UP News – पूरे देश के साथ-साथ यूपी में भी लगातार कोरोना का फैलाव होता जा रहा है। इस वक्त यूपी में कोविड-19 के करीब 40 पेशेंट्स हैं, जो आइसोलेशन में अपना इलाज करवा रहे हैं। यूपी में कोरोना से पहली मौत आगरा में हुई है, जहां 78 सल के एक बुजुर्ग इसका शिकार बने हैं। ऐसे में सवाल ये उठता है कि अभी आने वाले दिनों में कोरोना का ये रूप कैसा होगा? क्या ये फिर से पहले की तरह भयानक महामारी का रूप धारण करेगा या फिर हल्के फुल्के असर के साथ ही ये खत्म हो जाएगा? तो इस पर कुछ मशहूर वैज्ञानिकों की राय सामने आई है और वो राय बेहद सकारात्मक है।
UP News – कोरोना की खबर रखने वाले मशहूर वैज्ञानिकों की राय जानें
मशहूर अखबार ‘दैनिक भास्कर’ ने बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी से जुड़े जीन वैज्ञानिक प्रोफेसर ज्ञानेश्वर चौबे और आईआईटी कानपुर के डायरेक्टर प्रोफेसर मणींद्र अग्रवाल से बात की है, जिन्होंने एहतियात और सावधानी पर जोर तो दिया है, लेकिन साथ ही ये भी कहा है कि इसे लेकर ज्यादा घबराने की जरूरत नहीं है। इन एक्सपर्ट्स की राय जानने समझने की कोशिश करेंगे, लेकिन पहले यूपी में जिलावार कोविड-19 के पेशेंट्स की संख्या पर एक नजर डाल लीजिए। यूपी में सबसे ज्यादा 19 केस नोएडा में हैं। इसके बाद गाजियाबाद में 15, बनारस में 2, आगरा में दो (एक की मौत) और लखनऊ, फिरोजाबाद और जालौन में 1-1 मरीज के होने की बात सामने आई है।
UP News – कोरोना की लहर 21 से 28 दिनों तक रह सकती है
बीएचयू के जीन वैज्ञानिक प्रो. चौबे का कहना है कि इस बार फैल रहे कोविड के लिए JN.1 वैरिएंट ही जिम्मेदार है। जिसकी विशेषता ये है कि ये तेजी से फैलता है। इसलिए इस बार कोविड के मामले में बढ़ते हुए दिख रहे हैं। उनका कहना है कि इस कोरोना का असर उन लोगों पर भी हो सकता है, जिन्होंने वैक्सीन लगवाई है। इसलिए सबको सावधान रहने की जरूरत है। वो टेस्टिंग और सिक्वेंसिंग पर जोर देते हैं, ताकि ये पता चले कि क्या कोई और वैरिएंट तो इसके पीछे सक्रिय नहीं हो रहा? उनका कहना है कि इस वैरिएंट और इसके दो सब वैरिएंट के बिहेवियर को देखते हुए ये कहा जा सकता है कि अगर इसकी लहर आई तो ये 21 से 28 दिनों तक रह सकती है।
कोरोना को लेकर डॉक्टरों ने जो राय दी है, वो भी जरूर जानना चाहिए-
https://newschronicles.in/corona-virus-how-dangerous/
दुनिया भर में कोरोना का ताज हाल जानिए WHO की रिपोर्ट में-
https://www.who.int/emergencies/disease-
UP News – घातक नहीं है नया कोरोना.. पर सावधानी बेहद जरूरी
उधर, आईआईटी के वैज्ञानिक प्रो अग्रवाल का कहना है कि ये वैरिएंट दूसरी लहर वाले वैरिएंट की तरह उतना घातक नहीं है। ये माइल्ड है। लेकिन इससे भी बचना जरूरी है। क्योंकि ये इम्युनिटी को कमजोर करने वाला वैरिएंट है। एक्सपर्ट्स ने इस बार भी कोरोना का प्रभाव रोकने के लिए सामाजिक दूरी, मास्क, हेल्दी लाइफ स्टाइल को जरूरी बताया है। कोरोना नाक मुंह से निकलने वाले बारीक कणों, छूने या करीब आने से, सतह पर पड़े वायरस के संपर्क में आने से और हवा में मौजूद वायरस से फैलता है। इसलिए हर तरफ से सावधान रहना जरूरी है।
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