
Bharuch Murder. बांह पर बने इसी टैटू से हुई सचिन की पहचान.
Bharuch Murder – 29 मार्च को गुजरात के भरूच शहर की एक नाली के पास कुछ आवारा कुत्ते किसी चीज को नोच रहे थे। लोगों ने जब ये सीन देखा, तो उन्होंने कुत्तों को भगाया। लेकिन कुत्तों के जाने के बाद जब उस चीज पर लोगों की नजर पड़ी, तो उनके रौंगटे खड़े हो गए। ये एक इंसान का कटा हुआ सिर था। यानी ये एक भयानक मामला था। जल्द ही लोगों ने पुलिस को इसकी खबर दी और पुलिस ने मर्डर केस दर्ज करके मामले को इनवेस्टिगेट करना शुरू कर दिया। (Bharuch Murder)
अब पुलिस ने मरने वाले आदमी के शरीर के बाकी अंगों की तलाश शुरू की। उसकी पहचान पता करना भी पुलिस के लिए एक चैंलेंज था। पुलिस ने जब उस नाले के अलावा आस-पास के दूसरे नालों में भी चेक किया, तो ये देख कर हैरान रह गई कि बाकी के नालों से कहीं हाथ, कहीं पांव, तो कहीं शरीर का कोई दूसरा हिस्सा मिलने लगा। यानी जिसने भी इस इंसान की हत्या की थी, उसने लाश के कई टुकड़े कर उन्हें अलग-अलग नालों में फेंक दिया था।
Bharuch Murder – एक टैटू से कैसे मिला मरने वाले का पता?
पुलिस ने जब इन टुकड़ों को ध्यान से देखा, तो उसे एक ऐसी चीज नजर आई, जिससे पुलिस को मरने वाले आदमी की पहचान पता करने की उम्मीद नजर आने लगी। ये एक कटी हुई बांह थी, जिस पर टैटू से सचिन लिखा हुआ था। यानी मरने वाले आदमी का नाम सचिन हो सकता था। पुलिस ने आस-पास के इलाके से सचिन नाम के किसी आदमी के लापता होने की खबर पता करने की शुरुआत की। पता चला कि सी डिविजन पुलिस स्टेशन में कुछ रोज पहले सचिन नाम के एक आदमी के गुम होने की रिपोर्ट दर्ज करवाई गई थी।

पुलिस ने जब उसके घर वालों को बुला कर लाश के टुकड़ों की पहचान करवाई, तो घर वाले रोने लगे। ये वाकई सचिन की ही लाश थी। लेकिन सवाल ये था कि इतने भयानक तरीके से सचिन की हत्या की तो किसने की और क्यों की? थाने में सचिन के भाई ने रिपोर्ट लिखवाई थी। सचिन असल में यूपी के बिजनौर का रहने वाला था और वो कई सालों से भरूच में रह कर नौकरी कर रहा था। जब उसका मोबाइल फोन बंद हो गया। उससे कोई संपर्क नहीं हो सका, तो उसका भाई यूपी से भरूच आया और उसी ने रिपोर्ट लिखवाई थी।
Bharuch Murder – गुमशुदगी के बाद से ही गायब हो गया था सचिन का बेस्ट फ्रेंड
अब पुलिस ने भाई के साथ-साथ सचिन के दोस्तों का पता किया। पता चला कि सचिन का एक दोस्त शैलेंद्र भी बिजनौर का ही रहने वाला है और भी सचिन के साथ यहां रह कर फैक्ट्री में काम करता है। पुलिस ने शैलेंद्र से बातचीत करने का फैसला किया। लेकिन शैलेंद्र भरूच से जा चुका था। हालांकि जब सचिन का भाई कुछ रोज पहले उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट लिखवाने पहुंचा था, तब शैलेंद्र भी साथ आया था। अब सचिन के भाई ने और पुलिस ने शैलेंद्र को फोन करना शुरू कर दिया, लेकिन उसका फोन लगातार ऑफ आ रहा था।
इस पर पुलिस को शैलेंद्र के ऊपर शक होने लगा। वैसे भी शैलेंद्र ही वो आदमी था, जिसने सचिन को आखिरी बार जिंदा देखा था। भरूच पुलिस की एक टीम सीधे बिजनौर पहुंची और शैलेंद्र को पकड़ कर ले आई। जानते हैं सच्चाई क्या थी? ये शैलेंद्र ही था, जिसने अपने दोस्त सचिन की हत्या की थी। पुलिस ने जब उससे सख्ती से पूछताछ की, तो उसने अपना गुनाह कबूल कर लिया। लेकिन शैलेंद्र ने अपने सबसे अच्छे दोस्त की हत्या क्यों कर दी? और वो भी इतने भयानक तरीके से?
Bharuch Murder – कत्ल के पीछे थी एक हैरान करने वाली कहानी.. वजह सुन कर चौंकी पुलिस
शैलेंद्र ने बताया कि सचिन उसे काफी दिनों से ब्लैकमेल कर रहा था। शैलेंद्र के मोबाइल में उसकी अपनी वाइफ के साथ कुछ प्राइवेट तस्वीरें थीं। जिन्हें सचिन ने धोखे से अपने मोबाइल में ट्रांसफर ले लिया था और इन तस्वीरों के जरिए वो उसे ब्लैकमेल करता था। 24 मार्च को उसने सचिन को अपने कमरे में पार्टी के लिए बुलाया। जहां शराब पीने के बाद उन्हीं तस्वीरों के चलते दोनों के बीच लड़ाई हो गई और शैलेंद्र ने चाकू मार कर सचिन की हत्या कर दी।
यूट्यूब पर भी इस वारदात से जुड़ी खबर मौजूद है-
https://www.youtube.com/watch?v=dsED2w2n4Oc
अपराध की दुनिया से जुड़ी ये खबर भी अजीब है-
https://newschronicles.in/amandeep-kaur/
इसके बाद लाश ठिकाने लगाने की प्लानिंग रची। उस दिन वो ड्यूटी चला गया। इसके बाद जब वो लौटा, तो उसने सचिन की लाश के टुकड़े करने शुरू कर दिए और उन टुकड़ों को एक-एक कर नालों में फेंकने लगा। पुलिस की नजरों से बचने के लिए वो एक-आध बार महिलाओं की नाइटी पहन कर भी लाश के टुकड़े फेंकने गया। ताकि उसे कोई पकड़ न सके। इस तरह भरूच पुलिस ने केस तो सॉल्व कर लिया, लेकिन दोस्ती दुश्मनी की इस कहानी ने हर किसी को हैरान कर दिया।
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