Sant Premanand Ji Maharaj – आपको याद होगा अभी कुछ रोज पहले वृंदावन की एक सोसायटी के लोगों ने संत प्रेमानंद जी महाराज की रात्रि पद यात्रा का विरोध किया था। सोसायटी के लोगों का कहना था कि आधी रात को संत की पदयात्रा की वजह से लोगों की भीड़ इकट्ठी होती है, लोग शोर मचाते हैं, पटाखे फोड़ते हैं, जिससे रात को उनकी नींद खराब होती है।
महाराज की पदयात्रा का विरोध करने की माफी
लेकिन आज उसी सोसायटी के प्रेसिडेंट ने प्रेमानंद जी महाराज (Sant Premanand Ji Maharaj) के पास आकर उनको साष्टांग दंडवत किया और सोयासटी के लोगों की तरफ से विरोध प्रदर्शन करने के बदले में माफी मांगी। लेकिन इन चंद दिनों में आखिर ऐसा क्या हो गया कि सोसायटी के प्रेसिडेंट को यूं संत प्रेमानंद जी महाराज से माफी मांगनी पड़ी? तो आज आपको इसकी पूरी कहानी बताएंगे, मगर पहले ये जान लीजिए कि आखिर पूरा विवाद क्या था।
पहले जानिए पूरा विवाद क्या था?
वृंदावन के छटीकरा रोड पर संत प्रेमानंद जी महाराज का घर है। वहां से महाराज रोज देर रात को अपने केलीकुंज आश्रम के लिए पैदल ही निकलते हैं। चूंकि प्रेमानंद जी महाराज का व्यक्तित्व बेहद प्रभावशाली है और वो हमेशा अच्छी शिक्षा देते हैं, तो उनके चाहने वाले हजारों में हैं। ऐसे में उनके अनुयायी और श्रद्धालु उनके दर्शन के लिए रात्रि पदयात्रा वाली सड़क पर घंटों खड़े करते हैं।

फेसबुक पर सोसायटी के प्रेसिडेंट के माफी मांगने का वीडियो देखें-
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विरोध के बाद संत ने स्थगित कर दी थी यात्रा
मगर पिछले दिनों एनआरआई ग्रीन सोसायटी के लोगों ने ये कहते हुए महाराज की पदयात्रा का विरोध कर दिया था कि उनकी पदयात्रा से होने वाली शोर के चलते उनकी नींद खराब हो जाती है और उन्हें अगले दिन काम पर जाने में मुश्किल होती है। इसके बाद संत प्रेमानंद जी महाराज ने पदयात्रा स्थगित कर दी थी, उसका समय भी बदला था और रूट भी। लेकिन जल्द ही सोसायटी के लोगों को अहसास हुआ कि उन्होंने संत की पदयात्रा का विरोध करके ठीक नहीं किया।
लोग करने लगे थे सोसायटी का बहिष्कार
असल में सोसायटी के लोगों के विरोध के बाद बहुत के लोग सोसायटी वालों से नाखुश हो गए। कई लोगों ने सोसायटी वालों का बहिष्कार कर दिया। दुकानदारों ने उन्हें जरूरत की चीजें बेचने से भी मना कर दिया। जिसके बाद उन्हें अपनी गलती का अहसास हुआ। इसके बाद सोसायटी के प्रेसिडेंट ने खुद संत प्रेमानंद जी महाराज के आश्रम में पहुंच कर उनके दर्शन किए। उन्हें साष्टांग प्रणाम किया और माफी मांगी।
यूट्यूबर्स पर फोड़ा विरोध का ठीकरा
उन्होंने कहा कि कुछ यूट्यूबर्स ने सोसायटी के लोगों को महाराज की पदयात्रा का विरोध करने के लिए भड़का दिया था, क्योंकि यूट्यूबर्स को सिर्फ अपने व्यूज़ की चिंता थी। सोसायटी के अध्यक्ष ने कहा कि बृजवासी भोले लोग होते हैं और उनसे गलती हो गई। उन्हें माफ कर दिया जाए। उनका कहना था कि महाराज पूरे वृंदावन की धरोहर हैं और सारे लोग उनका सम्मान करते हैं।
संत ने कहा- मैं सबसे प्रेम करता हूं.. किसी से शिकायत नहीं
इस पर संत प्रेमानंद जी महाराज ने कहा कि उन्हें किसी से कोई शिकायत नहीं है। वो सबसे प्रेम करते हैं। आश्रम की ओर से ये वीडियो सोशल मीडिया पर डाला गया है। जिसे लोग काफी पसंद कर रहे हैं।
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