Varanasi Gangrape – बनारस की रहने वाली 18 साल की एक लड़की के साथ हुई गैंगरेप की वारदात ने लोगों को दहला दिया है। इल्जाम है कि इस लड़की के साथ 6 दिनों में कुल 23 लोगों ने गैंगरेप किया। पुलिस ने इस सिलसिले में 9 से 10 लोगों को गिरफ्तार भी कर लिया है, लेकिन अब इस केस की तफ्तीश में ऐसी सच्चाई निकल कर सामने आई है, जिस पर यकीन करना मुश्किल हो सकता है। (Varanasi Gangrape)
क्या आप मान सकते हैं कि दरिंदों का शिकार बनने वाली ये लड़की दरअसल बनारस में खुफिया तरीके से चलने वाले एक ऐसे ‘रेप-रैकेट’ का शिकार हो गई थी, जिसका काम ही भोली-भाली लड़कियों को नशे की जाल में फंसा कर उनका रेप और ब्लैकमेल करना था। और तो और इस रैकेट ने ऐसी अनगिनत लड़कियों को ब्लैकमेल कर जिस्मफरोशी के धंधे में भी उतरने पर मजबूर कर दिया।
Varanasi Gangrape – बनारस के रेप रैकेट का एक-एक सच जानिए
बनारस का ये भयानक ‘रेप-रैकेट’ आखिर कैसे काम करता था? इसे कौन, कैसे ऑपरेट करता था? इसकी मॉडस ऑपरेंडी क्या थी? इससे कैसे-कैसे लोग जुड़े थे? और आखिर इस रैकेट का पर्दाफाश कैसे हुआ? इन सारे सवालों का जवाब हम आपको यहां सिलसिलेवार तरीके से देने जा रहे हैं।
बनारस की रहने वाली 18 साल की एक लड़की 29 मार्च की सुबह घर से अपनी सहेलियों के साथ किताब खरीदने की बात कह कर निकली। उसके पिता ड्राइवर हैं। घर वालों को लगा कि वो 3 से 4 घंटे में वापस लौट आएगी। लेकिन जब देर तक वापस नहीं आई और उसका मोबाइल फोन भी ऑफ हो गया, तो घर वाले घबरा गए। वो सीधे लालपुर-पांडेयपुर पुलिस स्टेशन पहुंचे। वहां पुलिस से बेटी की गुमशुदगी की शिकायत की। पुलिस ने शिकायत ले ली और कहा कि कुछ पता चले तो बताएंगे।

Varanasi Gangrape – लड़की गायब हुई और घर वाले ढूंढते रह गए
इसके बाद पूरा दिन गुजर गया। रात गुजर गई। अगले दिन 30 मार्च को वो अपनी बेटी को ढूंढते रहे। फिर पुलिस के पास गए। लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। मगर इस गुमशुदगी के छह दिन बाद 4 अप्रैल को तब इस कहानी में ट्विस्ट आया, जब पुलिसवालों ने लड़की के घर वालों को फोन कर ये बताया कि उनकी बेटी थाने में हैं। वो थाने चला आएं। थाने में उन्हें अपनी बेटी तो मिली, मगर नशे के आलम में। वो सिर्फ मानसिक रूप से ही थकी हुई और परेशान नहीं लग रही थी, बल्कि उसे कई अंदरुनी चोटें भी लगी थी।
घर वाले उसे किसी तरह अपने साथ ले आए। क्या आप यकीन करेंगे कि इसके बाद वो पूरे 48 घंटे तक अपने घर में बेसुध पड़़ी रही। जब दो दिन बाद उसकी हालत ठीक हुई, तो फिर उसने अपने साथ हुई गैंगरेप और ज्यादती की जो कहानी सुनाई, उसने घरवालों को दहशत में डाल दिया। लड़की ने बताया कि उसे धोखे से अगवा कर 6 दिनों में 23 लड़कों ने उसके साथ रेप किया और फिर उसे रोड के किनारे फेंक कर फरार हो गए।

Varanasi Gangrape – दोस्त ही निकला गद्दार.. अगवा कर करता रहा रेप
असल में लड़की को राज विश्वकर्मा नाम के उसके एक दोस्त ने अगवा किया था। जो उसे धोखे से एक होटल में ले गया। वहां उसे कोई नशीली चीज खिला दी और फिर उसके साथ रेप किया। हद तो ये रही कि उसने बगैर कपड़ों के लड़की का वीडियो भी बना लिया। फिर तो इसी अश्लील वीडियो के सहारे 29 मार्च से उसके साथ रेप और ब्लैकमेलिंग का जो सिलसिला शुरू हुआ, वो 4 अप्रैल तक चलता रहा। लेकिन जांच में बनारस में चल रहे एक ऐसे ‘रेप-रैकेट’ का खुलासा हुआ, जिस पर यकीन करना भी मुश्किल है।
लड़की को इन छह दिनों में शहर के मलदहिया इलाके में एक हुक्का बार में ले भी ले जाया गया। जहां उसे नशा देकर उसके साथ रेप किया गया। पुलिस की जांच में पता चला है कि कॉन्टिनेंटल कैफे के नाम से चलने वाले इस हुक्का बार में दरअसल इस पीड़ित लड़की की जैसी दूसरी कई लड़कियों को नशीली चीज देकर उनके साथ रेप किया जाता और फिर उनकी अश्लील तस्वीरें और वीडियो बना कर उन्हें ब्लैकमेल किया जाता।
सोशल मीडिया में पकड़े गए दरिंदों का वीडियो देखिए-
https://x.com/jeetusp/status/1909645135555494117
Varanasi Gangrape – चाऊमीन के ठेले से रेप-रैकेट के काले कारोबार तक
पुलिस ने अनमोल गुप्ता नाम के एक ऐसे लड़के को पकड़ा है, जो मलदहिया में चलने वाले इस कैफे का मालिक है। इसी लड़के ने 15 लड़कों को इस ‘रेप-रैकेट’ कमिशन एजेंट बना कर रखा था, जो लड़कियों बहला-फुसला कर कैफे में लेकर आते और फिर उन्हें नशा देकर उनके साथ रेप और फिर ब्लैकमेल करते थे। अनमोल गुप्ता नाम का ये लड़का कुछ साल पहले तक चाऊमीन का ठेला लगाता था, लेकिन कैफे की आड़ में उसने ऐसा ‘रेप-रैकेट’ चलाया कि अब वो लाखों का मालिक है।
यूपी की ये खबर भी कम अजीब नहीं है-
https://newschronicles.in/agra-news/
पुलिस इन पंक्तियों के लिखे जाने तक उसके लिए काम करने वाले और इस लड़की के साथ रेप करने वाले 23 में से 9 लड़कों को फिलहाल गिरफ्तार कर चुकी है और बाकियों की तलाश जारी है।