Ind In Final – वो कहते हैं ना कि आज अगर ऊपर वाले से कुछ और भी मांगा होता, तो वो मिल गया होता। तो करोड़ों भारतीय फैंस ने आज ऊपर वाले दुआ मांगी थी कि टीम इंडिया चैपियंस ट्रॉफी के सेमीफाइन में ऑस्ट्रेलिया को हरा कर फाइनल में पहुंच जाए और ऊपर वाले ने आज वो दुआ मंजूर कर ली। भारत ने मैच जीत लिया। लेकिन इसी के साथ मैच के हीरो बन कर उभरे वन एंड ओनली विराट कोहली। जिन्होंने एक नाजुक मौके पर 84 रनों की शानदार पारी खेली और जीत का मंच तैयार कर दिया। (Ind In Final)
न्यूज क्रॉनिकल्स ने पहले ही कहा था वरुण हैं तुरूप का इक्का
अब आइए सिलसिलेवार तरीके से मैच के अहम बिंदुओं को समझते हैं। टॉस जीतने के बाद ऑस्ट्रेलिया ने पहले बैटिंग करने का फैसला किया। सोचा था बड़ा टारगेट सेट कर इंडिया को नाको चने चबवा देंगे। लेकिन हुआ उल्टा। ऑस्ट्रेलिया के दोनों ओपनर्स को इंडियन बॉलिंग अटैक ने सस्ते में निपटा दिया और जीत की बुनियाद रख दी। हालांकि इंडिया के खिलाफ हमेशा खतरनाक साबित होने वाले ट्रैविस हेड ने एक बार फिर अपना जौहर दिखाना शुरू कर दिया था, लेकिन वरुण चक्रवर्ती ने अपने बॉलिंग स्पेल की पहली ही गेंद में हेड को चलता कर दिया। हेड वरुण की गेंद को ठीक से रीड नहीं कर सके और बल्ले का बिल्कुल निचला हिस्सा गेंद से लगा। नतीजा बिल्कुल साइट स्क्रीन के सीध में गेंद खड़ी हो गई, जिसे दूर से भाग कर आए शुभमन ने लपक लिया। आपको याद होगा हमने लिखा था कि हेड के खिलाफ आज भारत का तुरूप का इक्का कौन होगा, वरुण चक्रवर्ती या कुलदीप यादव? ठीक वही हुआ। तुरूप का इक्का साबित हुए वरुण चक्रवर्ती।
सोशल मीडिया में थोड़ा ताक-झांक हो जाए-
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हेड, स्मिथ और कैरी टेंशन दे रहे थे
बहरहाल इसके बाद स्मिथ और एलेक्स कैरी ने बहुत जिम्मेदारी वाली पारी खेली। स्मिथ ने 96 गेंदों में 73 रन बनाए, जबकि कैरी ने 57 गेंदों में 61 रन। ऑस्ट्रेलिया के बाकी बल्लेबाज आते जाते रहे। इधर, भारतीय गेंदबाज गजब ढा रहे थे। मोहम्मद शमी ने तो खैर ओपनर कूपर कोनोली को आउट कर भारत को अर्ली ब्रेक थ्रू दिला दिया था, लेकिन जब तक शमी की बॉलिंग खत्म हुई, उनके खाते में 3 विकेट आ चुके थे। इसके अलावा वरुण चक्रवर्ती और रवींद्र जडेजा ने दो-दो विकेट लिए, जबकि अक्षर और पांडया ने एक-एक। ऑस्ट्रेलिया पूरे 50 ओवर भी नहीं खेल सका और भारत को टार्गेट मिला 265 रनों का।
कोहली ने फिर दिखाया वो क्यों हैं किंग कोहली
देखा जाए तो दुबई जैसी पिच के लिए ये टार्गेट कम नहीं था। लेकिन टीम इंडिया आज ठान कर आई थी। कैप्टन रोहित ने आते ही ताबड़तोड़ शॉट लगाने चालू किए और 1 छक्का और 3 चौकों की मदद से 28 रन बनाए, लेकिन कोनोली की एक सीधी गेंद को क्रॉस खेलने के चक्कर में अपना विकेट जल्दी गंवा बैठे। वो एलबीडब्ल्यू हुए। शुभमन भी सिर्फ 8 ही रन बना कर बोल्ड हो गए। लेकिन तब तक किंग कोहली मैदान में आ चुके थे। कोहली ने अपनी धैर्य भरी पारी की शुरुआत की। दौड़ते भागते रहे। स्कोर बोर्ड चलाते रहे। जब तक वो 84 रन बना कर आउट हुए भारत सेफ जोन में पहुंच चुका था।
पांड्या ने बांधा समां, राहुल ने लगाई मुहर
बाकी काम श्रेयस अय्यर, अक्षर पटेल, केएल राहुल और हार्दिक पांड्या जैसे बल्लेबाजों ने पूरा कर दिया। सबने अच्छी बैटिंग की। वैसे तो भारत रन और बॉल के मामले में आगे चल रहा था। लेकिन बीच में गेम थोड़ा स्लो हो गया। पर पांड्या ऐसे गरजे कि समां बांध दिया। उन्होंने एडम जैम्पा को बैक टू बैक दो छक्के रसीद कर दिए। इसके बाद 49वें ओवर की पहली गेंद पर केएल राहुल ने एक छक्के के साथ मैच सील कर दिया। इसी के साथ पूरी दुनिया में भारतीय क्रिकेट प्रेमियों के बीच जश्न की शुरुआत हो गई।