Mahakumbh Videos On Dark Web – क्या आप यकीन करेंगे कि जिस विशाल धार्मिक समागम के आयोजन पर भारत गर्व कर रहा है, जहां हर रोज़ करोड़ों लोग तीन पवित्र नदियों के संगम में डुबकी लगा रहे हैं, वहीं कुछ लोग ऐसे भी हैं, जो ऐसे अद्भुत आयोजन पर अपनी गंदी नजर डालने की कोशिश कर रहे हैं। पुलिस को कुछ ऐसे सोशल मीडिया एकाउंट्स का पता चला है, जो महाकुंभ में नहाती महिलाओं और औरतों की तस्वीर डार्क वेब पर बेचने की कोशिश कर रहे थे। फिलहाल पुलिस ने इसकी जांच शुरू कर दी है। (Mahakumbh Videos On Dark Web)

नहाती महिलाओं के वीडियोज की इंटरनेट पर बिक्री
जानकारी के मुताबिक एक इंस्टाग्राम एकाउंट पर खुलेआम महिलाओं के नहाने या कपड़े बदलने के वीडियोज हिडन कैमरे से शूट कर उन्हें डार्क वेब पर बेचने के लिए बोली लगाई जाने की बात सामने आई है। इन वीडियोज की कीमत उस सिरफिरे दरिंदे ने लगभग तीन हजार रुपये लगाई है। इसका मतलब ये हुआ कि आप एक धार्मिक स्थल पर पवित्र मन से अपनी माताओं और बहनों के स्नान कर रहे हों और कोई ऐसे पवित्र मौके पर खुफिया कैमरे से आपकी माताओं और बहनों की तस्वीरें उतार रहा हो। सिर्फ इसलिए कि वो इन तस्वीरों को जुर्म की काली दुनिया में बेच कर मुनाफा कमा सके। यकीनन ये एक बड़ा धोखा है।
डार्क वेब पर काफी एक्टिव हैं धंधेबाज
वैसे अकेले बात महाकुंभ की ही नहीं है, ऐसे धंधेबाज सोशल मीडिया में पहले से ही एक्टिव हैं, जो अलग-अलग जगहों पर महिलाओं की आबरू में ताक-झांक करने की कोशिश करते हैं। कुछ एकाउंट्स के जरिए पार्लर, अस्पताल, होटल के कमरे, स्पा जैसी निजी इस्तेमाल की जगहों के खुफिया वीडियोज की बिक्री के लिए बोली लगाने की बात भी सामने आई है। अब पुलिस ऐसे तमाम धंधेबाज़ों पर शिकंजा कसने की तैयारी कर रही है।
इस खबर से संबंधित सोशल मीडिया पोस्ट देखें-
https://x.com/MazharKhaan_/status/1892299594400141721
संगम पुलिस ने इंस्टाग्राम को लिखा मेल
फिलहाल उत्तर प्रदेश की संगम पुलिस ने ऐसे ही एक इंस्टाग्राम एकाउंट को चिह्नित कर इंस्टाग्राम को मेल लिखा है, ताकि उसके बारे में ज्यादा से ज्यादा जानकारी जुटा कर उस पर कार्रवाई की जा सके। अब आइए डार्क वेब के बारे में जान लेते हैं। डार्क वेब असल में इंटरनेट की दुनिया का वो काला पन्ना है, जिसमें जुर्म से जुड़े सारे काम चोरी छुपे होते हैं। इस डार्क वेब में बड़े से बड़े हैकर से लेकर क्रिमिनल, ड्रग माफिया और ऐसे ही दूसरे काले धंधेबाज समानांतर तरीके से अपना क्राइम सिंडिकेट चलाते हैं। एक दूसरे से कनेक्ट करते हैं और कई बार ऐसा करते हुए वो पुलिस और दूसरी एजेंसियों की निगाहों से बचे रहते हैं।