Delhi Exit Poll 2025 – 10 में से 8 एग्ज़िट पोल BJP के हक में, क्या हो सकते हैं AAP की हार के कारण?

जानकारों को दिल्ली में बीजेपी के आने की उम्मीद

आम आदमी पार्टी को औसतन करीब 30  सीटें

बीजेपी को आप के मुकाबले 9 ज्यादा सीटों का अनुमान

Delhi Exit Poll 2025 – दिल्ली की 70 विधान सभा सीटों के लिए बुधवार 5 दिसंबर को वोटिंग तो हो गई, लेकिन अब सबसे बड़ा सवाल है कि दिल्ली में सरकार किसकी बनेगी? क्या आम आदमी पार्टी फिर से अपनी कामयाबी की पारी दोहरा पाएगी या फिर इस बार दिल्ली में भी कमल खिलेगा? कहीं ऐसा तो नहीं कि इन दोनों की रस्साकशी में कोई तीसरा यानी कांग्रेस पार्टी ही बाज़ी मार ले जाए? फिर लोगों के दिलों-दिमाग में यही सारे सवाल चल रहे हैं। और अलग-अलग एग्जिट पोल (Delhi Exit Poll 2025) ने इन सवालों के जवाब दे दिए हैं।

क्या एग्जिट पोल ही साबित होगा एग्जैक्ट पोल?

ये सही है कि एग्जिट पोल के नतीजे हमेशा सही नहीं होते, लेकिन ये भी सही है कि दिल्ली में लगातार हुए दो विधान सभा चुनाव और फिर पंजाब के चुनाव में एग्जिट पोल के नतीजों ने शुरू से ही आम आदमी पार्टी की जीत दिखाई थी और वो बात सही निकली। लेकिन अगर आम आदमी पार्टी को लेकर इस बार दिल्ली के एग्जिट पोल की बात करें, तो समझिए कि इस बार दिल्ली से आम आदमी पार्टी का बोरिया-बिस्तर गोल होने जा रहा है।

ज्यादातर एग्जिट पोल बीजेपी के हक में

10 में से 8 एग्जिट पोल के नतीजे तो कुछ यही कहानी कहते हैं। बाकी दो अलबत्ता आम आदमी पार्टी की ही सरकार बना रहे हैं। अब आइए एक-एक जानते हैं कि किस एजेंसी ने नतीजों को लेकर क्या अनुमान लगाया है।

  • –मैट्रिज ने इस बार दिल्ली में आम आदमी पार्टी के लिए 37 सीटों का अनुमान लगाया है। जो कुल विधान सभा सीटों यानी 70 के आधे यानी 35 से भी ज्यादा है।
  • –जबकि वी-प्रेसाइड और माइंडबैंक ने ये अनुमान लगाया है कि इस बार भी दिल्ली में अरविंद केजरीवाल की अगुवाई में आम आदमी की पार्टी की सरकार बनने जा रही है।

बाकी सारे के सारे एग्जिट पोल ने इस बार बीजेपी की जीत का अनुमान लगाया है। बाकी एजेंसियों का मानना है कि इस बार राजधानी में बीजेपी की 20 साल बाद वापसी होने जा रही है। अगर सारी एजेंसीज के अनुमान का लब्बोलुआब निकालें, तो ये समझिए कि इस बार दिल्ली में बीजेपी को 70 में से 39 सीटें मिलने जा रही हैं, जबकि आम आदमी पार्टी को 30 के आस-पास।

एग्जिट पोल में कांग्रेस से उम्मीद नहीं

वैसे चुनाव से पहले दिल्ली में बेशक त्रिकोणीय मुकाबले की उम्मीद जताई जा रही हो, लेकिन एग्जिट पोल में कांग्रेस को तीन से ज्यादा सीटें मिलती हुई नहीं दिख रही। अब आइए देखते हैं कि बाकी एजेंसीज ने क्या रिपोर्ट दी है।

  • –चाणक्या स्ट्रैटेजीज ने जहां बीजेपी को 39 से 44 सीटें दी हैं, वहीं आम आदमी पार्टी को 25 से 28 सीटें
  • –डीवी रिसर्च ने बीजेपी को 36 से 44 सीटें दी हैं, जबकि आम आदमी पार्टी को 26 से 34 सीटें
  • –जेवीसी का अनुमान है कि बीजेपी को इस बार 39 से 45 सीटें मिल सकती हैं, जबकि आम आदमी पार्टी को 22 से 31 सीटें

हालांकि जैसा कि होता है आम आदमी पार्टी ने इन एग्जिट पोल को खारिज कर दिया है। पार्टी का कहना है कि अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली के लिए बहुत काम किया है और दिल्ली के लोगों का साथ अरविंद केजरीवाल को मिलना तय है। एग्जिट पोल पहले भी गलत नतीजे बताते रहे हैं। अब सवाल ये है कि अगर दिल्ली में बीजेपी की सरकार बनती है, तो उसकी प्रमुख वजहें क्या हो सकती हैं? तो जवाब है बीजेपी का आक्रामक चुनावी रणनीति। आम आदमी पार्टी और खास कर अरविंद केजरीवाल को लोगों की नज़रों में भ्रष्ट साबित करने की कोशिश करना और काफी हद तक इसमें कामयाब भी होना। केजरीवाल समेत पार्टी के तकरीबन सारे बड़े नेताओं का जेल जाना, शराब घोटाले में एजेंसियों का बड़ा खुलासा करना, शीश-महल विवाद,रेवड़ी राजनीति का इल्जाम, ये सारे वो फैक्टर हैं, अनुमान है जिनके चलते दिल्ली में आम आदमी पार्टी के हाथ से सत्ता जा सकती है। खैर ये तो बात एग्जिट पोल की है। फिलहाल आपको और हमको सभी एक्जैक्ट पोल यानी चुनावी नतीजों का इंतजार है। और वो नतीजे 8 फरवरी को आने हैं।

 

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