
ICMR Report: अभी हाल के दिनों में हार्ट अटैक के ऐसे बहुत से मामले सामने आए, जिनमें अधेड़ उम्र के लोगों के साथ साथ कई यंग लड़के लड़कियों की भी जान चली गई। कई मामले तो कैमरों में कैद भी हो गए। जिसके बाद ये सवाल उठाए जाने लगे कि क्या हार्ट अटैक से हो रही इन मौतों के पीछे कोविड वैक्सीन का हाथ है? क्या वैक्सीन शरीर में खून के थक्के जमा रही है, जिससे अच्छे भले इंसान की एकाएक हार्ट अटैक से जान चली जा रही है?

जानिए कैसे की गई हार्ट अटैक को लेकर स्टडी?
तो हार्ट अटैक को लेकर लोगों के मन में मौजूद इन्हीं सवालों का जवाब जानने के लिए आईसीएमआर यानी इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च और एम्स ने एक स्टडी की थी, जिसकी रिपोर्ट अब सामने आ गई है। इस स्टडी में देश के 19 राज्यों और यूनियन टेरिटरी के 47 अस्पतालों को शामिल किया गया था। साथ ही उन लोगों के बारे में जानकारी जुटाई गई थी, जो स्वस्थ थे मगर हार्ट अटैक से अचानक चले गए।
कोविड वैक्सीन और हार्ट अटैक का कनेक्शन जानें
तो इस स्टडी में कोविड वैक्सीन से हार्ट अटैक का कोई भी कनेक्शन एक्सपर्ट्स को नजर नहीं आया है। यानी ये शंका बेवजह की है कि यंग लोग भी वेक्सीन की वजह से हार्ट अटैक का शिकार होकर जान गंवा रहे हैं।
लाइफ स्टाइल और प्रीवियस हिस्ट्री है असली वजह
अब सवाल है कि अगर हार्ट अटैक से हो रही इन मौतों की वजह कोविड वैक्सीन नहीं है तो फिर क्या है? तो डॉक्टर्स ने इसके लिए लाइफ स्टाइल और प्रीवियस हिस्ट्री जैसी चीजों को इसके प्रमुख वजह के तौर पर चिन्हित किया है। इस बीच आईसीएमआर की इस रिपोर्ट के बाद स्वास्थ्य मंत्रालय ने भी साफ किया है कि कोविड वैक्सीन और हार्ट फेल का कोई कनेक्शन नहीं है।