब्यूट कर रहे हैं।

अक्षर पटेल

  • बांग्ला देश के खिलाफ 8 रन 2 विकेट
  • पाकिस्तान के खिलाफ 1 विकेट 3 रन नाबाद
  • न्यूजीलैंड के खिलाफ 1 विकेट 42 रन
  • ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 1 विकेट 27 रन

रवींद्र जडेजा

  • जडेजा को बैटिंग में ज्यादा मौका नहीं मिला
  • उन्होंने 4 मैचों में 32 ओवर डाले
  • 4.78 की इकोनॉमी से 4 विकेट लिए
  • फील्डिंग में उनके कॉन्ट्रीब्यूशन की बात तो बात ही बेमानी है, वो सर जडेजा हैं

कुलदीप यादव

  • पाकिस्तान के खिलाफ 40 रन देकर 3 विकेट
  • चैंपियंस ट्रॉफी में उन्होंने 36.3 ओवर डाले हैं
  • 183 रन देकर 5 विकेट झटके हैं

वरुण चक्रवर्ती

  • वरुण न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेले
  • दो मैचों में 20 ओवर डाले और 7 विकेट लिए
  • ऑस्ट्रेलिया के मैच में ट्रैविस हेड को चलता किया

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