
भगदड़ के पीछे थी साज़िश? सौजन्य- एनडीटीवी
महाकुंभ में मचे भगदड़ के पीछे साज़िश का शक
पुलिस कर रही है 16 हज़ार मोबाइल नंबरों की जांच
फेस रिकॉग्निशन कैमरे से एक-एक संदिग्ध की तलाश
Mahakumbh Stampede – महाकुंभ के मेले में मौनी अमावस्या के दिन हुई भगदड़ के मामले में अब साज़िश के एंगल से जांच शुरू की गई है। पुलिस को कुछ ऐसे सुराग मिले हैं, जिनसे ये लगता है कि ये वारदात यूं ही नहीं हुई, बल्कि कुछ लोगों ने सोची-समझी साजिश के तहत महाकुंभ में खलल डालने के लिए इसे प्लांट किया। फिलहाल यूपी की स्पेशल टास्क फोर्स यानी एसटीएफ ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
मोबाइल नंबरों के डंप डाटा की एनालिसिस
वारदात वाली जगह के आस-पास के मोबाइल फोन के डंप डाटा की एनालिसिस की जा रही है, बंद पड़े नंबरों के डिटेल खंगाले जा रहे हैं और साथ ही फेस रिकॉग्निशन कैमरों की फुटेज के सहारे संदिग्ध चेहरों की एक्टिविटी चेक की जा रही है।
कई लोगों ने की हुड़दंगी लड़कों की शिकायत
कुंभ के मेले में संगम नोज पर मौनी अमावस्या के रोज आधी रात को अचानक भगदड़ (Mahakumbh Stampede) मच गई थी। जिसमें दर्जनों लोगों को जान गंवानी पड़ी, जबकि कई लोग अब भी लापता हैं। इस बीच चश्मदीदों के कई ऐसे वीडियोज सामने आ चुके हैं, जिसमें लोगों ने शिकायत की है कि कुछ लड़कों ने जान बूझ कर बैरिकेड तोड़ कर लोगों पर कूद पड़े और भगदड़ के हालात पैदा किए। शिकायत की गई कि ऐसे लड़कों ने हाथों में लाल झंडा पकड़ रखा। ऐसी तमाम शिकायतों के मद्देनजर पुलिस ने जांच शुरू की है।
16 हज़ार मोबाइल नंबरों पर है नज़र
वारदात के वक्त उस जगह एक्टिव रहे करीब 16 हजार नंबरों की एनालिसिस चल रही है। गौर करने वाली बात ये है कि इनमें से कई नंबर अब स्विच्ड ऑफ हो चुके हैं।