Vijay Rupani – अहमदाबाद में विमान हादसा गुरुवार यानी 12 जून को हुआ। 12 जून यानी 1206.. गुजरात के पूर्व सीएम विजय रुपाणी 1206 को ही अपनी शुभ अंक यानी लकी नंबर मानते थे। इसके बावजूद 12 जून को ही विमान हादसे का शिकार बन कर हमेशा-हमेशा के लिए इस दुनिया से दूर चले गए। यहां तक कि लंदन जाकर अपनी पत्नी और बेटी से मिलने का उनका सपना भी अधूरा रह गया।
1206 नंबर के साथ था विजय रुपाणी का अनकहा रिश्ता
अब जब विजय रुपाणी 1206 को हुए इस हादसे का शिकार बनें, तो उन्हें करीब से जानने वाले लोग इस हादसे को उनके लकी नंबर के अनलकी साबित होने से जोड़ कर देख रहे हैं। विजय रुपाणी ने अपने जीते-जी कई लोगों को 1206 के रहस्य के बारे में बताया था। उनका कहना था कि ये नंबर उनके लिए काफी अच्छा है। इसलिए वो अपनी जिंदगी के कई अहम काम इसी तारीख को करते हैं और इस नंबर से जुड़ी चीज़ें अपने पास रखते हैं।
विजय रुपाणी की कार और स्कूटर का नंबर भी 1206 था
जानने वाले बताते हैं कि विजय रुपाणी ने अपने लिए जो स्कूटर और कार खरीदी थी, उसका नंबर भी उन्होंने 1206 ही रखा था। यहां तक कि लंदन जाने के लिए भी उन्होंने वही डेट चुना और एयरपोर्ट पर दोपहर को ठीक 12 बजे ही प्रवेश किया। रुपाणी ने अपने सफर के लिए जो सीट नंबर चुना था, वो भी 12 ही था। इसके बावजूद ये नंबर उनके लिए और उनके साथ-साथ सैकड़ों लोगों के लिए बुरा साबित हुआ।
विजय रुपाणी के लकी नंबर के अन लकी साबित होने की कहानी आप एबीपी न्यूज में भी पढ़ सकते हैं-
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एबीपी न्यूज ने रुपाणी के इस लकी नंबर को लेकर एक खास रिपोर्ट प्रकाशित की है, जिसमें कई आंखें खोलने वाली बातें लिखी हैं। अंक ज्योतिष का हवाला देते हुए एबीपी न्यूज ने लिखा है कि 1206 का कुल जोड़ यानी मूलांक 9 होता है और 9 को मंगल का नंबर माना जाता है। मंगल की जिस पर कृपा होती है उसके जीवन में आत्मविश्वास होता है और वो फैसले लेने के मामले में बिल्कुल नहीं झिझकता। लेकिन इसी के साथ 9 नंबर जो है वो कई बार हादसे की वजह भी बनता है। हालांकि एबीपी न्यूज ने लिखा है कि अंक ज्योतिष के हवाले से कही गई इन बातों का कोई अकाट्य सबूत सामने नहीं है। लेकिन जिस तरह रुपाणी हादसे का शिकार हुए हैं वो उनके लकी नंबर के एकाएक अनलकी बन जाने की कहानी तो जरूर कहता है।
इस बीच शुक्रवार को पीएम मोदी गुजरात में हुए प्लेन हादसे का बाद घायलों से मिलने अहमदाबाद पहुंचे। उन्होंने हादसे मारे गए लोगों के परिजनों से भी मुलाकात की और अपनी संवेदना जताई। गृह मंत्री अमित शाह कल ही अहमदाबाद पहुंच गए थे।