Cancer Vaccine. नए आविष्कार ने जगाई उम्मीद. प्रतीकात्मक तस्वीर. सौजन्य- पेक्सेल्स.
Cancer Vaccine: हो सकता है कि इस खबर की सूरत में आप मानव सभ्यता की सबसे बड़ी कामयाबियों में से एक को पढ़ रहे हों। कैंसर के इलाज में एक क्रांतिकारी मोड़ आया है। यूनिवर्सिटी ऑफ़ फ्लोरिडा के वैज्ञानिकों ने एक ऐसा mRNA वैक्सीन तैयार किया है, जिसने चूहों में कैंसर सेल्स को पूरी तरह से खत्म कर दिया। ये वैक्सीन सीधे कैंसर के कोशिकाओं को निशाने पर नहीं लेती, लेकिन शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली (इम्यून सिस्टम) को इतना मजबूत कर देती है कि उसे कैंसर से जूझने की ताकत मिल जाती है। इसी कारण इसे यूनिवर्सल कैंसर वैक्सीन कहने की उम्मीद जताई जा रही है।
एक नहीं.. हर तरह के कैंसर को खत्म करने के फॉर्मूलाे का इजाद
इस वैक्सीन की सबसे खास बात ये है कि ये किसी विशेष ट्यूमर या प्रोटीन पर केंद्रित नहीं है, बल्कि शरीर की इम्यून प्रणाली को “वायरस जैसी चुनौती” का एहसास दिलाकर उसे तीव्र प्रतिकार (immune activation) के लिए प्रेरित करती है। इस रणनीति ने चूहों में विभिन्न प्रकार के ट्यूमर जैसे मेलनोमा, अस्थि (हड्डी), मस्तिष्क और त्वचा के कैंसर को भी पूरी तरह से मटियामेट करने में कामयाबी हासिल की।

आख़िर इस वैक्सीन में नया क्या है, वो भी जान लीजिए..
ये वैक्सीन ट्यूमर में PD-L1 नाम के प्रोटीन को बढ़ाता है। यह प्रोटीन ट्यूमर को इम्यूनोथेरेपी (जैसे कि PD-1 inhibitors) के लिए अधिक प्रभावी (sensitive) बनाता है। वैक्सीन के साथ यह इम्यून उपचार चूहों में ट्यूमर को तेजी से सिकोड़ने में सक्षम हुआ। अब तक कैंसर वैक्सीन के लिए दो प्रमुख मॉडल अपनाए गए थे। पहला- सामान्य कैंसर प्रोटीन को टारगेट करना, जो कई मरीजों में पाया जाता है और दूसरा हर मरीज के ट्यूमर के अनुसार व्यक्तिगत वैक्सीन बनाना। लेकिन यह नया mRNA वैक्सीन एक तीसरा रास्ता पेश करता है — जिसमें निरपेक्ष (nonspecific) तरीके से इम्यून सिस्टम को जगाया जाता है और उम्मीद है कि ये हर तरह के कैंसर के रोगियों में काम कर सकता है।
वैज्ञानिकों की ये स्टडी Nature Biomedical Engineering में छपी है। चूहों में पाए गए शुरुआती परिणामों ने इसके इंसानों में परीक्षण (human trials) की दिशा में नई आशा जगाई है। फिलहाल शोधकर्ता इस वैक्सीन के फॉर्मूले को और परिष्कृत कर रहे हैं, ताकि इंसानों पर इसका परीक्षण जल्द शुरू हो सके।
इंसानों पर प्रयोग कामयाब होते ही हो जाएगी बल्ले-बल्ले
यह खोज सिर्फ एक वैज्ञानिक उपलब्धि नहीं, बल्कि कैंसर उपचार में एक नई आशा की किरण है। पहले दो दृष्टिकोणों (साझा टार्गेट और व्यक्तिगत वैक्सीन) के साथ यह तीसरा तरीका इम्यून सिस्टम को पूरी तरह सक्रिय करके कैंसर को मात देने का एक सशक्त मॉडल प्रस्तुत करता है। यदि इंसानों में इसकी प्रभावशीलता पुष्टि हो जाती है, तो यह वैक्सीन सर्जरी, रसायन-उपचार (कीमो), रेडिएशन जैसे तरीकों के साथ या शायद उन्हें प्रतिस्थापित कर सकेगा।
